भोपाल। राजधानी के ऐशबाग थाना क्षेत्र में मंगलवार अचानक सुबह 5 बजे सादा कपड़ों में बाग फरहत अफजा और जवाहर कॉलोनी में एटीएस की टीम पहुंची और एक के बाद एक 10 लोगों को गिरफ्तार किया. इनके अलावा 5 अन्य को भी पकड़ा था, लेकिन उन्हें पूछताछ के बाद छोड़ने की जानकारी है. केवल भोपाल ही नहीं, बल्कि छिंदवाड़ा और हैदराबाद तक एमपी एटीएस ने कार्रवाई की है. एटीएस इसे अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई बता रही है. गिरफ्तार किए गए सदस्यों में एक गैस विक्टिम के परिवार से भी हैं.
लंबे वक्त से मिल रहा था इनपुट: इस पूरे मामले की ऑफिसियल जानकारी देते हुए मप्र के होम मिनिस्टर नरोत्तम मिश्रा ने बताया कि ''मप्र में आतंकी संगठन हिजबुल-उत-तहरीर (HUT) पांव पसार रहा है. एमपी एटीएस लंबे समय से इनकी निगरानी कर रहा था. इस संबंध में काफी समय से इनपुट मिल रहा था, उसके बाद यह कार्रवाई की गई. मंगलवार को इसी आतंकी संगठन के 10 सदस्यों को भोपाल और 1 को छिंदवाड़ा से गिरफ्तार किया है. इसके अलावा 5 लोगों को हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया है. उन्होंने बताया कि इन सभी के पास से आपत्तिजनक साहित्य बरामद हुआ है. मिश्रा ने कहा कि पकड़े जाने के बाद जो सामग्री मिली उसके अनुसार यह सदस्य शरीयत कानून लागू कराने के लिए किसी भी हद तक जाने के लिए तैयार रहते हैं और पूरी तरह से हिंसा में विश्वास करते हैं.''
10 संदिग्ध आतंकियों को रिमांड पर लिया: भोपाल और छिंदवाड़ा से गिरफ्तार 11 संदिग्ध आतंकियों को मध्यप्रदेश एटीएस ने स्पेशल कोर्ट में पेश किया. यहां एटीएस ने इन सभी की रिमांड मांगी तो कोर्ट ने इनमें से 10 की रिमांड मंजूर करते हुए 19 मई तक एटीएस को पूछताछ के लिए सौंपा है. इस पूरी कार्रवाई के बाद पकड़े गए युवकों में से तारिक, शाहरुख और वसीम के परिजन थाने पहुंचे और हंगामा किया. इन्होंने पुलिस को बताया कि हमारे घर में सुबह सुबह कुछ लोग खुद को पुलिस वाला बताकर घुस गए थे. एक बड़ा नाम रशीदा बी के परिजन का भी है. रशीदा बी भोपाल गैस पीड़ितों के लिए काम करती हैं और इनका चिंगारी नामक संगठन है. इनके परिवार से वसीम नामक युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
एक सदस्य चला रहा था कोचिंग सेंटर: एटीएस से मिली जानकारी के अनुसार, पकड़े गए सदस्यों में से एक सदस्य सैयद सामी एडुफोरम ट्यूटोरियल्स नाम से एक कोचिंग सेंटर चला रहा था. ये शहीद नगर का रहने वाला है, जबकि सैयद दानिश अली सॉफ्टवेयर इंजीनियर है. मेहराज अली कंप्यूटर टेक्नीशियन है. खालिद हुसैन लाल घाटी क्षेत्र में रहता है और व्यवसाय के साथ टीचिंग का काम करता है. इन सभी के पास से देश विरोधी दस्तावेज, तकनीकी उपकरण, कट्टरवादी साहित्य समेत दूसरी सामग्री जब्त की है.