ग्वालियर। आधी रात एमपी की सड़क पर पुलिस के अधिकारी गश्त कर रहे थे. तभी आगरा -मुम्बई राष्ट्रीय राजमार्ग के ग्वालियर से शिवपुरी जाने वाले सेक्शन पर कुछ ऐसा हुआ कि वो पल यादगार बन गया. आधी रात के समय पुलिस ने कुछ ऐसा किया जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है और लोग उस MP Police के अफसर की तारीफ के पुल बांध रहे हैं जिसने लाखों लोगों का दिल जीत लेने वाला काम किया. सोचिए कंपकपाती ठंड़ में आधी रात सड़क पर गुजारने वालों की हालत क्या होगी. लेकिन ऐसे ही एक आदमी को हाइवे किनारे पन्नी में लिपटा देख पुलिस के एक अफसर की रूह कांप गई. यहां पुलिस का मानवीय रूप सामने आया. जब खुले आसमान के नीचे हाइवे के किनारे पीली पन्नी में एक बेसहारा सो रहा था तब घाटीगांव SDOP संतोष पटेल और उनकी टीम ने उस बेसहारा को ठंड से बचाने की व्यवस्था की. इसका वीडियो सोशल मीडिया प रजमकर वायरल (madhya pradesh police video) हो रहा है.
बुजुर्ग को मिला पुलिस का सहारा: एक बुजुर्ग ड्रायवर को उसका साथी ड्रायवर बहस के बाद रात में हाइवे पर पनिहार टोल पर छोड़ गया. जब रात में एसडीओपी घाटीगांव संतोष पटेल और उनकी टीम गश्त के लिए निकली तो उन्हाेंने टोल के पास सुलगती आग के पास पीले रंग की बरसाती में सोते हुए उस बुजुर्ग ड्रायवर को देखा. उसके पास ओस से भीगती दो रोटी भी रखी थी. एसडीओपी ने उसे जगाया और उससे पूछताछ की. तब पता चला कि उसका साथी ड्रायवर ही उसे इस बियावान में छोड़कर चला गया है. उसने पास की दुकान से चार रोटी मंगाई ओर दो खाली लेकिन ठंड के कारण बाकी दो खा ही नही सका. इसके बाद किसी दूसरे ट्रक वाले ने पीली तिरलपाल और एक शाल दे दी. जिससे वह उसी में लिपट कर सोने लगा, लेकिन ठंड इतनी ज्यादा थी कि इससे बच नही रही थी. क्या करता सो अपने को सिकोड़कर यही लेट गया.
देश भक्ति जन सेवा का पहनाया टोपा: इसके बाद एसडीओपी पटेल ने उसे उठाकर दुकानदार अमर रावत की दुकान के पीछे बनी झोपड़ी में लिटाया और पास में आग जलवा दी. उसके बाद वह उठकर आग के पास बैठ गया तब पुलिस को एहसास हुआ कि इतनी ठंड में कैसे नींद आएगी. ठंड के प्रवेश द्वार कान और पैर होते हैं. उसके पास कान बांधने के टोपा नहीं था, पैरों पर जूते मौजे नहीं थे. एसडीओपी ने अपने सर पर लगाया मध्यप्रदेश पुलिस की देश भक्ति जन सेवा का टोपा उतारकर उसे पहनाया और मौजे भी पहनाए. उसके बाद दुकानदार की झोपड़ी में उस व्यक्ति को सुला दिया. जिसे सुबह किसी वाहन में बैठाकर वापस गृह जिले की श्योपुर भेजा.
ठंड लगने से हुई बुजुर्ग की मौत, पूरी रात शव के पास बैठा रहा पालतू कुत्ता
एसडीओपी बोले हमें ईश्वर ने भेजा: एसडीओपी ने बताया कि उसको हमारी जरूरत थी. इसीलिए ईश्वर ने हमें वहां पर पहुंचाया. अन्यथा हम भी ठंड में अपने घर पर सोते. अच्छे कार्य करने से मन को संतुष्टि मिलती है. उसका प्रचार प्रसार करने से व्यक्ति में समाज सेवा का भाव जागता है. यही देश भक्ति जन सेवा का मूल उद्देश्य है.