चाईबासा: जिले में आनेकों परित्यक्त खदानें मौजूद हैं, जिसकी फिलहाल कोई उपयोगिता नहीं रह गई है. ऐसे खदानों में भारी मात्रा में पानी जमा है. जिले के सभी ऐसे खदानों में संचित जल भंडार का प्रयोग क्षेत्र के आसपास के गांव में पेयजल आपूर्ति और कृषि कार्य के लिए किया जाएगा.
जिले के परित्यक्त खदानों में जमा जल के सदुपयोग करने को लेकर कोल्हान प्रमंडल के आयुक्त विजय कुमार सिंह ने खदान के प्रतिनिधियों के साथ बैठक की. उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में लगातार भूगर्भ जल स्तर नीचे गिरता जा रहा है, जिसके कारण भविष्य में जल संकट हो जाएगा. प्रमंडल आयुक्त ने कहा कि लोगों को वर्षा का पानी और अन्य प्राकृतिक स्रोतों से मिलने वाले पानी का संचयन करना चाहिए.
इसे भी पढ़ें:- लोक लेखा समिति की बैठक में अधिकारियों पर बिफड़े स्टीफन मरांडी, कहा- होमवर्क करके आना चाहिए
प्रमंडल के आयुक्त विजय कुमार सिंह ने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार एक-एक बूंद पानी का उपयोग किया जाएगा और जिले के परित्यक्त खदानों में संचित जल का सदुपयोग किया जाएगा. उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार 14 खदानों की अनुज्ञप्ति देनी है, जिस कारण खदानों में जमा जल भंडारण को निकालने होंगे इसके साथ ही पानी का सदुपयोग भी करना होगा.
बैठक में पश्चिम सिंहभूम जिला के उपायुक्त अरवा राजकमल, आयुक्त के सचिव उपनिदेशक खान, कोल्हान प्रमंडल अधीक्षक अभियंता पेयजल एवं स्वच्छता चाईबासा अंचल आदि खदानों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे.