VIDEO: देवघर के कांवड़िया पथ पर पैरों में घुंघरू बांध ढोलक बजाते हैं कुछ लोग, उत्साह में बदल जाती है श्रद्धालुओं की थकान - ETV Jharkhand
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सावन महीने में गेरुवा वस्त्र और बोलबम के नारों के साथ देवघर (Bol Bam in Deoghar) का पूरा कांवड़िया पथ गूंज रहा है. श्रद्धालु सुलतानगंज से जल लेकर पैदल देवघर पहुंचते हैं और बाबा बैद्यनाथ पर जल अर्पित करते हैं. इस बीच कावड़ियों को रास्ते में काफी थकावट महसूस होती है लेकिन, पैरों मैं घुंघरू बांधे कुछ लोग ढोल बजाकर इनकी थकावट को उत्साह में बदल देते हैं. ढोल की उर्जामय धुन सुन श्रद्धलुओं की खोई हुई ऊर्जा फिर से जागृत हो जाती है. ढोलक वादी का कहना है कि वे एक महीने बाबा भोलेनाथ की सेवा करते हैं. श्रद्धालु इच्छा अनुसार उन्हें आर्थिक मदद भी करते हैं, जिससे उनकी जीविका चलाने में मदद मिल जाती है. इनकी माने तो रोजाना 300-400 की आमदनी हो जाती है. कांवड़िया पथ पर श्रद्धालुओं से इसके बारे में बात की गई. श्रद्धालुओं का कहना है कि जब ढोलक और घुंघरू की खनक कानों में जाती है तो पैर की गति भी तेज हो जाती है. इससे हमारी थकान खत्म हो जाती है.
Last Updated : Feb 3, 2023, 8:25 PM IST