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तो क्या प्रियंका पर सोनिया गांधी ने भी अपनी मुहर लगा दी है

राहुल गांधी के कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने के बाद अगले कांग्रेस अध्यक्ष पर अटकलें लगाई जा रही हैं. एक तरफ कई लोगों का मानना है कि गांधी परिवार के बाहर से अध्यक्ष बनना चाहिए, तो दूसरी ओर प्रियंका गांधी के नाम पर चर्चा की जा रही है. जानें क्या हैं संभावनाएं

सोनिया और प्रियंका गांधी
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Published : Jul 29, 2019, 7:59 PM IST

Updated : Jul 30, 2019, 3:57 PM IST

नई दिल्ली: कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा. यह सवाल पार्टी के लिए अब भी किसी पहेली से कम नहीं है. शशि थरूर के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रियंका गांधी का नाम आगे किया है. लेकिन सोनिया गांधी का रूख क्या होगा, इस पर अभी किसी को कोई जानकारी नहीं है. वैसे, सूत्र बताते हैं कि सोनिया को भी कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.

आपको बता दें कि दो महीने पहले राहुल गांधी ने इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद उन्होंने साफ कर दिया है कि वह किसी भी हाल में इस्तीफा वापस नहीं लेंगे. बावजूद गांधी-नेहरू परिवार के बाहर के किसी भी नेता पर आम सहमति नहीं बन पा रही है.

राजनीतिक विश्लेषक बताते हैं कि जब भी गांधी परिवार से इतर किसी भी नेता को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है, पार्टी कमजोर हो गई.

दूसरी ओर इसी परिवार से प्रियंका गांधी के नाम पर आवाज देना भी इतना अच्छा नहीं माना गया है. अतीत में जिस किसी ने भी राहुल के रहते प्रियंका के नाम पर आवाज दी, उनकी राजनीतिक स्थिति अच्छी नहीं रही. इस श्रेणी में जनार्दन द्विवेदी और नटवर सिंह का नाम लिया जा सकता है. दोनों नेता प्रियंका को करिश्माई नेता बता चुके हैं. लेकिन आज इन दोनों नेताओं की स्थिति अच्छी नहीं कही जा सकती है.

हालांकि, शशि थरूर और कैप्टन अमरिंदर के बाद कांग्रेस में यह आवाज अब आम होती दिखाई दे रही है. संकेत है कि अब करवट इस ओर लेने लगा है कि कांग्रेस के पास गांधी नेहरू परिवार के अलावा दूसरा विकल्प नहीं. यदि राहुल गांधी एकदम जिद पर हैं कि अध्यक्ष पद पर वापस नहीं आएंगे, तो कांग्रेस के पास प्रियंका के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं दिखता.

सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के अंदर यह आम धारणा है सोनिया गांधी राहुल गांधी के रहते किसी दूसरे नाम पर सहमति देने को तैयार नहीं होंगी. प्रियंका पर भी नहीं. कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि जब कभी कांग्रेस के अंदर किसी ने भी प्रियंका गांधी को कांग्रेस में जिम्मेदारी देने की बात की पार्टी के अंदर उसके पर कतर दिए गए. यही कारण है कि लोकसभा चुनाव आखिरी क्षणों में जब पार्टी को यह लगने लगा कि कांग्रेस चुनाव में बहुत बुरे दौर में है.

प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश के एक हिस्से का प्रभारी बनाया गया. उन्हें कोई बहुत बड़ी जिम्मेदारी देकर राहुल के सामने खड़े होने की हैसियत नहीं दी गई. राहुल गांधी भी मीडिया के साथ बात करते समय यह स्पष्ट संदेश देने लगे प्रियंका की हैसियत एक सामान्य महासचिव की है. बावजूद इसके प्रियंका गांधी को कांग्रेस मुख्यालय में राहुल गांधी के ठीक बगल वाला कमरा दिया गया.

इस बात को लेकर हमेशा आम चर्चा रही रहा कि राहुल गांधी के रहते प्रियंका गांधी के नाम पर चर्चा किए जाने से सोनिया गांधी नाराज हो सकती हैं.

पर, अब परिस्थिति बदल चुकी है. मीडिया रिपोर्ट की भी मानें तो सोनिया प्रियंका के नाम पर सहमति दे सकती हैं. वैसे, कब तक यह फैसला होगा, इस पर कुछ कहना मुश्किल है.

