चाईबासा: चक्रधरपुर रेलवे स्टेशन पर दुर्ग दानापुर साउथ बिहार एक्सप्रेस से एक यात्री का शव उतारा गया. मृत यात्री की ट्रेन में अचानक तबियत बिगड़ गई और वह अचानक शिथिल पड़ गया. उस बोगी में सफर कर रहे यात्रियों के द्वारा टीटी और आरपीएफ को सूचना देने के बाद भी रेल प्रशासन नहीं पहुंचा. जिसे लेकर यात्रियों में काफी रोष देखने को मिला.
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दुर्ग-दानापुर साउथ बिहार एक्सप्रेस के कोच संख्या डी/3 में सीट नंबर 100 पर 38 साल का एक युवक सफर कर रहा था. जिसका नाम पपलु दास था. पपलू बिहार के सहरसा जिले के सीतानाबाद थाना क्षेत्र के मिर्जा टोला का रहने वाला था. यात्रियों के अनुसार जब गाड़ी झारसुगड़ा रेलवे स्टेशन पहुंची तो उक्त यात्री की अचानक तबीयत बिगड़ गई. इसके बाद यात्रियों ने इसकी सूचना ड्यूटी पर तैनात टीटी और आरपीएफ जवानों को दी. लेकिन टीटी ने उनकी की बातों पर ध्यान नहीं दिया. इधर उस उस बीमार यात्री की हालत और खराब हो गई और वह बेहोश होकर सीट पर गिर पड़ा.
यात्रियों के अनुसार इसके बावजूद ना पुलिस की ओर से कोई कार्रवाई की गई और ना ही टीटीई ने कोई मदद की. इस बीच ट्रेन भी आगे के लिए रवाना गई. जब गाड़ी राउरकेला पहुंची तो वहां भी यात्रियों ने इसकी शिकायत की, लेकिन वहां भी किसी ने उनकी बात नहीं सुनी और गाड़ी को चक्रधरपुर के लिए रवाना कर दिया गया. जब ट्रेन चक्रधरपुर पहुंची तो यात्रियों ने काफी हो हंगामा किया. जिसके बाद रेलवे अस्पताल की डॉक्टर रश्मि पांडे ने यात्री की जांच की. जांच के उपरांत डॉक्टर ने उसे मृत घोषित कर दिया. जिसके बाद यात्री के शव को चक्रधरपुर में उतर गया.
पुलिस ने यात्री की बैग की तलाशी ली, जिससे उसकी पहचान हो सकी और उसके परिजनों को सूचना दी जा सकी. यात्री के बैग से पुलिस को आधार कार्ड और फोन नंबर मिला. इस दौरान ट्रेन चक्रधरपुर स्टेशन पर लगभग 1 घंटे तक खड़ी रही. इसके बाद ट्रेन को रवाना किया गया.