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जाकिर नाईक और डॉ. कमाल ने बनाया सौरव को सलीम, ETV भारत से बोले पिता अशोक राजवैद्य

हिज्ब-उत-तहरीर संगठन के जिन 16 सदस्य को मध्य प्रदेश एटीएस ने पकड़ा उनमें से मोहम्मद सलीम को मुखिया बताया जा रहा है. सलीम पहले सौरभ राज वैद्य था. अब सवाल ये कि आखिर सौरभ से वह सलीम कैसे और कब बना? इसी सवाल का जवाब जानने के लिए ETV भारत पहुंचा सौरभ के घर और बात की उसके माता-पिता से

Saurabh and wife Surbhi
सौरभ और पत्नी सुरभी
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Published : May 15, 2023, 10:31 PM IST

Updated : May 15, 2023, 10:49 PM IST

सलीम बने सौरभ के परिजनों की ईटीवी भारत से बात

भोपाल। मोहम्मद सलीम उर्फ सौरभ राजवैद्य के पिता अशोक राज वैद्य ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया मेरे बेटे को इस्लाम धर्म अपनाने के लिए ब्रेनवाश करने वाले का नाम डॉक्टर कमाल है. यह वही डॉक्टर कमाल है, जो टीआईटी कॉलेज में मेरे बेटे का सीनियर था. जब मेरे बेटे की सगाई हुई तो वह उस कार्यक्रम में आया था. डॉक्टर कमाल के संपर्क में सौरभ रहने लगा तो कुछ दिन बाद ही उसकी बातचीत का तरीका बदल गया और आखिरकार एक दिन मुझे पता चला कि उसने इस्लाम धर्म को पूरी तरह से अपना लिया है. फिर भी जैसे-तैसे हमने 2014 तक उसको अपने साथ रखा और समझाते रहे, लेकिन वह नहीं माना. आखिरकार 30 अगस्त 2014 को मैंने उसे अपने घर से निकाल दिया. सौरभ उसके बाद मोहम्मद सलीम बनकर ही रह रहा है और उसकी पत्नी व बच्चे भी इस्लाम अपना चुके हैं.

बहनों से नहीं बंधवाई राखी: सौरभ राज वैद्य उर्फ मोहम्मद सलीम के पिता अशोक राज वैद्य बताते हैं कि 2010-11 में सौरव का इस्लाम के प्रति प्रेम नजर आया था. उन्होंने बताया कि क्योंकि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और इसलिए हमने कभी इस बात पर आपत्ति नहीं ली, लेकिन वर्ष 2014 के रक्षाबंधन के दिन जब सौरभ ने अपनी बहनों से राखी बंधवाने से भी इंकार कर दिया तो हमको समझ में आ गया कि इसने पूरी तरह से इस्लाम को अपना लिया. हमारी काफी बहस हुई और मैंने समझाया कि कुरान में कहीं नहीं लिखा है की हमें कट्टरपंथी होना है. मैंने उसे यह भी समझाया कि कई मुसलमान है और वह भी रक्षाबंधन का पर्व मनाते हैं, लेकिन वह नहीं माना और मैंने उसे घर से निकाल दिया.

मां बोली मैंने रोक-टोक बंद कर दी डर लगा कहीं चला ना जाए: मोहम्मद सलीम की मां बसंती जैन राज् वैद्य से भी ईटीवी भारत ने बात की तो उन्होंने कहा कि सौरव का इस्लाम के प्रति झुकाव के बारे में 2009 और 2010 के दौरान ही उन्हें पता चल गया था, लेकिन जब भी पूछती तो वहां बात करने से बचने लगा. इसके बाद मैंने सवाल जवाब करना बंद कर दिया, क्योंकि मुझे डर था कि कहीं वह घर छोड़कर ना चला जाए और हमसे बातें ना छुपाने लगे. सौरभ और उनके पिता के बीच काफी बहस होती थी. बहू भी उसके फेवर में ही बात करती थी, लेकिन वह पूरी तरह से इस्लामिक विचारों के चपेट में आ गया और 2014 में उसे घर से निकाल दिया.

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जाकिर नाईक का चेला है डॉक्टर कमाल: जिस डॉक्टर कमाल ने सौरव राज वैद्य को मोहम्मद सलीम बनाया वह जाकिर नायक से जुड़ा हुआ है. यह बात खुद मोहम्मद सलीम के पिता अशोक राज वैद्य ने ईटीवी भारत को बताई और कहा कि उनकी बहू और बेटे मुंबई ले गए थे. वहां पर वह जाकिर के संपर्क में भी आए. बहु सुरभि का धर्मांतरण तो जाकिर की सभा में ही हुआ है.

