उज्जैन। मध्य प्रदेश के उज्जैन में बने महाकाल लोक में पहुंचते ही श्रद्धालुओं को एक अलग ही वातावरण देखने को मिलेगा. इतना ही नहीं शिव जी से जुड़ी कहानी और इतिहास जानने को मिलेगा. यहां जो मूर्तियां है उनमें नंदी गण, भैरव, गणेश भगवान, पार्वती माता सहित अन्य भगवानों की मूर्तियां हैं. यही नहीं महाकालेश्वर कॉरिडोर के अंदर भगवान शिव की 200 फीट की प्रतिमा है. प्रतिमा स्थापित करने का कार्य शुरू हो गया है. इसके साथ ही 108 भव्य पिलर भी लगाए गए हैं.(Ujjain Mahakal Lok Live Broadcast) (Anthem dedicated to Mahakaleshwar) (Kamal Sarovar in Mahakal Lok) (Ujjain Mahakaleshwar Corridor) (200 idols of shiva 108 pillars)
बनारस के तर्ज पर बना महाकाल कॉरिडोर: भगवान महाकालेश्वर का दर्शन करने के लिए लाखों श्रद्धालु आते हैं. शिव से जुड़ी कथाओं, ज्ञान, भक्तिभाव और तन-मन शिवमय हो सके, इसके लिए ही बनाया गया है ‘महाकाल लोक’. शासन द्वारा यहां आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हर तरह की सुविधा का बंदोबस्त किया गया है. महाकाल लोक का लोकार्पण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा 11 अक्टूबर को किया जाएगा. मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बनारस के कॉरिडोर की तर्ज पर उज्जैन में भी इसी तरह का विकास करने के बारे में संकल्प लिया और यह संकल्प अब पूर्ण हो चुका है.
![Mahakal Lok Special story on its statues Historical importance](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/16594659_kskksk.jpg)
उज्जैन महाकाल लोक की देखें भव्यता, ड्रोन के जरिए कैप्चर की गई हैं तस्वीरें
महाकाल लोक में कमल सरोवर: महाकाल लोक में खूबसूरत कमल सरोवर बनाया गया है. जिसमे भगवान शिव को निराकार से साकार रूप में दिखाया गया है. कमल सरोवर में आर्टिफीशियल कमल के फूल लगे गए हैं. राजा महाकाल के चारों ओर शेर की मूर्ति लगाई गईं हैं. रात को जब श्रद्धालु महाकाल लोक घूमने आएंगे तो लाइट एंड साउंड का भी भव्य आयोजन देखने और सुनने को मिलेगा.
सप्त ऋषियों के नाम: कश्यप, अत्रि, वशिष्ठ, विश्वामित्र, गौतम, जमदग्नि और भारद्वाज, इन सात ऋषियों को सप्तर्षि कहा जाता है. हर काल में अलग-अलग सप्तर्षि होते हैं. ये सप्तर्षि मौजूदा काल के हैं. पद्मपुराण, विष्णु पुराण, मत्स्य पुराण समेत कई धर्म ग्रंथों में सप्तर्षियों का उल्लेख मिलता है. हिंदू मान्यताओं के अनुसार सप्त ऋषियों की उत्पत्ति ब्रह्माजी के मस्तिष्क से हुई थी. माना जाता है कि शिवजी ने गुरु बनकर सप्तर्षियों को ज्ञान दिया. सप्तर्षि की उत्पत्ति इस सृष्टि पर संतुलन बनाने के लिए हुई. उनका काम धर्म और मर्यादा की रक्षा करना और संसार के सभी कामों को सुचारू रूप से चलने देना है. सप्तर्षि अपनी तपस्या से संसार में सुख और शांति कायम रखते हैं.
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ऐसे कहलाए 'त्रिपुरारी': उज्जैन महाकाल लोक में दूसरे गेट पर बाण लगाया गया है. इसका नाम पिनाकी द्रुँर दिया गया है. भगवान शिव को रथ पर बाण लिए त्रिपुरासुर का वध करते हुए दिखाया गया है. रथ को भगवान ब्रह्म जी चला रहे हैं. इस के पीछे की कहनी यह है कि ताणकासुर के तीनों पुत्रों ने घोर तप किया. ब्रह्मा ने उन्हें तीन अलग-अलग नगर बसाने का वरदान दिया. वरदान पाकर तीनों ने मय दानव से अपने लिए क्रम से सोने, चांदी ओर लोहे के तीन नगर बनवाए. ये 3 नगर 'पुर' या 'त्रिपुर' कहलाए. ब्रह्मा ने यह भी कहा था कि, सहस्रों वर्षों के बाद ये तीनों नगर एक में मिल जाएंगे तब एक बाण से ही तीनों पुरों को नष्ट किया जा सकेगा. वही बाण तीनों भाइयों को मार डालेगा. वरदान पाकर तीनों मनमाना अत्याचार करने लगे. अंत में सहस्रवर्ष बाद तीनों नगरों के मिलने पर देवताओं की प्रार्थना से प्रेरित शिव ने एक बाण से तीनों पुरों को नष्ट किया और तीनों दैत्यों को भी मार डाला. तभी से शिव 'त्रिपुरारी' कहलाए.
