अमरावतीः देश इस समय बाढ़ के कारण जूझ रहा है. देश के कई हिस्सों में बाढ़ आ गई है. आंध्र प्रदेश में कृष्णा नदी जलस्तर में वृद्धि होने के कारण कृष्णा और गुंटूर जिलों के कई गांव जलमग्न हो गए. राहत की बात यह है कि कृष्णा नदी के जलस्तर में कमी होने के संकेत मिले है.
आंध्र प्रदेश के राज्यपाल विश्वभूषण हरिचंदन ने बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे किया है.
जलाशयों से पानी के बहाव में कमी देखी गई है लेकिन फिर भी कृष्णा और गुंटूर जिलों में 32 मंडलों के तहत आने वाले 87 गांवों के 17,500 लोगों की मुसीबतें अगले दो दिनों तक जारी रह सकती हैं.
दोनों जिलों में 24 गांव बाढ़ के कारण पूरी तरह जलमग्न हैं.
प्रकासम बराज में दूसरी स्तर की चेतावनी जारी है और दोनों जिलों में सरकारी तंत्र हाई अलर्ट पर है.
कृष्णा और गुंटूर में 11,553 लोगों को 56 राहत शिविरों में ले जाया गया है. जहां भोजन और पेयजल उपलब्ध कराया जा रहा है.
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अनुसार, दोनों जिलों में कुल 4,352 मकानों में पानी भरा हुआ है.
इन जिलों में 5,311 हेक्टेयर की कृषि फसलें और 1,400 हेक्टेयर की बागवानी फसलें बाढ़ में डूबी हैं.
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मौसम विभाग के अनुसार कर्नाटक के तटीय इलाकों में अगले 24 घंटों में चामराजनगर, रामनगर, चिक्काबल्लापुर, बैंगलोर अर्बन, बैंगलोर रूरल, मैसूरु, मांड्या और कोलार जिलों में भारी बारिश होने की संभावना है.