नई दिल्ली : केंद्र सरकार ने सोमवार को कहा कि यूक्रेन से अब तक 1156 भारतीय देश वापस पहुंच चुके हैं, जिनमें से किसी को भी कोविड-19 के तहत आइसोलेशन में नहीं रखा गया है. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, '28 फरवरी तक यूक्रेन से भारतीयों को लेकर 5 उड़ानें आ चुकी हैं. दिल्ली में चार और मुंबई में एक उड़ान में कुल 1156 यात्री आए हैं. किसी भी यात्री को अब तक आइसोलेशन में नहीं रखा गया है.' स्वास्थ्य मंत्रालय ने सोमवार को यूक्रेन से निकाले गए भारतीयों के लिए विभिन्न छूटों के साथ संशोधित अंतरराष्ट्रीय यात्रा परामर्श जारी किया.
नए दिशानिर्देशों के अनुसार यूक्रेन से आने वाले भारतीय नागरिकों को वर्तमान 'अंतरराष्ट्रीय यात्रा दिशानिर्देश' जैसे प्री बोर्डिंग निगेटिव आरटी पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट या पूरी तरह से टीकाकरण प्रमाण पत्र, जैसे दस्तावेजों को अपलोड करने से छूट दी गई है. स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा, 'जिन व्यक्तियों ने अपना Covid19 टीकाकरण पूरा कर लिया है, उन्हें अगले 14 दिनों के लिए अपने स्वास्थ्य की निगरानी करने की सलाह के साथ भारत में आगमन हवाई अड्डे से बाहर जाने की अनुमति दी गई है.'
मंत्रालय ने कहा, अगर यूक्रेन से आने वाले किसी भी भारतीय का कोरोना टेस्ट पॉजिटिव आता है तो उसे प्रोटोकॉल के अनुसार चिकित्सा प्रबंध किया जाएगा. स्वास्थ्य मंत्रालय में संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने भी विदेश मंत्रालय के संयुक्त सचिव जी बालासुब्रमण्यम को पत्र लिखकर स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी नए दिशा-निर्देशों की जानकारी दी.
अग्रवाल ने अपने पत्र में कहा, 'स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय इस संकट की स्थिति में हर संभव सहायता देने के लिए तैयार है, इसलिए किसी और सहायता की आवश्यकता होने पर बेझिझक हमसे संपर्क करें.'
मंत्रालय ने कहा कि 'यूक्रेन में जारी किए गए एयरमैन ऑफ नोटिस टू एयर मिशन (NOTAM) के मद्देनजर उड़ानों के माध्यम से इन फंसे भारतीयों की सीधी निकासी नहीं की जा सकी. भारतीय मिशन उन्हें पोलैंड, रोमानिया, स्लोवाकिया और हंगरी से निकालने की व्यवस्था कर रहे हैं. ऑपरेशन गंगा के तहत उन्हें फ्लाइट्स से संबंधित देशों से बाहर निकाला जा रहा है.'
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बता दें, रूस और यूक्रेन की जंग का आज सोमवार को पांचवा दिन है. यूक्रेन की राजधानी कीव और खारकीव शहर पर रूसी सेना के हमले जारी है.