श्रीनगर: देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. इसी सिलसिले में आज जम्मू कश्मीर की डल झील पर आज वायुवीरों का शौर्य प्रदर्शन कार्यक्रम आयोजित किया गया. इस जश्न में वायुवीरों ने हवा में अपनी जांबाजी से लोगों का दिल जीता. डल झील के ऊपर से वायुसेना के जवानों ने अपने हवाई करतब दिखाए. मकसद है जम्मू कश्मीर के युवाओं में वायुसेना के प्रति रूझान बढ़ाना. इस एयरो शो में भारतीय वायुसेना के फाइटर एयरक्राफ्ट ने हिस्सा लिया. इसके अलावा वायुसेना की एयरोबैटिक 'सूर्यकिरण' और 'आकाश-गंगा' टीम भी श्रीनगर के लोगों का अपने करतब से दिल जीतने की कोशिश की. आजादी के अमृत महोत्सव में भारतीय वायुसेना श्रीनगर प्रशासन के साथ मिलकर कश्मीर के सुप्रसिद्ध झील के ऊपर एक बड़ा एयरो शो सफलतापूर्वक किया.
वहीं, सेना के अधिकारियों ने बताया कि इसमें करीब 3 हजार से ज्यादा स्कूली बच्चे और कॉलेज स्टूडेंट्स शामिल हुए. बता दें, ऐसा पहली बार नहीं हुआ है कि श्रीनगर में एयर शो आयोजित हो रहा है. इससे पहले भी एयर शो हो चुके हैं. जानकारी के मुताबिक इससे पहले, 10 जुलाई 2003 को जेट उसी स्थान पर एक एयर शो का हिस्सा रहे हैं.
श्रीनगर में तैनात वायुसेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने ईटीवी भारत को बताया कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने 'आजादी का अमृत महोत्सव' के तहत यह एयर शो आयोजित किया है. उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना में कश्मीरी युवाओं की न्यूनतम भागीदारी है. वे इस जॉब प्रोफाइल को लेकर ज्यादा उत्सुक नहीं हैं. हमें उम्मीद है कि यह शो युवाओं में रोमांच को बढ़ावा देगा.
श्रीनगर में एयर शो के बारे में उन्होंने बताया कि सूर्य किरण एयरोबेटिक्स टीम का एयर डिस्प्ले, पैरामोटर और पॉवर हैंड ग्लाइडर डिस्प्ले, मिग 21 बाइसन शामिल हुए. इसके अलावा एयर शो में आकाशगंगा स्काई डाइविंग डिस्प्ले और फोटो प्रदर्शनी भी लगाई जाएगी. इस बीच, कश्मीर के संभागीय आयुक्त पीके पोल ने दावा किया कि यह आयोजन विमानन क्षेत्र में करियर के अवसरों को उजागर करने के लिए आयोजित किया जा रहा है.
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सेना के अधिकारी ने बताया कि श्रीनगर में एयर शो के लिए एक दिन पहले 25 सितंबर को फुल ड्रेस रिहर्सल हुई. उन्होंने बताया कि जिस तरह बैंगलोर एयर शो का उद्देश्य विमानन प्रौद्योगिकी का प्रदर्शन करना है, हमारे एयर शो का उद्देश्य इस क्षेत्र में करियर के अवसरों को उजागर करना है. जनजातीय मामलों का विभाग भी आयोजन के दौरान 30 से 40 युवाओं को शॉर्टलिस्ट करेगा और फिर उन्हें मुफ्त पायलट प्रशिक्षण प्रदान करेगा. पोल ने कहा कि उड्डयन क्षेत्र में रुचि रखने वाले छात्रों की काउंसलिंग के लिए वहां स्टॉल भी लगाए जाएंगे.