मशरूम की खेती से आत्मनिर्भर हुई असमीला खातून, गांव की महिलाओं के लिए बनी प्रेरणा
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साहिबगंज जिला में बोरियो प्रखंड अंतर्गत पंचायत बड़ा मदनशाही और छोटा पांगड़ो गांव की रहने वाली असमीला खातून. जो आज क्षेत्र की महिलाओं के लिए मिसाल कायम कर रही हैं. अपनी कला, नयी सोच और सामाजिक बंधनों से ऊपर उठकर अपने परिवार को एक बेहतर जीवन दे रही हैं. असमीला खातून राजमहल की रहने वाली हैं, साल 2000 में शादी के बाद ससुराल वालों ने दहलीज से बाहर जाने पर पांबदी लगी दी थी. लेकिन कुछ नया करने की चाह थी और खुद के पैरों पर खड़ा होने की ललक थी. असमीला ने शादी के बाद बीए की पढ़ाई पूरी की और 2006 में ससुराल आयी. शुरुआती दौर आंगनबाड़ी सेविका में चयन हुआ, घर के बाहर जाकर काम करने में उनके पति का भरपूर साथ मिला.