चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम पुलिस को एक बड़ी सफलता मिली है. पीएलएफआई के जोनल कमांडर शनिचर सुरीन के एनकाउंटर के बाद मंगलवार को जोनल कमांडर अजय पूर्ति को गिरफ्तार कर लिया गया है. बताया जा रहा है कि 6 और उग्रवादियों को गिरफ्तार किया गया है. हालांकि, इसकी पुष्टि पुलिस पदाधिकारियों ने अब तक नहीं की है. इसके साथ ही अजय पूर्ति दस्ते के पास से हथियार भी बरामद किया गया है.
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अजय पूर्ति पर कई मामले हैं दर्ज
जोनल कमांडर शनिचर सुरीन की मौत के बाद अब अजय पूर्ति की गिरफ्तारी से पीएलएफआइ सगंठन के पूरी तरह से बिखर जाने के कयास लगाए जा रहे हैं. अजय पूर्ति की गिरफ्तारी के बाद अब पुलिस के निशाने पर पीएलएफआई सुप्रीमो दिनेश गोप है. जानकारी के मुताबिक, अजय पूर्ति के खिलाफ पश्चिमी सिंहभूम के थानों में हत्या, लेवी, पुलिस पर हमला के कई मामले दर्ज हैं.
अजय पूर्ति की गिरफ्तारी से पीएलएफआई कमजोर
सूत्रों की माने तो मंगलवार की सुबह गुदड़ी क्षेत्र के जंगल में अभियान चलाया जा रहा था. इस दौरान पुलिस ने अजय पूर्ति की गिरफ्तारी की. गिरफ्तार पीएलएफआई कमांडर अजय पूर्ति को बंदगांव क्षेत्र की जिम्मेदारी सौंपी गई थी. अजय पूर्ति की गिरफ्तारी से पीएलएफआई के कमजोर पड़ जाने की संभावना है.
सीमावर्ती इलाकों में वसूलता था लेवी
जोनल कमांडर अजय पूर्ति का इलाका चक्रधरपुर अनुमंडल और खूंटी जिले का सीमावर्ती क्षेत्र है. वह इन्हीं इलाकों में लेवी वसूलने का काम करता था. हालांकि, पीएलएफआई का प्रभाव पश्चिमी सिंहभूम जिले के कई इलाकों में है. हाल के समय में बंदगांव और गुदड़ी क्षेत्र में इनकी सक्रियता काफी बढ़ी है. पोड़ाहाट के घने जंगल इनके लिए सेफ जोन हैं. कुछ समय से इस इलाके में पुलिस ने भी अभियान तेज कर दिया था. इसी वजह से पीएलएफआई बैकफुट पर है. शनिचर सुरीन के एनकाउंटर के बाद अजय पूर्ति दस्ते की गिरफ्तारी पीएलएफआई के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है. इस गिरफ्तारी से संगठन सुप्रीमो दिनेश गोप सहित अन्य कमांडर व सदस्य कमजोर पड़ेंगे, जिसका फायदा पुलिस को मिलेगा, इसलिए सुरक्षा बल की ओर से भी उग्रवादियों के खिलाफ लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा है.