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चाईबासाः क्वॉरेंटाइन सेंटर में मजदूरों को नहीं मिल रहा समय पर भोजन, धरने पर बैठे आक्रोशित लोग - चाईबासा में मजदूरों का धरना प्रदर्शन

चाईबासा के मनोहरपुर स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे 49 मजदूरों ने जिला प्रशासन के खिलाफ नाराजगी दिखाते हुए धरना दिया है. मजदूरों का कहना है कि वे अपने-अपने गृह पंचायत जाना चाहते हैं और वहीं क्वॉरेंटाइन में रहेंगे. काम से कम वहां उन्हें भूखे तो नहीं रहना पड़ेगा.

labourers protest in quarantine centre at chaibasa
धरना देते मजदूर
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Published : May 14, 2020, 10:06 PM IST

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के मनोहरपुर के मणिपुर स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे 49 मजदूरों ने जिला प्रशासन की ओर से समय पर भोजन उपलब्ध नहीं कराए जाने के विरोध में क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही धरने पर बैठ गए.

मजदूरों ने दिया धरना प्रदर्शन

मनोहरपुर के मणिपुर स्टेट क्वॉरंटाइन सेंटर में रह रहे मजदूरों को समय पर भोजन और अन्य व्यवस्था भी उपलब्ध नहीं कराई गई है. जिसे लेकर मजदूरों में जिला प्रशासन के खिलाफ नाराजगी देखी जा रही है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में मजदूरों को दोपहर का खाना शाम 5:00 बजे दिया जा रहा था. जिसका विरोध करते हुए मजदूर घंटों भूख से छटपटा रहे मजदूरों ने गुस्से में शाम में खाना खाने से इंकार करते हुए सेंटर पर ही धरने पर बैठ गए. मजदूरों का कहना है कि स्थानीय प्रशासन उनके प्रति उदासीन व्यवहार कर रही है. लगातार को भी दोपहर का खाना शाम लगभग 3 बजे दिया गया था. मजदूरों को हाथ धोने और नहाने के लिए साबुन भी उन्हें नही दिया गया. जहां उन्हें रखा जा रहा बिजली की पर्याप्त व्यवस्था नही है. मजदूरों का कहना है कि वे अपने अपने गृह पंचायत जाना चाहते है और वंही क्वॉरेंटाइन में रहेंगे. काम से कम वहां उन्हें भूखे तो नहीं रहना पड़ेगा.

और पढ़ें- ओडिशा से गोड्डा आ रही प्रवासी महिला मजदूर ने दिया बस में बच्चे को जन्म, जच्चा और बच्चा स्वस्थ

इधर, क्वॉरेंटइन सेंटर में मजदूरों का धरना पर बैठ जाने की सूचना पर प्रशासन हरकत में आयी. मनोहरपुर डीएसपी विमलेश कुमार त्रिपाठी की ओर से मजदूरों को समझाने के बाद मजदूरों ने अपनी समस्या रखते हुए तत्काल वे नास्ता करने को तैयार हुए उसके बाद मजदूरों को नाश्ता कराया गया. मौके पर डीएसपी ने क्वॉरेंटाइन सेंटर में तैनात कर्मियों को फटकार लगाते हुए. मजदूरों को देखभाल को लेकर आवश्यक निर्देश दिए. डीएसपी ने मजदूरों को बताया कि उनके स्वास्थ्य जांच के लिए जो सैंपल जांच के लिए भेजा गया है. दो-तीन दिन में रिपोर्ट आ जाएगी. सभी को स्वस्थ पाए जाने पर उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर से उन्हें अपने-अपने घर जाने के लिए छुट्टी दे दी जाएगी.

कदमडीहा पंचायत के 26 मजदूर

ज्ञात हो कि हैदराबाद से झारखंड लौट रहे चाईबासा जिले के विभन्न गांव के 41 मजदूर झारखंड में घुसने के क्रम में पिछले दिनों सोमवार की शाम जराइकेला सीमा क्षेत्र पर प्रशासन की ओर से पकड़े गए. प्रशासन सभी को मनोहरपुर में बनाए गए स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में क्वॉरेंटाइन किया गया था. मजदूरों में चाईबासा जिला के गोइलकेरा प्रखंड के कदमडीहा पंचायत के 26 मजदूर शामिल हैं. सोनुवा प्रखंड के देवांवीर पंचायत के 10 मजदूर हैं. चक्रधरपुर प्रखंड के होयाहातू पंचायत 2 के मजदूर अलावा खुंटपानी प्रखंड के पंडावीर पंचायत के 2 मजदूर समेत जमशेदपुर के बारीडीह के एक मजदूर शामिल हैं. इनके अलावा मनोहरपुर प्रखंड क्षेत्र के 8 मजदूर पहले से सेंटर में रहे है.

