जबलपुर। मध्यप्रदेश में भले ही मॉनसून देर से आया हो, लेकिन मानसून ने दस्तक देते ही प्रदेश के आधे से ज्यादा हिस्से में तबाही मचा दी है. हालात यह हैं कि कई जिलों में भारी बारिश के चलते बाढ़ के हालात हैं. एक दर्जन से ज्यादा जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है. जबलपुर और नरसिंहपुर जिले में जहां नदियां उफान पर है, तो वहीं सिवनी में बाढ़ में फंसे लोगों को हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू किया गया. बारिश के चलते कई जिलों में ट्रेनों का रूट बदला गया है. दमोह, कटनी और जबलपुर में रेलवे ट्रैक पर पानी भरने से ट्रेनों का रुट परिवर्तित किया गया है.
मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट: "मौसम वैज्ञानिक शिव नारायण साहू के मुताबिक एमपी में 24 घंटों में नर्मदापुरम, सागर, ग्वालियर, चंबल, रीवा, इंदौर, शहडोल और उज्जैन संभाग के जिलों में बारिश दर्ज की गई है. जहां सबसे ज्यादा बारिश पन्ना जिले में दर्ज की गई है. पूरे प्रदेश में आने वाले 2 दिनों तक भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है". "शिव नारायण साहू ने बताया कि 7 से अधिक संभागों में भारी बारिश के चलते ऑरेंज अलर्ट जारी किया है. एमपी के गुना, राजगढ़, शिवपुरी, निवाड़ी, अशोकनगर, पन्ना, नीमच, सागर, टीकमगढ़, दमोह, छतरपुर और मंदसौर जिलों में भारी बारिश से ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. अगले 2 दिनों तक अधिकांश जिलों में भारी बारिश और कई जिलों में मध्यम बारिश की चेतावनी जारी की गई है. साथ ही राजस्थान से लगे सीमावर्ती जिलों में भी तेज बारिश की चेतावनी जारी की गई है".
बारिश के चलते कई ट्रेनों के रूट परिवर्तित: कटनी-बीना रूट पर सलैया स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक की मिट्टी बह जाने की वजह से दो रेलगाड़ियों का रूट परिवर्तित किया गया है और 6 ट्रेनों को रद्द किया गया है. वहीं दूसरी ओर जबलपुर इटारसी के बीच में नरसिंहपुर के पास ट्रैक के पास की मिट्टी बहने की वजह से 4 रेलगाड़ियों को जबलपुर-छिंदवाड़ा रूट पर चलाया जा रहा है. जबलपुर पश्चिम मध्य रेलवे के अधिकारियों ने सूचना दी है कि नरसिंहपुर और करेली के बीच में बारू रेवा नदी के पुल के पास रेलवे ट्रैक के पास की मिट्टी धसने से अभी भी यह ट्रैक रेल परिवहन के लिए तैयार नहीं हो पाया है, इसलिए कुछ गाड़ियों का रूट परिवर्तित किया गया है. इस बार रेलवे ने ट्रेनों को डायवर्ट करने के लिए जबलपुर गोंदिया लाइन के छिंदवाड़ा रूट का इस्तेमाल किया है.
इन ट्रेनों के रूट में परिवर्तन नहीं:
- 29 जून को अपने प्रांरभिक स्टेशन से प्रस्थान करने वाली गाड़ी संख्या 12165 लोकमान्य तिलक टर्मिनस-गोरखपुर एक्सप्रेस अब अपने निर्धारित रूट भुसावल-इटारसी-जबलपुर के बजाय भुसावल- चंदूर बाजार - नारखेर-अमला-छिंदवाड़ा- नैनपुर - कछपुरा - जबलपुर मार्ग होते हुए अपने गंतव्य स्टेशन को जायेगी.
- 28 जून को अपने प्रांरभिक स्टेशन से प्रस्थान करने वाली गाड़ी संख्या 12741 वास्को डी गामा - पटना एक्सप्रेस अब अपने निर्धारित रूट भुसावल-इटारसी-जबलपुर के बजाय भुसावल-चंदूर बाजार-नारखेर-अमला-छिंदवाड़ा-नैनपुर-कछपुरा-जबलपुर मार्ग होते हुए अपने गंतव्य स्टेशन को जायेगी.
- 29 जून को अपने प्रांरभिक स्टेशन से प्रस्थान करने वाली गाड़ी संख्या 15017 लोकमान्य तिलक टर्मिनस - गोरखपुर एक्सप्रेस अब अपने निर्धारित रूट भुसावल-इटारसी -जबलपुर के बजाय भुसावल - चंदूर बाजार - नारखेर - अमला - छिंदवाड़ा - नैनपुर - कछपुरा - जबलपुर मार्ग होते हुए अपने गंतव्य स्टेशन को जायेगी.
- 29 जून को अपने प्रांरभिक स्टेशन से प्रस्थान करने वाली गाड़ी संख्या 12791 सिकंदराबाद - दानापुर एक्सप्रेस अब अपने निर्धारित रूट नागपूर - इटारसी - जबलपुर के बजाय बल्लरसाह - गोंदिया - बालाघाट - नैनपुर - कछपुरा - जबलपुर मार्ग होते हुए अपने गंतव्य स्टेशन को जायेगी.
