भोपाल। मिर्ची बाबा के वकील श्रीकृष्ण धौसले का कहना है कि इंपोटेंसी टेस्ट के लिए अदालत में आवेदन दिया गया था और कहा गया था कि नागा संप्रदाय में बाबाओं की निषेचन प्रक्रिया को खत्म कर दिया जाता है और ऐसे में बाबा रेप नहीं कर सकता. इसको साबित करने के लिए मिर्ची बाबा का टेस्ट कराया जाए. लेकिन सेशन ने कहा कि चालान पेश होने के बाद टेस्ट की अनुमति नहीं दी जा सकती. लिहाजा अब मिर्ची बाबा हाई कोर्ट जाने की तैयारी में हैं.
जेल में मिर्ची बाबा के पास खर्चे के पैसे खत्म : कांग्रेस सरकार के वक्त सुर्खियों में रहे बाबा इस वक्त रेप के आरोप में जेल में बंद है. बाबा के पैसे खत्म हो गए हैं. मिर्ची बाबा के खर्चे के लिये वकील ने जेल मे 500 रुपए जमा कराए हैं. मिर्ची बाबा ने दूसरे आवेदन में बताया कि वह नागा साधु की परंपराओं का पालन करता है. पूरे जीवनकाल के दौरान उसे सिर के बाल, दाढ़ी के बाल, माथे पर चंदन का लेप लगाकर रखना पड़ता है. जेल अधिकारी उसके बाल कटवाने का दबाव बनाते हैं. कोर्ट ने इसे स्वीकार कर केन्द्रीय जेल अधीक्षक को आदेश दिया कि अभियुक्त के धार्मिक एवं संवैधानिक अधिकारों की जेल नियमावली अनुसार सुरक्षा की जाए.
जमानत के बाद हिमाचल में रहने की तैयारी : बाबा मिर्ची ने रिहा हुए एक कैदी को बताया कि उसे राजनीतिक षड्यंत्र में उलझा दिया गया है. इस कैदी का कहना है कि बाबा खुद को बेकसूर होने का दावा करता है. बाबा ने कहा कि अब वो कभी भी बीजेपी सरकार के राज्यों में नहीं रहेगा. जमानत का इंतजार कर रहा बाबा का कहना है कि वो हिमाचल प्रदेश चला जायेगा.
ये है मामला : जेल में बंद मिर्ची बाबा वैराग्यानंद गिरि उर्फ मिर्ची बाबा को ग्वालियर के होटल से 8 अगस्त को गिरफ्तार किया गया था. बाबा पर रायसेन की रहने वाली 28 साल की महिला ने भोपाल के महिला थाने में रेप का केस दर्ज कराया है. मिर्ची बाबा को नागा बाबा का दर्जा प्राप्त है. वे खुद हरिद्वार के पंचायती निरंजनी अखाड़े का महामंडलेश्वर कहते हैं. महिला ने शिकायत में बताया था कि उसकी शादी को चार साल हो चुके हैं. बच्चे नहीं हैं. इसलिए मिर्ची बाबा के संपर्क में आई थी. बाबा ने पूजा-पाठ कर संतान होने का दावा किया. इलाज के नाम पर महिला को नशे की गोलियां खिलाकर रेप किया.