Video: रेत से भी महंगी बिक रही मिट्टी, दीये के दाम में भी हुई बढ़ोतरी
🎬 Watch Now: Feature Video
पलामू: समय बदला और हालात बदले, इस बदले हुए हालात में अब मिट्टी भी बिकने लगी है. किसी ने नहीं सोचा था कि मिट्टी भी बाजार में बिकेगी. बाजारों में मिट्टी रेत से भी महंगी बिक रही है. मिट्टी खरीदने वाले वो लोग होते हैं, जिनकी मेहनत से दिवाली पर हमारे घर में दीये जलते हैं. दिवाली और छठ में मिट्टी के बर्तनों और दीयों का बहुत महत्व होता है. दिवाली और छठ नजदीक है, एक बार फिर दीयों और मिट्टी के बर्तनों के बाजार सजने लगे हैं. एक बार फिर दीपक और मिट्टी के बर्तन चर्चा में आ गए हैं. समय के साथ मिट्टी के दीयों का बाजार कम हो गया है जबकि इन्हें बनाने की लागत बढ़ गई है. पहले दीये बनाने वाले कुम्हार लकड़ी खरीदते थे. लेकिन अब वे मिट्टी भी खरीदने लगे हैं. दीये और बर्तन बनाने में इस्तेमाल की जाने वाली मिट्टी भी अलग-अलग गुणवत्ता की होती है. दिवाली के दीये बनाने वाले कुम्हार 1500 से 4000 रुपये प्रति ट्रैक्टर की दर से मिट्टी खरीद रहे हैं. 100 दीये बनाने में कुम्हार को 50 से 60 रुपये का खर्च आता है, लेकिन बाजार में यह 70 से 80 रुपये में बिकता है. लागत के अनुसार ही दीपक को बेचना पड़ता है. दिवाली और छठ के बाद इसका बाजार भी मंदा हो जाता है.