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Chaitra Navratri 2023 : चैत्र नवरात्रि के हैं अलग-अलग नाम, इसलिए कही जाती है 'राम नवरात्रि'

चैत्र नवरात्रि को वसन्त नवरात्रि और राम नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है. कई जगहों पर इसे साल का पहला दिन मानकर भी मनाया जाता है. उत्तर भारत व दक्षिण भारत में यह अलग-अलग तरीके से मनाया जाता है.

Chaitra Navratri  Ram Navratri 2023
राम नवरात्रि
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Published : Mar 19, 2023, 2:14 AM IST

चैत्र मास में पड़ने वाली नवरात्रि को वसन्त नवरात्रि या वासंतिक नवरात्रि के साथ-साथ राम नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है. इसमें भी शारद नवरात्रि के समान देवी के 9 स्वरूपों की पूजा लगातार 9 दिनों तक की जाती है. यह चैत्र नवरात्रि मां देवी दुर्गा के साथ साथ भगवान राम को भी समर्पित होती है. इसके पीछे एक खास कारण बताया जाता है.

चैत्र मास में पड़ने वाली नवरात्रि में भक्त व हिन्दू धर्म को मानने वाले लोग देवी मां की प्रतिपदा से लेकर नवमी तक उनके स्वरूपों की पूजा-अर्चना करते हैं. वहीं कुछ भक्त 9 दिनों तक उपवास रखकर माता का आशीर्वाद प्राप्त करने की कोशिश करते हैं.

Chaitra Navratri  Ram Navratri 2023
चैत्र नवरात्रि 2023

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन हिन्दू धर्म के नए कैलेंडर वर्ष की शुरुआत होती है. इसीलिए घटस्थापना के साथ साथ चैत्र प्रतिपदा खास तौर की पूजा के साथ शुरू करते हैं. यह हिन्दू कैलेण्डर का पहला दिन होता है. इस तरह से देखा जाय तो साल के पहले दिन से अगले 9 दिनों तक देवी मां की पूजा करके साल का शुभारम्भ करते हैं.

Chaitra Navratri  Ram Navratri 2023
राम नवमी 2023

इस चैत्र नवरात्रि को वसंत नवरात्रि के साथ साथ राम नवरात्रि के भी नाम से पुकारते हैं. इसके पीछे कारण यह है कि भगवान श्रीराम का जन्मदिवस चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि को मनाया जाता है. चैत्र नवरात्रि को रामभक्त राम नवरात्रि कहा करते हैं.

चैत्र नवरात्रि का पर्व देश के कोने कोने में अलग अलग नामों से मनाया जाता है. चैत्र नवरात्रि के नाम से लोग उत्तर भारत में इसे देवी की पूजा करते हुए मनाते हैं. वहीं महाराष्ट्र में चैत्र नवरात्रि को गुड़ी पड़वा और आंध्र प्रदेश व कर्नाटक में उगादी के रूप में मनाते हैं.

इसे भी देखें...Hindu New Year 2023 : अबकी बार 22 मार्च को होगी हिंदू नव वर्ष की शुरुआत, 'पिंगल' नाम से जाना जाएगा नया साल

चैत्र मास में पड़ने वाली नवरात्रि को वसन्त नवरात्रि या वासंतिक नवरात्रि के साथ-साथ राम नवरात्रि के नाम से भी जाना जाता है. इसमें भी शारद नवरात्रि के समान देवी के 9 स्वरूपों की पूजा लगातार 9 दिनों तक की जाती है. यह चैत्र नवरात्रि मां देवी दुर्गा के साथ साथ भगवान राम को भी समर्पित होती है. इसके पीछे एक खास कारण बताया जाता है.

चैत्र मास में पड़ने वाली नवरात्रि में भक्त व हिन्दू धर्म को मानने वाले लोग देवी मां की प्रतिपदा से लेकर नवमी तक उनके स्वरूपों की पूजा-अर्चना करते हैं. वहीं कुछ भक्त 9 दिनों तक उपवास रखकर माता का आशीर्वाद प्राप्त करने की कोशिश करते हैं.

Chaitra Navratri  Ram Navratri 2023
चैत्र नवरात्रि 2023

चैत्र नवरात्रि के पहले दिन हिन्दू धर्म के नए कैलेंडर वर्ष की शुरुआत होती है. इसीलिए घटस्थापना के साथ साथ चैत्र प्रतिपदा खास तौर की पूजा के साथ शुरू करते हैं. यह हिन्दू कैलेण्डर का पहला दिन होता है. इस तरह से देखा जाय तो साल के पहले दिन से अगले 9 दिनों तक देवी मां की पूजा करके साल का शुभारम्भ करते हैं.

Chaitra Navratri  Ram Navratri 2023
राम नवमी 2023

इस चैत्र नवरात्रि को वसंत नवरात्रि के साथ साथ राम नवरात्रि के भी नाम से पुकारते हैं. इसके पीछे कारण यह है कि भगवान श्रीराम का जन्मदिवस चैत्र नवरात्रि की नवमी तिथि को मनाया जाता है. चैत्र नवरात्रि को रामभक्त राम नवरात्रि कहा करते हैं.

चैत्र नवरात्रि का पर्व देश के कोने कोने में अलग अलग नामों से मनाया जाता है. चैत्र नवरात्रि के नाम से लोग उत्तर भारत में इसे देवी की पूजा करते हुए मनाते हैं. वहीं महाराष्ट्र में चैत्र नवरात्रि को गुड़ी पड़वा और आंध्र प्रदेश व कर्नाटक में उगादी के रूप में मनाते हैं.

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