नई दिल्ली: कांग्रेस का अगला अध्यक्ष कौन होगा. यह सवाल पार्टी के लिए अब भी किसी पहेली से कम नहीं है. शशि थरूर के बाद पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने प्रियंका गांधी का नाम आगे किया है. लेकिन सोनिया गांधी का रूख क्या होगा, इस पर अभी किसी को कोई जानकारी नहीं है. वैसे, सूत्र बताते हैं कि सोनिया को भी कोई आपत्ति नहीं होनी चाहिए.

आपको बता दें कि दो महीने पहले राहुल गांधी ने इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद उन्होंने साफ कर दिया है कि वह किसी भी हाल में इस्तीफा वापस नहीं लेंगे. बावजूद गांधी-नेहरू परिवार के बाहर के किसी भी नेता पर आम सहमति नहीं बन पा रही है.

राजनीतिक विश्लेषक बताते हैं कि जब भी गांधी परिवार से इतर किसी भी नेता को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया है, पार्टी कमजोर हो गई.

दूसरी ओर इसी परिवार से प्रियंका गांधी के नाम पर आवाज देना भी इतना अच्छा नहीं माना गया है. अतीत में जिस किसी ने भी राहुल के रहते प्रियंका के नाम पर आवाज दी, उनकी राजनीतिक स्थिति अच्छी नहीं रही. इस श्रेणी में जनार्दन द्विवेदी और नटवर सिंह का नाम लिया जा सकता है. दोनों नेता प्रियंका को करिश्माई नेता बता चुके हैं. लेकिन आज इन दोनों नेताओं की स्थिति अच्छी नहीं कही जा सकती है.

हालांकि, शशि थरूर और कैप्टन अमरिंदर के बाद कांग्रेस में यह आवाज अब आम होती दिखाई दे रही है. संकेत है कि अब करवट इस ओर लेने लगा है कि कांग्रेस के पास गांधी नेहरू परिवार के अलावा दूसरा विकल्प नहीं. यदि राहुल गांधी एकदम जिद पर हैं कि अध्यक्ष पद पर वापस नहीं आएंगे, तो कांग्रेस के पास प्रियंका के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं दिखता.

सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के अंदर यह आम धारणा है सोनिया गांधी राहुल गांधी के रहते किसी दूसरे नाम पर सहमति देने को तैयार नहीं होंगी. प्रियंका पर भी नहीं. कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि जब कभी कांग्रेस के अंदर किसी ने भी प्रियंका गांधी को कांग्रेस में जिम्मेदारी देने की बात की पार्टी के अंदर उसके पर कतर दिए गए. यही कारण है कि लोकसभा चुनाव आखिरी क्षणों में जब पार्टी को यह लगने लगा कि कांग्रेस चुनाव में बहुत बुरे दौर में है.

प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश के एक हिस्से का प्रभारी बनाया गया. उन्हें कोई बहुत बड़ी जिम्मेदारी देकर राहुल के सामने खड़े होने की हैसियत नहीं दी गई. राहुल गांधी भी मीडिया के साथ बात करते समय यह स्पष्ट संदेश देने लगे प्रियंका की हैसियत एक सामान्य महासचिव की है. बावजूद इसके प्रियंका गांधी को कांग्रेस मुख्यालय में राहुल गांधी के ठीक बगल वाला कमरा दिया गया.

इस बात को लेकर हमेशा आम चर्चा रही रहा कि राहुल गांधी के रहते प्रियंका गांधी के नाम पर चर्चा किए जाने से सोनिया गांधी नाराज हो सकती हैं.

पर, अब परिस्थिति बदल चुकी है. मीडिया रिपोर्ट की भी मानें तो सोनिया प्रियंका के नाम पर सहमति दे सकती हैं. वैसे, कब तक यह फैसला होगा, इस पर कुछ कहना मुश्किल है.

