बांका: बिहार के बांका में एक शादी समारोह में खाना खाने से करीब 250 लोगों की तबीयत खराब हो गई. यह मामला बांका के चांदन प्रखंड के कसवावसिला पंचायत स्थित छीड़ा और हेठ छीड़ा गांव के मुस्लिम टोला का है. दरअसल, गुरुवार की रात बाबर अंसारी के घर शादी समारोह में लोग शामिल हुए थे. उसमें लोगों को मुर्गा चावल खिलाया गया था. शुक्रवार को इस शादी समारोह में खाना खाने वालों की तबीयत खराब होनी शुरू हो गई. लोगों को पेट दर्द की शिकायत हुई. इसके बाद रविवार तक दो सौ से ज्यादा लोगों की तबीयत खराब हो गई.
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गांव में लगाया गया है चिकित्सा शिविर: चूंकि शुरुआत में लोगों ने मामूली पेट दर्द समझकर स्थानीय स्तर पर दवा ले ली. लेकिन बाद में धीरे-धीरे काफी लोगों की तबीयत बिगड़ने लगी और स्थिति गंभीर होती चली गई. तब जाकर इस मामले की सूचना स्थानीय प्रशासन को दी गई, तो अधिकारियों का भी दिमाग ठनका. इसके बाद स्वास्थ्य विभाग की टीम संबंधित गांव पहुंची और वहां की स्थिति देख, गांव में ही चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराने के लिहाज से स्वास्थ्य कैंप लगाया गया. इसी शिविर में बीमार लोगों का इलाज किया जा रहा है.
डीएम ने दिया कैंप लगाने का आदेश: गांव में एक के बाद एक सभी घरों से बीमारों की संख्या बढ़ने लगी है. बताया जाता है कि जितने लोगों की तबीयत खराब हो रही है. सब लोगों ने शादी समारोह में मुर्गा चावल खाया था. आज इतनी ज्यादा संख्या में लोगों के बीमार पड़ जाने से इसकी सूचना डीएम तक चली गई. इसके बाद जिलाधिकारी के आदेश पर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र चांदन, रेफरल अस्पताल कटोरिया स्वास्थ्य विभाग की टीम दवा, एंबुलेंस के साथ छीड़ा गांव पहुंच कर बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने के लिए गांव में ही कैंप कर रही है.
सभी लोगों के स्वस्थ होने तक रहेगा कैंप: पंचायत के पूर्व मुखिया मौलाना अब्बास अंसारी ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग, पुलिस प्रशासन की ओर से डायरिया से पीड़ित परिवारों को राहत मिली है. ग्रामीणों ने भी पीड़ितों को भरपूर सहयोग किया है. बीडीओ राकेश कुमार की देखरेख में घर-घर ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव किया गया, ताकि संक्रमण फैलने से रोका जा सके. वहीं एसडीपीओ प्रेमचंद सिंह ने कहा कि डायरिया संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने तक गांव में मेडिकल कैंप सहित अन्य जरूरत दवा, ओआरएस पाउडर आदि की व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया गया.
"स्वास्थ्य विभाग, पुलिस प्रशासन की ओर से डायरिया से पीड़ित परिवारों को राहत मिली है. ग्रामीणों ने भी पीड़ितों को भरपूर सहयोग किया है" - मौलाना अब्बास अंसारी, पूर्व मुखिया
फूड प्वाइजनिंग से बीमार होने की बात आ रही सामने: अचानक से इतने लोगों की तबीयत बिगड़ने पर स्थानीय प्रशासन, बीडीओ, एसडीपीओ और स्वास्थ्य विभाग के डॉक्टर व अन्य चिकित्सा कर्मी गांव में ही कैंप कर रहे हैं. चिकित्सकों ने बताया कि गांव में बीमार लोगों की हालत फूड प्वाइजनिंग से खराब हुई है. वहीं प्रशासनिक पदाधिकारियों ने कहा कि इस मामले की जांच की जाएगी. फिलहाल तो मुर्गा चावल खाने से बीमार लोगों को चिकित्सीय सुविधा मुहैया कराई जा रही है और उनका अविलंब इलाज किया जा रहा है.
"डायरिया संक्रमित मरीजों के स्वस्थ होने तक गांव में मेडिकल कैंप सहित अन्य जरूरत दवा, ओआरएस पाउडर आदि की व्यवस्था बनाए रखने का निर्देश दिया गया" - प्रेमचंद सिंह, एसडीपीओ