- सलैया ट्रैक की मिट्टी बही: इटारसी कटनी के बाद कटनी बीना ट्रैक पर भी सलैया स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक के पास की मिट्टी बह गई. यहां भी कोई हादसा ना हो इसलिए कई ट्रेनों को परिवर्तित रूट से चलाया जा रहा है और कुछ को रद्द किया गया है.
बीना कटनी रूट की रद्द ट्रेनें
- दिनांक 30.06.2023 को गाड़ी संख्या 01885 बीना - दमोह एक्सप्रेस प्रारंभिक स्टेशन से निरस्त की गई है. जिसके परिणामस्वरूप दिनांक 01.07.2023 को गाड़ी संख्या 01886 दमोह - बीना एक्सप्रेस रेक के अभाव में प्रारंभिक स्टेशन से निरस्त रहेगी.
- दिनांक 30.06.2023 को गाड़ी संख्या 22161 भोपाल - दमोह राज्यरानी एक्सप्रेस प्रारंभिक स्टेशन से निरस्त की गई है.
- जिसके परिणामस्वरूप दिनांक 01.07.2023 को गाड़ी संख्या 22162 दमोह - भोपाल राज्यरानी एक्सप्रेस ट्रैक के अभाव में प्रारंभिक स्टेशन से निरस्त रहेगी.
- दिनांक 30.06.2023 को गाड़ी संख्या 11601 बीना - कटनी एक्सप्रेस अपने प्रारम्भिक स्टेशन से निरस्त रहेगी.
- दिनांक 30.06.2023 को गाड़ी संख्या 11602 कटनी - बीना एक्सप्रेस अपने प्रारम्भिक स्टेशन से निरस्त रहेगी.
- दिनांक 01.07.2023 को गाड़ी संख्या 11274 प्रयागराज छिवकी - इटारसी एक्सप्रेस रेक के अभाव में अपने प्रारम्भिक स्टेशन से निरस्त रहेगी.
- दिनांक 30.06.2023 को गाड़ी संख्या 18235 भोपाल - बिलासपुर एक्सप्रेस अपने प्रारम्भिक स्टेशन से निरस्त रहेगी.
परिवर्तित रूट:
- दिनांक 29.06.2023 को अपने प्रांरभिक स्टेशन से प्रस्थान करने वाली गाड़ी संख्या 18478 योग नगरी ऋषिकेश - पुरी उत्कल एक्सप्रेस अब अपने निर्धारित रूट वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-बीना-कटनी मुड़वारा के बजाय वीरांगना लक्ष्मीबाई झांसी-महोबा-बांदा-ओहान-कटनी-नई कटनी मार्ग होते हुए अपने गंतव्य स्टेशन को जायेगी.
- दिनांक 29.06.2023 को अपने प्रांरभिक स्टेशन से प्रस्थान करने वाली गाड़ी संख्या 11071 लोकमान्य तिलक टर्मिनस - बनारस कामायनी एक्सप्रेस अपने निर्धारित रूट बीना - कटनी - सतना के बजाय बीना - अगासौद - ललितपुर - खजुराहो - मानिकपुर मार्ग होते हुए अपने गंतव्य स्टेशन को जायेगी.
- अभी मौसम खुल गया है इसलिए संभावना है कि ट्रैक को दुरुस्त करने का काम शुरू किया जाएगा और एक-दो दिन में रेलगाड़ियों का आवागमन दोबारा से शुरू किया जा सकेगा.
बुंदेलखंड में भारी बारिश से आवागमन बंद: बता दें बुंदेलखंड में लगातार तीन दिन से हो रही मूसलाधार बारिश लोगों के लिए परेशानी बन गई है. कहीं पुलिया बहने, तो कहीं मकान धराशाई हो गए, तो कहीं पर कोई और बड़ा नुकसान हुआ है. कुछ ऐसी ही स्थिति बीना-कटनी रेल खंड के महत्वपूर्ण स्टेशन दमोह से करीब 40 किलोमीटर दूर सलैया स्टेशन की रही. दरअसल लगातार बारिश के कारण दमोह- कटनी के बीच पड़ने वाले सलैया स्टेशन के अप ट्रैक पर मिट्टी बह जाने से नीचे की गिट्टी भी बह गई. जिससे ट्रैक पर आवागमन बंद हो गया.
बारिश में भीगते रेलवे प्रशासन कर रहा सुधार: गनीमत रही कि समय रहते रेल कर्मचारियों ने क्षतिग्रस्त ट्रैक देखकर जानकारी स्टेशन प्रबंधक को दी. उन्होंने तुरंत ही उच्च अधिकारियों को मामले से अवगत कराया और क्षतिग्रस्त ट्रैक का निरीक्षण किया.इससे बीना-कटनी मुड़वारा मेमू रद्द हुई, तो बीना-कटनी एक्सप्रेस को सुमरेरी स्टेशन पर किया शार्ट टर्मिनेट किया गया है. इसी तरह कामायनी एक्सप्रेस के रूट में किया बदलाव किया गया है. रेल प्रशासन का कहना है कि शीघ्र ही सुधार कार्य करके ट्रक चालू कर लिया जाएगा और आवागमन को पुनः बहाल किया जाएगा. इसके अलावा पूरी लाइन की बारीकी से जांच की जा रही है कि कहीं और तो इस तरह की घटना न हुई हो. रेल कर्मचारी बरसते हुए पानी में रेल ट्रैक का सुधार कर रहे हैं.