Intro:शशि थरूर के बाद अब पंजाब के कैप्टन, अमरिंदर सिंह और नटवर सिंह को भी प्रियंका गांधी में नैसर्गिक क्षमता दिखाई देने लगा है .कांग्रेस के अंदर इस आवाज
के तेज होने के मायने हैं .राहुल गांधी द्वारा कांग्रेस अध्यक्ष पद से इस्तीफा देने
के 2 महीने बाद भी पार्टी नेतृत्व संकट से जूझ रही है. राहुल गांधी ने साफ कर दिया कि वह किसी भी हालत में अध्यक्ष पद से दिया गया इस्तीफा वापस नहीं लेंगे. बावजूद इसके कांग्रेस अपने नए सेनापति की तलाश नहीं कर पाई है. दरअसल कांग्रेस के अंदर संकट इस बात को लेकर है गांधी नेहरू परिवार के बाहर के किसी भी नेता पर आम सहमति बनना संभव नहीं. जब भी वहां के लोगों को कांग्रेस अध्यक्ष बनाया गया पार्टी कमजोर हो गई.
दूसरी ओर इसी परिवार से प्रियंका गांधी के नाम पर आवाज देना भी अब तक मुश्किल होता रहा है .क्योंकि अतीत में जिस किसी ने भी राहुल के रहते प्रियंका के नाम पर आवाज ली दी उसका हर्ष बुरा रहा. कांग्रेस में जनार्दन द्विवेदी से लेकर नटवर सिंह तक कई ऐसे नेता रहे जो इसलिए
हाशिए पर चले गए क्योंकि उन्होंने राहुल गांधी के रहते प्रियंका गांधी को करिश्माई नेता बताया था. अब
कांग्रेस के नेताओं को प्रियंका गांधी में कांग्रेस के कद्दावर नेताओं को नैसर्गिक नेतृत्व दिख रहा है .

पार्टी में इस बात की आवाज उठने लगी है कि कांग्रेस वर्किंग कमिटी की बैठक में प्रियंका गांधी के नाम पर मुहर लगा दिया जाए.
शशि थरूर और कैप्टन अमरिंदर के बाद कांग्रेस में यह आवाज अब आम होती दिखाई दे रही है. यह संकेत है कि अब करवट इस ओर लेने लगा है कि कांग्रेस के पास गांधी नेहरू परिवार के अलावा दूसरा विकल्प नहीं. यदि राहुल गांधी एकदम इस जिद पर हैं कि अध्यक्ष पद पर वापस नहीं आएंगे तो कांग्रेस के पास प्रियंका के अलावा दूसरा कोई विकल्प नहीं दिखता.


Body:सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस के अंदर यह आम धारणा है यूपीए सुप्रीमो सोनिया गांधी राहुल गांधी के रहते किसी दूसरे नाम पर सहमति देने को तैयार नहीं होंगी . प्रियंका पर भी नहीं .कांग्रेस के सूत्र बताते हैं कि जब कभी कांग्रेस के अंदर किसी ने भी प्रियंका गांधी को कांग्रेसमें जिम्मेदारी देने की बात की पार्टी के अंदर उसके पर कतर दिए गए. यही कारण है कि लोकसभा चुनाव आखिरी क्षणों में जब पार्टी को यह लगने लगा कि कांग्रेस चुनाव में बहुत बुरे दौर में है.
प्रियंका गांधी को उत्तर प्रदेश के एक हिस्से का प्रभारी बनाया गया .उन्हें कोई बहुत बड़ी जिम्मेदारी देकर राहुल के सामने खड़े होने की हैसियत नहीं दी गई .राहुल गांधी भी मीडिया के साथ बात करते समय यह स्पष्ट संदेश देने लगे प्रियंका की हैसियत एक सामान्य महासचिव की है. बावजूद इसकी प्रियंका गांधी को कांग्रेस मुख्यालय में राहुल गांधी की ठीक बगल वाला कमरा दिया गया. इस बात को लेकर हमेशा
आम चर्चा रही रहा कि राहुल गांधी के रहते प्रियंका गांधी के नाम पर चर्चा किए जाने से सोनिया गांधी नाराज हो सकती हैं. यही कारण है कि कभी
मुखर रूप से रूप से प्रियंका गांधी का नाम कांग्रेसी नेताओं ने चर्चा नहीं की नहीं. अब एकाएक खुलकर कांग्रेस नेताओं का प्रियंका गांधी के नाम पर मुहर लगाने की बात और कांग्रेस वर्किंग कमिटी में इस बात को उठाने की बात इस ओर इशारा करता है कि कहीं न कहीं इस बात पर अब सोनिया गांधी की मुहर लग चुकी है.


Conclusion:
Last Updated : Jul 30, 2019, 3:57 PM IST
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