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धैर्य के साथ करें कार्य: उज्जैन कलेक्टर आशीष सिंह ने 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उज्जैन दौरे को लेकर अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे सौंपे गए कार्य को मुस्तैदी से करें. सभी अधिकारी एक टीम भावना एवं टीम के रूप में कार्य करें. कलेक्टर ने हिदायत दी कि कोई भी अधिकारी एक-दूसरे पर काम ना टाले, ना ही कोई आरोप-प्रत्यारोप लगाए कलेक्टर ने कहा कि हर परिस्थिति में धैर्य के साथ कार्य करें.
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आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश: कलेक्टर आशीष सिंह ने प्रधानमंत्री के भ्रमण के सम्बन्ध में हेलीपैड पर सभी आवश्यक सुविधाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने कहा कि, हेलीपैड पर अनावश्यक अधिकारी एवं कर्मचारियों की भीड़ ना हो. अधिकारी एवं कर्मचारी किसी भी प्रकार की सेल्फी ना लें. उन्होंने कहा कि जो भी आवश्यक चीजें हेलीपैड पर सुनिश्चित करनी है, उसकी सूची तैयार कर लें. उन्होंने हेलीपेड पर फायर ब्रिगेड एवं आवश्यक जगहों पर फायर ब्रिगेड की तैनाती करने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने कहा कि, एम्बुलेंस एवं अस्थाई अस्पताल भी बनाया जाए. काफिले के साथ चलने के लिए पुलिस को वाहन उपलब्ध कराए गए हैं. उन्होंने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को कोविड मुक्त सर्टिफिकेट लाने के निर्देश दिए. हेलीपैड की बाउंड्रीवॉल में विद्युत साज-सज्जा करने के निर्देश दिए.
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पार्किंग व्यवस्था होगी दुरुस्त: कलेक्टर ने प्रधानमंत्री मोदी के महाकाल मंदिर आगमन को देखते हुए गर्भगृह में रहने वाले सभी पंडे एवं पुजारियों को सत्यापित करने एवं फायर सेफ्टी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. उन्होंने बताया कि महाकाल लोक के भ्रमण के दौरान नन्दी द्वार, त्रिपुरासुर द्वार एवं अन्य जगह पर एक-एक मजिस्ट्रेट की ड्यूटी सुनिश्चित की जाए. महाकाल लोक में दो डीजी सेट एवं दो डीजी सेट रिजर्व में रखने के निर्देश कलेक्टर ने दिये. कार्तिक मेला ग्राउण्ड में होने वाली आमसभा में पत्रकार दीर्घा, वीआईपी एवं अन्य दीर्घाओं पर भी अधिकारियों की तैनाती करने के निर्देश दिए गए हैं. कलेक्टर ने आमसभा में पर्याप्त मेडिकल सुविधा फर्स्टएड, डॉक्टर की ड्यूटी आदि की व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए. कलेक्टर ने पत्रकारों के वाहनों एवं अन्य लोगों की वाहनों की पार्किंग के सम्बन्ध में भी आवश्यक निर्देश दिए.
महाकालेश्वर को समर्पित गान: कलेक्टर आशीष सिंह ने सर्किट हाऊस, हेलीपैड, ग्रीन रूम, हेलीपैड डीआरपी लाइन, वीआईपी रूट, रामघाट, दत्त अखाड़ा, सुनहरी घाट आदि स्थानों पर आवश्यक पेयजल, स्ट्रीट लाईट आदि की व्यवस्था करने के निर्देश दिए साथ ही विभिन्न घाटों पर फाउंटेन लगाने एवं बोट इत्यादि की व्यवस्था रखने के निर्देश भी दिए. भगवान महाकालेश्वर को समर्पित गान की लांचिंग करेंगे प्रधानमंत्री. 11 अक्टूबर को लोकार्पण कार्यक्रम में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों की रिहर्सल मुख्यमंत्री के सामने की जाएगी. जनप्रतिनिधियों और प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा श्री महाकाल लोक के लोकार्पण की तैयारियों की समीक्षा की गई.
लोकार्पण तैयारियों की समीक्षा: विगत दिवस विक्रमादित्य प्रशासनिक संकुल भवन के सभाकक्ष में मध्य प्रदेश शासन के नगरीय विकास मंत्री भूपेंद्रसिंह, उज्जैन जिले के प्रभारी मंत्री जगदीश देवड़ा, उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव, संस्कृति मंत्री उषा ठाकुर, सांसद अनिल फिरोजिया, विधायक पारस जैन, माखनसिंह, महापौर मुकेश टटवाल और प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में आगामी 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री द्वारा श्री महाकाल लोक के लोकार्पण कार्यक्रम की तैयारियों के सम्बन्ध में समीक्षा बैठक की गई. इसके अलावा बैठक में अपर मुख्य सचिव राजेश राजौरा, प्रमुख सचिव लोक निर्माण विभाग नीरज मण्डलोई, आयुक्त जनसम्पर्क राघवेंद्र सिंह, प्रमुख सचिव मनीष सिंह, शिवशेखर शुक्ला, संभागायुक्त संदीप यादव, डीआईजी अनिलसिंह कुशवाह, कलेक्टर आशीष सिंह, पुलिस अधीक्षक सत्येंद्र कुमार शुक्ल और अन्य अधिकारी मौजूद थे.
