भोपाल। केरल में लड़कियों को लव जिहाद में फंसाकर जबरदस्ती धर्म परिवर्तन कराने जैसी घटनाओं पर आधारित फिल्म 'द केरल स्टोरी' को लेकर जहां एक ओर विवाद छिड़ा हुआ है, वहीं, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस फिल्म को मध्यप्रदेश में टैक्स फ्री करने की घोषणा की है. सीएम शिवराज ने कहा कि कि 'द केरल स्टोरी' लव जिहाद, धर्मांतरण और आतंकवाद की साजिश का पर्दाफाश करती है. उन्होंने कहा कि नादानी में भावुकता में बहकर हमारी बेटियां लव जिहाद के जाल में उलझ जाती हैं. इसके बाद उनकी जिंदगी कैसे बर्बादी होती है, इसे इस फिल्म में बताया गया है.
लगातार उठी टैक्स फ्री करने की मांग : सीएम शिवराज ने कहा कि यह फिल्म हम सभी को जागरूक करती है. उन्होंने कहा कि मध्य प्रदेश में धर्मांतरण के खिलाफ कानून है. यहां लव जिहाद जैसे घिनौने कृत्य करने वालों को कड़ा सबक सिखाया जाता है. लेकिन हमें अपने बच्चों को जागरूक भी करना चाहिए. 'द केरला स्टोरी' षड़यंत्रकारियों की करतूते उजागर करती है. जागरूकता के लिए यह फिल्म सभी को देखना चाहिए. सभी माता-पिता को चाहिए कि ये फिल्म अपने बच्चों को दिखाएं. फिल्म को सभी लोग देखें, इसलिए इसे टैक्स फ्री किया गया है. गौरतलब है कि भाजपा के कई नेता लगातार इस फिल्म को टैक्स फ्री करने की मांग उठा रहे थे.
ये है फिल्म की कहानी : फिल्म अभिनेत्री अदा शर्मा ने इस फिल्म में गजब का अभिनय किया है. इस फिल्म में बताया गया है कि लगभग 32 हजार महिलाएं केरल से लापता हो गई हैं. इनका ब्रेनवाश और धर्म परिवर्तित किया गया है. इन महिलाओं को विदेशों में भारत के खिलाफ चल रहे आतंकी कैंपों में भेज दिया गया है. बता दें कि 'द केरल स्टोरी' को लेकर देश की सियासत भी गर्म है. विपक्षी पार्टियों के साथ ही कट्टरवादी संगठनों ने फिल्म पर बैन लगाने की मांग की है. दूसरी तरफ, बीजेपी इस फिल्म को दिखाने के पक्ष में है. यह भी गौरतलब है कि कर्नाटक में चुनाव प्रचार के दौरान पीएम मोदी भी 'द केरल स्टोरी' पर खुलकर बोल रहे हैं.
एमपी में ये फिल्में हुईं टैक्स फ्री : 'द केरल स्टोरी से पहले मध्य प्रदेश में हाल ही में अक्षय कुमार की 'सम्राट पृथ्वीराज' को भी मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने टैक्स फ्री करने की घोषणा की थी. इसके अलावा द कश्मीर फाइल्स, छपाक, पैडमैन, मर्दानी, एक थी रानी फिल्में टैक्स फ्री की जा चुकी हैं. द कश्मीर फाइल्स को लेकर भी काफी विवाद होता रहा. इस फिल्म में कश्मीरी पंडितों की व्यथा दिखाई गई थी. वहीं, पैडमैन व मर्दानी जैसी फिल्मों को लेकर कहीं से विरोध के स्वर नहीं सुनाई दिए.