भोपाल। मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री के रूप में डॉ. मोहन यादव की शपथ के 12 दिन बाद कैबिनेट का विस्तार हो गया. पहले विस्तार में मोहन कैबिनेट में कुल 28 मंत्रियों ने शपथ ली है. बताया जा रहा है कि मंगलवार को मंत्रियों को विभागों का बंटवारा किया जाएगा. बता दें कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल समेत 5 विधायकों को सबसे पहले राज्यपाल ने पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई. मोहन यादव की नई कैबिनेट में तीन पूर्व सांसद जो विधानसभा का चुनाव लड़े थे, उनमें प्रहलाद पटेल, राकेश सिंह, उदय प्रताप सिंह को शपथ दिलाई गई. कैबिनेट में कृष्णा गौर, दिलीप अहिरवार, नरेन्द्र शिवाजी पटेल, प्रतिमा बागरी, राधा सिंह जैसे नए चेहरों को भी जगह मिली. Cabinet expansion in MP
ये बने कैबिनेट मंत्री : बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय को कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. मोदी सरकार में राज्यमंत्री रहे प्रहलाद सिंह पटेल को भी कैबिनेट मंत्री बनाया गया है. इसके साथ ही राकेश सिंह, करण सिंह वर्मा, उदयप्रताप सिंह, कुंवर विजय शाह, तुलसीराम सिलावट, एंदल सिंह कंसाना, निर्मला भूरिया, गोविंद सिंह राजपूत, विश्वास सारंग, नारायण सिंह कुशवाह, नागर सिंह चौहान, चैतन्य काश्यप, इंदर सिंह परमार, राकेश शुक्ला, प्रद्युम्न सिंह तोमर, संपतिया उईके ने कैबिनेट मंत्री की शपथ ली. Cabinet expansion in MP
ये बने राज्य मंत्री : कृष्णा गौर, धर्मेंद्र लोधी, दिलीप जायसवाल, लखन पटेल, नारायण सिंह पंवार, गौतम टेटवाल, नरेंद्र शिवाजी पटेल, प्रतिमा बागरी, राधा सिंह, दिलीप अहिरवार को राज्यमंत्री बनाया गया है. बता दें कि महिला विधायकों में से चार को मंत्री पद मिला. निर्मला भूरिया, संपतिया उइके को कैबिनेट में जगह मिली. है. जबकि अर्चना चिटणीस पूर्व मंत्री कैबिनेट में जगह नहीं बना पाई. बड़े अंतर से जीत दर्ज करने वाली विधायक कृष्णा गौर, प्रतिभा बागरी और राधा सिंह ने राज्यमंत्री के तौर पर शपथ ली. Cabinet expansion in MP
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ये दिग्गज मंत्री बनने से वंचित : इस बार मालवा के कद्दावर नेता कैबिनेट में जगह नहीं पाए. बुंदेलखंड के दिग्गज नेताओं को मौका नहीं दिया गया. गज़ब ये है कि जीत का ब़ड़ा रिकार्ड बनाने वाले नेता कैबिनेट में मिसफिट हो गये. पांच राज्यों के चुनाव में सबसे बड़ी जीत दर्ज करने वाले रमेश मेंदौला को इस बार भी कैबिनेट में जगह नहीं मिल पाई. दूसरी तरफ लगातार नौ बार चुनाव जीते गोपाल भार्गव भी बाहर गए. लोकसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी ने हर क्षेत्र और जाति की नुमाइंदगी का ख्याल रखा. राष्ट्रीय राजनीति का मैदान छोड़कर पार्टी के आदेश पर विधानसभा चुनाव में उतरे नेताओं के लिए भी जगह बना ली गई. हालांकि मोदी मैजिक से बनी मोहन सरकार में किसी भी एक क्षेत्र या नेता का दबदबा दिखाई नहीं दिया, बल्कि सीएम पद की चौंकाने वालों नामों के साथ ये बता दिया गया कि बीजेपी बदलाव से गुजर रही है.Cabinet expansion in MP