चाईबासाः पश्चिम सिंहभूम जिले के गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा गांव में नरसंहार की घटना को लेकर भारतीय जनता पार्टी अनुसूचित जनजाति मोर्चा की जिला इकाई ने घटना में शामिल लोगों को अविलंब गिरफ्तार और क्षेत्र में अराजक फैलाने वाले संगठनों पर कार्रवाई करने की मांग की है. इसको लेकर शनिवार को उपायुक्त के नाम ज्ञापन सौंपा गया. जिला उपायुक्त की अनुपस्थिति में एडीसी इंदु गुप्ता को ज्ञापन सौंपा गया.
राष्ट्रपति शासन की मांग
अनुसूचित जनजाति मोर्चा जिला अध्यक्ष शिवा बोदरा ने कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा खुद को आदिवासियों की सरकार बताती है, जबकि राज्य में झारखंड मुक्ति मोर्चा की सरकार बनते ही आदिवासियों की हत्या होनी शुरू हो गई है. फिर से राज्य में अराजकता फैलाने वाले गिरोह सक्रिय हो गए हैं. इस घटना के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पूरी तरह से जिम्मेवार हैं. उन्होंने कहा कि महामहिम राष्ट्रपति और राज्यपाल झारखंड में राष्ट्रपति शासन लागु करें.
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ऐसा नहीं हुआ पहले
शिवा बोदरा ने कहा कि पश्चिम सिंहभूम जिले के गुदड़ी प्रखंड के बुरुगुलीकेरा गांव में असामाजिक तत्वों ने 7 निर्दोष आदिवासियों को निर्मम हत्या कर पूरे प्रदेश को अराजकता के माहौल में झोंकने का प्रयास किया है. गठबंधन की सरकार अपने आपको आदिवासी और मूलवासी की हितैषी सरकार बताती है. इस सरकार के गठन के 25 में दिन ही 7 आदिवासियों का नरसंहार होता है. यह वाक्य पूरे प्रदेश की चरमराई विधि व्यवस्था और असामाजिक तत्वों और संगठनों के बढ़े हुए मनोबल को दर्शाता है. राज्य बनने के बाद आदिवासियों को ऐसा जघन्य नरसंहार कभी नहीं हुआ था.