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रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच तेल की कीमतें पहुंची 100 USD के पार - रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच तेल की कीमतें

रूस-यूक्रेन युद्ध के गुरुवार को तीन हफ्ते से अधिक होने के बीच ऊर्जा आपूर्ति को प्रभावित करने वाले तेल की कीमतें 100 अमरीकी डालर से वापस ऊपर पहुंच गईं हैं (Oil prices surge to above USD 100 ).

Oil prices surge to above USD 100 amid Russia-Ukraine war
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच तेल की कीमतें 100 अमेरिकी डॉलर से ऊपर पहुंच गईं
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Published : Mar 18, 2022, 12:09 PM IST

Updated : Mar 18, 2022, 12:37 PM IST

वाशिंगटन : रूस-यूक्रेन युद्ध के गुरुवार को 22वें दिन में प्रवेश करने के बीच ऊर्जा आपूर्ति को प्रभावित करने वाले तेल की कीमतें 100 अमरीकी डालर से ऊपर पहुंच गईं हैं (Oil prices surge to above USD 100 ). एक रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन में युद्ध रूस की ऊर्जा आपूर्ति को बाधित कर रहा है, इसलिए ऊर्जा आपूर्ति को प्रभावित करने वाले युद्ध की संभावित लंबाई को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं.

इस सप्ताह की शुरुआत में 94 डॉलर प्रति बैरल से नीचे गिरने के बाद, हाल के कारोबार में अमेरिकी क्रूड 8 प्रतिशत बढ़कर 102.65 डॉलर प्रति बैरल हो गया. ब्रेंट क्रूड 9 फीसदी बढ़कर 107 डॉलर प्रति बैरल हो गया. रिपोर्ट के अनुसार तेल की कीमतों में तेजी से परिवर्तन पर अमेरिकी नेताओं और वॉल स्ट्रीट की बारीकी से नजर है क्योंकि अधिक कीमतें मुद्रास्फीति को बढ़ा सकता है और अर्थव्यवस्था को भी धीमा कर सकता है.

ऊर्जा व्यापारियों ने रूस और यूक्रेन के बीच निकट भविष्य में एक प्रस्ताव के बारे में बढ़ते निराशावाद के बीच गुरुवार को बढ़ी कीमतों को लिए जिम्मेदार ठहराया. मिजुहो सिक्योरिटीज में ऊर्जा वायदा के उपाध्यक्ष रॉबर्ट यॉगर ने कहा, 'मूड थोड़ा डार्क हो गया है, 'ऐसा लगता है कि यह एक घसीटे जाने वाली स्थिति होने जा रही है.'

तेल की कीमतों में हालिया गिरावट संभावित युद्धविराम की उम्मीद से प्रेरित थी. रिपोर्ट के अनुसार युद्ध जितना लंबा चलेगा, रूस के तेल प्रवाह के लिए उतना ही बड़ा खतरा होगा. केप्लर में अमेरिका के प्रमुख तेल विश्लेषक मैट स्मिथ ने कहा, 'हाल के दिनों में पुतिन के कार्यों को देखते हुए हमें अपनी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरना चाहिए.'

ये भी पढ़ें- प्रत्यक्ष कर संग्रह 2021-22 में 48% बढ़ा, अग्रिम कर भुगतान में 41% का इजाफा

अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने बुधवार को चेतावनी दी कि रूस के तेल उत्पादन का 30 प्रतिशत सप्ताह के भीतर ऑफ़लाइन दस्तक दे सकता है, जिससे विश्व अर्थव्यवस्था संभावित आपूर्ति संकट को उजागर कर सकती है. गुरुवार को कीमतों में परिवर्तन के बावजूद तेल की कीमतें अपने हालिया शिखर से काफी नीचे हैं. अमेरिकी क्रूड 6 मार्च को लगभग 14 साल के उच्च स्तर 130.50 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, जबकि ब्रेंट लगभग 140 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था.

वाशिंगटन : रूस-यूक्रेन युद्ध के गुरुवार को 22वें दिन में प्रवेश करने के बीच ऊर्जा आपूर्ति को प्रभावित करने वाले तेल की कीमतें 100 अमरीकी डालर से ऊपर पहुंच गईं हैं (Oil prices surge to above USD 100 ). एक रिपोर्ट के अनुसार यूक्रेन में युद्ध रूस की ऊर्जा आपूर्ति को बाधित कर रहा है, इसलिए ऊर्जा आपूर्ति को प्रभावित करने वाले युद्ध की संभावित लंबाई को लेकर चिंताएं बढ़ रही हैं.

इस सप्ताह की शुरुआत में 94 डॉलर प्रति बैरल से नीचे गिरने के बाद, हाल के कारोबार में अमेरिकी क्रूड 8 प्रतिशत बढ़कर 102.65 डॉलर प्रति बैरल हो गया. ब्रेंट क्रूड 9 फीसदी बढ़कर 107 डॉलर प्रति बैरल हो गया. रिपोर्ट के अनुसार तेल की कीमतों में तेजी से परिवर्तन पर अमेरिकी नेताओं और वॉल स्ट्रीट की बारीकी से नजर है क्योंकि अधिक कीमतें मुद्रास्फीति को बढ़ा सकता है और अर्थव्यवस्था को भी धीमा कर सकता है.

ऊर्जा व्यापारियों ने रूस और यूक्रेन के बीच निकट भविष्य में एक प्रस्ताव के बारे में बढ़ते निराशावाद के बीच गुरुवार को बढ़ी कीमतों को लिए जिम्मेदार ठहराया. मिजुहो सिक्योरिटीज में ऊर्जा वायदा के उपाध्यक्ष रॉबर्ट यॉगर ने कहा, 'मूड थोड़ा डार्क हो गया है, 'ऐसा लगता है कि यह एक घसीटे जाने वाली स्थिति होने जा रही है.'

तेल की कीमतों में हालिया गिरावट संभावित युद्धविराम की उम्मीद से प्रेरित थी. रिपोर्ट के अनुसार युद्ध जितना लंबा चलेगा, रूस के तेल प्रवाह के लिए उतना ही बड़ा खतरा होगा. केप्लर में अमेरिका के प्रमुख तेल विश्लेषक मैट स्मिथ ने कहा, 'हाल के दिनों में पुतिन के कार्यों को देखते हुए हमें अपनी उम्मीदों पर खरा नहीं उतरना चाहिए.'

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अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी ने बुधवार को चेतावनी दी कि रूस के तेल उत्पादन का 30 प्रतिशत सप्ताह के भीतर ऑफ़लाइन दस्तक दे सकता है, जिससे विश्व अर्थव्यवस्था संभावित आपूर्ति संकट को उजागर कर सकती है. गुरुवार को कीमतों में परिवर्तन के बावजूद तेल की कीमतें अपने हालिया शिखर से काफी नीचे हैं. अमेरिकी क्रूड 6 मार्च को लगभग 14 साल के उच्च स्तर 130.50 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया, जबकि ब्रेंट लगभग 140 अमेरिकी डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गया था.

Last Updated : Mar 18, 2022, 12:37 PM IST

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