भोपाल। देशभर में प्रतिबंधित संगठन पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) के सदस्यों के लगातार एमपी से तार जुड़ रहे हैं. एक बार फिर एमपी की राजधानी भोपाल से पीएफआई के 11 सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है. इस बार यह कार्रवाई दक्षिण भारत के राज्य तेलांगना एटीएस ने की है. कहा जा रहा है कि तेलंगाना एटीएस ने पकड़े गए युवकों के पास से संदिग्ध दस्तावेज और कुछ देश विरोधी सामान भी जब्त किया. वहीं गिरफ्तार इन आरोपियों के तार हिज्ब-उत-तहरीर से जुड़े होने की भी बात कही जा रही है. हालांकि इस मामले में अफसर ज्यादा कुछ बोलने को तैयार नहीं है. यह संयुक्त कार्रवाई एनआईए (NIA) और एटीएस (ATS) ने मिलकर की है.
NIA की कार्रवाई: पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार ऐशबाग थाना क्षेत्र में सुबह करीब 5 से 6 बजे के बीच पीएफआई के 4-5 सदस्यों को गिरफ्तार किया. जबकि बाकि पीएफआई सदस्यों को भोपाल के जवाहर कॉलोनी और बाग फरहत अफजा से गिरफ्तार किया गया है. यह गिरफ्तारी किस मामले में की गई है, फिलहाल इसका खुलासा नहीं हुआ है, लेकिन कार्रवाई करने वाली पुलिस टीम दक्षिण भारत के राज्य तेलांगना से आई थी. जानकारी के अनुसार जिन सदस्यों को गिरफ्तार किया है, वे तेलांगना के थे और इन्होंने वहां से भागकर एमपी के अलग अलग जिलों में शरण ली थी. पकड़े गए आरोपियों में से भोपाल गैस त्रासदी का एक्टिविस्ट का बेटा भी शामिल है.
संदिग्ध दस्तावेज बरामद: भोपाल के ऐशबाग थाना क्षेत्र के बाग उमराव दूल्हा, जवाहर कॉलोनी और बाग फरहतअफजा में से यह धरपकड़ की गई है. इसके अलावा छिंदवाड़ा जिले से भी कुछ सदस्यों को पकड़ा गया है. बताया जाता है कि यह सभी संदिग्ध HUT यानी हिज्ब उत तहरीर संगठन से जुड़े थे. इनके पास से कई संदिग्ध दस्तावेज और देश विरोधी सामग्री मिली है. इन सामग्री में ऐसे दस्तावेज भी मिले हैं, जिनमें मप्र के किस क्षेत्र में क्या करना है यह बताया गया है. बड़ी बात यह है कि मध्यप्रदेश लगातार आंतकियों की पनाहगार बना हुआ है. इसके पहले JMB, PFI, अलसुफा के सदस्य भी पकड़े जा चुके हैं.
फरवरी में भी की थी कार्रवाई: फरवरी माह में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इण्डिया (PFI) के एक सदस्य को भोपाल से गिरफ्तार किया गया था. जिस शख्स को पकड़ा गया, वह श्योपुर का रहने वाला वासिद खान था. गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट ने आरोपी वासिद खान को 8 फरवरी तक की पुलिस रिमाण्ड पर सौंपा था. वासिद खान वर्ष 2017 से पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया से जुड़ा था और वह PFI के आयोजित सभी कार्यक्रमों एवं गोपनीय बैठकों में नियमित रूप से सम्मिलित होकर, संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारियों के सम्पर्क में रहता था. ऐसे अब तक 23 लोगों के खिलाफ एमपी पुलिस चालान भी पेश कर चुकी है.
अन्य राज्यों में भी कार्रवाई: एमपी के अलावा तमिलनाडु में NIA के अधिकारियों ने मंगलवार सुबह प्रतिबंधित संगठन पीएफआई से जुड़े आरोपियों ठिकानों पर छापेमारी की. चेन्नई में राष्ट्रीय जांच एजेंसी के 6 अधिकारियों ने तिरुवोट्टियूर थंगल न्यू कॉलोनी इलाके में अब्दुल रजाक के घर पर छापेमारी की. बताया गया कि थेनी, मदुरै और डिंडीगुल सहित आठ से अधिक स्थानों पर जांच पड़ताल की गई. जांच एजेंसी ने पिछले साल 19 सितंबर को इस संबंध में मामला दर्ज किया था. गौरतलब है कि केंद्र सरकार ने पिछले साल पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया को आतंकवाद का समर्थन करने के आरोप में बैन कर दिया था.
क्या है हिज्ब-उत-तहरीर संगठन: बता दें ये संगठन 1952 में यरुशलेम में बना था और इसका मुख्यालय लंदन में है. इस संगठन की मध्य एशिया, यूरोपा, दक्षिण एशिया और दक्षिण पूर्व एशिया में शाखाएं है. जिसमें पाकिस्तान और बांग्लादेश सबसे प्रमुख देश है. यह संगठन आईएसआईएस से ज्यादा खतरनाक है. इसने करीब 50 देशों में अपनी विचारधारा और लोगों को फैलाया है.