जालोर: राजस्थान में जालोर जिला मुख्यालय के नजदीक नीलकंठ महादेव मंदिर में दलित नव दंपती को प्रवेश नहीं देने और पुजारी के अभद्र व्यवहार करने का वीडियो वायरल (Dalit couple not given entry in the temple) हुआ था. इसके बाद पीड़ित ने मामले में एफआईआर दर्ज करवा दी थी. एसपी हर्षवर्धन अग्रवाला ने मंदिर का जायजा लेने के साथ ग्रामीणों से जानकारी जुटाई. मामले में नवदंपती के साथ अभद्र व्यवहार करने के मामले में पुजारी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
क्षेत्र के नीलकंठ महादेव मंदिर में दलित दंपती को प्रवेश नहीं देने और अभद्र व्यवहार करने का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हुआ था. यह वीडियो तीन दिन पुराना बताया जा रहा है. घटना के बाद पीड़ित ने इस मामले में पुजारी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवाई थी. इस पर संज्ञान लेते हुए सोमवार को जालोर पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अग्रवाला नीलकंठ महादेव मंदिर पहुंचे. यहां उन्होंने पूरे मामले की जानकारी ली.
उन्होंने बताया कि नव विवाहित दलित दम्पती को मंदिर में प्रवेश नहीं देने का एक वीडियो वायरल हुआ था. उसकी जांच की गई जिसमें सामने आया कि दलित दंपती को मंदिर में प्रवेश तो दिया गया था लेकिन नारियल चढ़ाने को लेकर पुजारी के साथ विवाद हो गया था जिसके बाद पुजारी ने दंपती के साथ अभद्र व्यवहार करते हुए अपशब्द भी कहे थे. इसके चलते पुजारी वेलाभारती (61) पुत्र छगन भारती गोस्वामी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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यह दर्ज करवाया था प्रकरण: पुलिस के अनुसार 23 अप्रैल को नीलकंठ निवासी ताराराम पुत्र भीमाराम मेघवाल ने रिपोर्ट देकर बताया कि वे शुक्रवार को 5.30 बजे शादी के बाद पत्नी के साथ रीति-रिवाज के तहत रस्म पूरी कराने को लेकर नीलकण्ठ मंदिर में नारियल चढ़ाने गये थे तो पुजारी ने उन्हें बाहर ही रोक दिया और जातिसूचक शब्द कहते हुए नारियल नहीं चढ़ाने दिया. इस पर उन्होंने एससी एसटी एक्ट में प्रकरण दर्ज करवाया था.