चार बहनों के बीच एक भाई था सौरभ: सौरभ उर्फ मोहम्मद सलीम का जन्म वर्ष 1982 में बैरसिया में ही हुआ. वह चार बहनों के बीच इकलौता भाई था. उसने बी फार्मा की पढ़ाई भोपाल से और एम फार्मा की पढ़ाई कर्नाटक से की थी. इसके बाद फार्मा में पीएचडी करने के लिए जोधपुर राजस्थान गया और वहां से आने के बाद उसने टीआईटी कॉलेज ज्वाइन कर लिया. यहां डॉक्टर कमाल के संपर्क में आया और इसके बाद उसके विचार बदलने लगे. यहां तक कि वह अपने पिता से भी बदतमीजी करने से पीछे नहीं हटता था.

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भोपाल। मोहम्मद सलीम उर्फ सौरभ राजवैद्य के पिता अशोक राज वैद्य ने ईटीवी भारत से बात करते हुए बताया मेरे बेटे को इस्लाम धर्म अपनाने के लिए ब्रेनवाश करने वाले का नाम डॉक्टर कमाल है. यह वही डॉक्टर कमाल है, जो टीआईटी कॉलेज में मेरे बेटे का सीनियर था. जब मेरे बेटे की सगाई हुई तो वह उस कार्यक्रम में आया था. डॉक्टर कमाल के संपर्क में सौरभ रहने लगा तो कुछ दिन बाद ही उसकी बातचीत का तरीका बदल गया और आखिरकार एक दिन मुझे पता चला कि उसने इस्लाम धर्म को पूरी तरह से अपना लिया है. फिर भी जैसे-तैसे हमने 2014 तक उसको अपने साथ रखा और समझाते रहे, लेकिन वह नहीं माना. आखिरकार 30 अगस्त 2014 को मैंने उसे अपने घर से निकाल दिया. सौरभ उसके बाद मोहम्मद सलीम बनकर ही रह रहा है और उसकी पत्नी व बच्चे भी इस्लाम अपना चुके हैं.

बहनों से नहीं बंधवाई राखी: सौरभ राज वैद्य उर्फ मोहम्मद सलीम के पिता अशोक राज वैद्य बताते हैं कि 2010-11 में सौरव का इस्लाम के प्रति प्रेम नजर आया था. उन्होंने बताया कि क्योंकि हम सभी धर्मों का सम्मान करते हैं और इसलिए हमने कभी इस बात पर आपत्ति नहीं ली, लेकिन वर्ष 2014 के रक्षाबंधन के दिन जब सौरभ ने अपनी बहनों से राखी बंधवाने से भी इंकार कर दिया तो हमको समझ में आ गया कि इसने पूरी तरह से इस्लाम को अपना लिया. हमारी काफी बहस हुई और मैंने समझाया कि कुरान में कहीं नहीं लिखा है की हमें कट्टरपंथी होना है. मैंने उसे यह भी समझाया कि कई मुसलमान है और वह भी रक्षाबंधन का पर्व मनाते हैं, लेकिन वह नहीं माना और मैंने उसे घर से निकाल दिया.

मां बोली मैंने रोक-टोक बंद कर दी डर लगा कहीं चला ना जाए: मोहम्मद सलीम की मां बसंती जैन राज् वैद्य से भी ईटीवी भारत ने बात की तो उन्होंने कहा कि सौरव का इस्लाम के प्रति झुकाव के बारे में 2009 और 2010 के दौरान ही उन्हें पता चल गया था, लेकिन जब भी पूछती तो वहां बात करने से बचने लगा. इसके बाद मैंने सवाल जवाब करना बंद कर दिया, क्योंकि मुझे डर था कि कहीं वह घर छोड़कर ना चला जाए और हमसे बातें ना छुपाने लगे. सौरभ और उनके पिता के बीच काफी बहस होती थी. बहू भी उसके फेवर में ही बात करती थी, लेकिन वह पूरी तरह से इस्लामिक विचारों के चपेट में आ गया और 2014 में उसे घर से निकाल दिया.

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जाकिर नाईक का चेला है डॉक्टर कमाल: जिस डॉक्टर कमाल ने सौरव राज वैद्य को मोहम्मद सलीम बनाया वह जाकिर नायक से जुड़ा हुआ है. यह बात खुद मोहम्मद सलीम के पिता अशोक राज वैद्य ने ईटीवी भारत को बताई और कहा कि उनकी बहू और बेटे मुंबई ले गए थे. वहां पर वह जाकिर के संपर्क में भी आए. बहु सुरभि का धर्मांतरण तो जाकिर की सभा में ही हुआ है.

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Last Updated : May 15, 2023, 10:49 PM IST
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