सावधान! तेजी से बढ़ रहा है कोरोना, लक्षण, बचाव और तैयारी पर रिम्स के ट्रॉमा हेड से एक्सक्लूसिव बातचीत
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रांची: क्या कोरोना की चौथी लहर दस्तक दे चुकी है. ऐसा इसलिए क्योंकि 23 मई के बाद झारखंड में कोरोना संक्रमितों की संख्या में करीब 8 गुना इजाफा हो गया है. एक माह पहले तक 6 जिलों में इक्के दुक्के मरीज आ रहे थे. अब संक्रमण का दायरा 12 जिलों तक फैल चुका है. क्या इसे खतरे की घंटी के रूप में देखा जाना चाहिए. झारखंड के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल रिम्स के ट्रॉमा सेंटर के हेड डॉ प्रदीप भट्टाचार्य से बात की हमारे ब्यूरो चीफ राजेश कुमार सिंह ने. डॉक्टर भट्टाचार्य ने कहा कि कोरोना वायरस को हल्के में लेना बेवकूफी होगी. यह ऐसा वायरस है जो हमेशा अपना स्वरूप बदलता रहता है. उन्होंने कहा कि राहत की बात यह है कि इस फेज में संक्रमित मरीजों को कोई गंभीर परेशानी देखने को नहीं मिली है. लेकिन हर नागरिक को अपने स्तर से सावधानी बरतने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि कोरोना की तीन लहर के बाद आने वाली हर परिस्थिति से निपटने के लिए रिम्स पूरी तरह से तैयार है. रिम्स में स्थापित जिनोम सीक्वेंसिंग मशीन के अब तक फंक्शनल नहीं होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि विलंब के पीछे कई कारण हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि इस दिशा में तेजी से काम चल रहा है और बहुत जल्द जिनोम सीक्वेंसिंग मशीन से वेरिएंट की पहचान शुरू हो जाएगी. डॉक्टर प्रदीप भट्टाचार्य ने कहा कि सरकार सिर्फ आगाह और सचेत कर सकती है. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना और मास्क लगाना आम नागरिकों की जिम्मेदारी है. उन्होंने इस बात पर आश्चर्य व्यक्त किया कि झारखंड में अभी भी 57 लाख लोग ऐसे हैं जिन्होंने वैक्सीन का दूसरा डोज नहीं लिया. डॉक्टर भट्टाचार्य ने कहा कि इस तरह की लापरवाही जीवन को खतरे में डाल सकती है.