कोलकाता : चक्रवाती तूफान बुलबुल के कारण हुई भारी बारिश से पश्चिम बंगाल के तट पर पेड़ उखड़ गए जिससे एक व्यक्ति की मौत हो गई और यातायात बाधित रहा. अधिकारियों ने यह सूचना दी है.
शनिवार तड़के से लगातार हो रही बारिश से कोलकाता और आसपास से उपनगरीय क्षेत्रों में सड़कों पर पानी भर गया है, नालियां उफन रही हैं और यातायात जाम हो गया है. अधिकारियों ने बताया कि पेड़ गिरने से शहर के एक क्लब में एक व्यक्ति की मौत हो गई.
कोलकाता नगर निगम ने जलभराव से निजात पाने के लिए विशेष टीम तैनात की है जो उच्च क्षमता वाले पंपों से पानी की निकासी कर रहे हैं. मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा है कि वे खुद स्थिति की निगरानी कर रही हैं और बुलबुल तूफान से लड़ने के लिए प्रशासन हरसंभव इंतजाम कर रहा है.
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मुख्यमंत्री ने नागरिकों से शांति कायम रखने और परेशान न होने का आग्रह किया है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि स्कूल कॉलेज और आंगनवाड़ी केंद्र बंद रखे गए और तटीय क्षेत्रों के 1.2 लाख लोगों को बचा लिया गया है.
राज्य सचिवालय में आपातकालीन संचालन केंद्र (ईओसी) नियंत्रण कक्ष खोले गए हैं. शुक्रवार से पश्चिम बंगाल-ओडिशा तट पर मछली पकड़ने पर पूर्ण रूप से प्रतिबंध लगा है.
पर्यटकों को भी समुद्र के निकट न जाने को कहा गया है.
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि पश्चिम बंगाल के पूर्वी मिदनापुर, उत्तर 24 परगना, दक्षिण 24 परगना के तटीय इलाके में 80 से 90 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही थी और शनिवार को इसके बढ़कर 120 किलोमीटर प्रति घंटे होने की संभावना है.
मौसम विभाग ने बताया कि कोलकाता में भी 50 से 60 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं और इसे 70 किलोमीटर प्रति घंटे होने की संभावना है. पूरे इलाके में भारी बारिश हो रही है.
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा कि वह स्थिति की निगरानी कर रही हैं और प्रशासन आपात स्थिति से निपटने के लिए कदम उठा रहा है. उन्होंने लोगों से सयंम बरतने और भयभीत नहीं होने की अपील की.