स्मृति चिन्ह की डिजाइन पर विचार-विमर्श: बैठक में कलेक्टर आशीष सिंह द्वारा प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई. लोकार्पण समारोह के दौरान प्रस्तुत किए जाने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों और अतिथियों को दिए जाने वाले स्मृति चिन्ह की डिजाइन पर विचार-विमर्श किया गया. मंत्री भूपेंद्रसिंह ने 11 अक्टूबर को प्रधानमंत्री के प्रस्तावित कार्यक्रम में भगवान महाकालेश्वर के पूजन के साथ-साथ मां शिप्रा के पूजन का कार्यक्रम भी जोड़ने का सुझाव दिया. 11 अक्टूबर के कार्यक्रम में आने वाले संतजन के भोजन एवं सम्मान कार्यक्रम के लिए स्थल का चयन करने पर चर्चा की गई. मंत्री ने इस हेतु नोडल अधिकारी बनाने के निर्देश दिए. उक्त व्यवस्था विधायक पारस जैन के नेतृत्व में करने के बारे में चर्चा की गई. कार्यक्रम में मीडिया के लिए निर्धारित किए गए स्थल पर चर्चा के दौरान जानकारी दी गई कि मीडिया के लिए अलग से दीर्घा बनाई जाएगी.
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अनावश्यक मार्ग होंगे अवरुद्ध: प्रमुख सचिव मण्डलोई ने हेलीपैड और विभिन्न स्थानों पर विभाग द्वारा की गई व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी दी. कार्यक्रम में आने वाले आमजन के वाहनों की पार्किंग की व्यवस्था के सम्बन्ध में चर्चा की गई. मंत्री सिंह ने निर्देश दिए कि जनता को कार्यक्रम स्थल तक आने में किसी भी प्रकार की असुविधा न हो. प्रधानमंत्री के आगमन के लगभग आधे घंटे पूर्व ट्रैफिक को रोका जाये तथा उनके प्रस्थान के कुछ समय बाद तक ट्रैफिक को रोका जाये. अनावश्यक रूप से मार्गों को अवरुद्ध न किया जाए. मंत्री सिंह ने सुझाव दिया कि प्रमुख की लिस्ट बनाई जाए तथा वहां पर पार्किंग की व्यवस्था हेतु प्लान बनाया जाए. विधायक पारस जैन ने सुझाव दिया कि कुछ स्थानों पर बिजली के पोल काफी नीचे हैं. उन्हें दुरुस्त करवाया जाए.
लाईव प्रसारण की व्यवस्था: आयुक्त जनसम्पर्क सिंह के द्वारा जानकारी दी गई कि उक्त लोकार्पण कार्यक्रम के प्रचार-प्रसार हेतु सोशल मीडिया और राज्य तथा राष्ट्रीय स्तर के टीवी चैनल्स के माध्यम से कार्यक्रम का टीजर प्रसारित किया जा रहा है. प्रमुख प्रवेश द्वारों पर जनसम्पर्क के द्वारा कार्यक्रम के होर्डिंग्स लगवाये जा रहे हैं. इसके अलावा प्रमुख स्थानों पर एलईडी स्क्रीन के माध्यम से कार्यक्रम के लाईव प्रसारण की व्यवस्था की जाएगी. स्टेज का बैकग्राउण्ड भी डिजाइन किया जाएगा.
कलाकार देंगे प्रस्तुति: प्रमुख सचिव शुक्ला ने कहा कि संस्कृति विभाग द्वारा लोकार्पण समारोह के दौरान विभिन्न प्रस्तुतियां दी जाएंगी. श्री महाकाल लोक में विभिन्न स्थानों पर देश के विभिन्न राज्यों में भगवान शिव की स्तुति पर आधारित नृत्य और गायन की प्रस्तुति दी जायेगी. संस्कृति विभाग के कलाकार उज्जैन पहुंच चुके हैं. कार्यक्रमों की रिहर्सल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के समक्ष की जाएगी. शुक्ला ने जानकारी दी कि भगवान महाकालेश्वर को समर्पित महाकाल गान की रचना की गई है. उक्त गान की लांचिंग प्रधानमंत्री मोदी के द्वारा मेला ग्राउण्ड स्थित कार्यक्रम में करवाई जाएगी. लोकप्रिय कलाकार कैलाश खैर द्वारा भी आकर्षक प्रस्तुतियां दी जाएंगी.(Ujjain Mahakal Lok Live Broadcast) (Anthem dedicated to Mahakaleshwar) (Kamal Sarovar in Mahakal Lok) (Ujjain Mahakaleshwar Corridor) (200 idols of shiva 108 pillars)