उपायुक्त अरवा राजकमल ने बताया कि आपसी समन्वय स्थापित नही होने के कारण मनोहरपुर क्वॉरंटाइन सेंटर में खाना देने में विलंब हुआ है. प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि इस तरह की लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही ऐसी गलती दुबारा ना दोहराया जाए और क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गए सभी मजदूरों को पौष्टिक आहार खिलाए. विशेष कर चाईबासा-चक्रधरपुर के क्वॉरेंटाइन सेंटर और शेल्टर में रखे गए मजदूर जिन्होंने अपनी क्वॉरेंटाइन अवधि समाप्त कर ली है. वैसे मजदूरों को भी पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाने अनुमंडल पदाधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं.

चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के मनोहरपुर के मणिपुर स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह रहे 49 मजदूरों ने जिला प्रशासन की ओर से समय पर भोजन उपलब्ध नहीं कराए जाने के विरोध में क्वॉरेंटाइन सेंटर में ही धरने पर बैठ गए.

मजदूरों ने दिया धरना प्रदर्शन

मनोहरपुर के मणिपुर स्टेट क्वॉरंटाइन सेंटर में रह रहे मजदूरों को समय पर भोजन और अन्य व्यवस्था भी उपलब्ध नहीं कराई गई है. जिसे लेकर मजदूरों में जिला प्रशासन के खिलाफ नाराजगी देखी जा रही है. क्वॉरेंटाइन सेंटर में मजदूरों को दोपहर का खाना शाम 5:00 बजे दिया जा रहा था. जिसका विरोध करते हुए मजदूर घंटों भूख से छटपटा रहे मजदूरों ने गुस्से में शाम में खाना खाने से इंकार करते हुए सेंटर पर ही धरने पर बैठ गए. मजदूरों का कहना है कि स्थानीय प्रशासन उनके प्रति उदासीन व्यवहार कर रही है. लगातार को भी दोपहर का खाना शाम लगभग 3 बजे दिया गया था. मजदूरों को हाथ धोने और नहाने के लिए साबुन भी उन्हें नही दिया गया. जहां उन्हें रखा जा रहा बिजली की पर्याप्त व्यवस्था नही है. मजदूरों का कहना है कि वे अपने अपने गृह पंचायत जाना चाहते है और वंही क्वॉरेंटाइन में रहेंगे. काम से कम वहां उन्हें भूखे तो नहीं रहना पड़ेगा.

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इधर, क्वॉरेंटइन सेंटर में मजदूरों का धरना पर बैठ जाने की सूचना पर प्रशासन हरकत में आयी. मनोहरपुर डीएसपी विमलेश कुमार त्रिपाठी की ओर से मजदूरों को समझाने के बाद मजदूरों ने अपनी समस्या रखते हुए तत्काल वे नास्ता करने को तैयार हुए उसके बाद मजदूरों को नाश्ता कराया गया. मौके पर डीएसपी ने क्वॉरेंटाइन सेंटर में तैनात कर्मियों को फटकार लगाते हुए. मजदूरों को देखभाल को लेकर आवश्यक निर्देश दिए. डीएसपी ने मजदूरों को बताया कि उनके स्वास्थ्य जांच के लिए जो सैंपल जांच के लिए भेजा गया है. दो-तीन दिन में रिपोर्ट आ जाएगी. सभी को स्वस्थ पाए जाने पर उन्हें क्वॉरेंटाइन सेंटर से उन्हें अपने-अपने घर जाने के लिए छुट्टी दे दी जाएगी.

कदमडीहा पंचायत के 26 मजदूर

ज्ञात हो कि हैदराबाद से झारखंड लौट रहे चाईबासा जिले के विभन्न गांव के 41 मजदूर झारखंड में घुसने के क्रम में पिछले दिनों सोमवार की शाम जराइकेला सीमा क्षेत्र पर प्रशासन की ओर से पकड़े गए. प्रशासन सभी को मनोहरपुर में बनाए गए स्थित क्वॉरेंटाइन सेंटर में क्वॉरेंटाइन किया गया था. मजदूरों में चाईबासा जिला के गोइलकेरा प्रखंड के कदमडीहा पंचायत के 26 मजदूर शामिल हैं. सोनुवा प्रखंड के देवांवीर पंचायत के 10 मजदूर हैं. चक्रधरपुर प्रखंड के होयाहातू पंचायत 2 के मजदूर अलावा खुंटपानी प्रखंड के पंडावीर पंचायत के 2 मजदूर समेत जमशेदपुर के बारीडीह के एक मजदूर शामिल हैं. इनके अलावा मनोहरपुर प्रखंड क्षेत्र के 8 मजदूर पहले से सेंटर में रहे है.

उपायुक्त अरवा राजकमल ने बताया कि आपसी समन्वय स्थापित नही होने के कारण मनोहरपुर क्वॉरंटाइन सेंटर में खाना देने में विलंब हुआ है. प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देश दिया गया है कि इस तरह की लापरवाही करने वालों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. साथ ही ऐसी गलती दुबारा ना दोहराया जाए और क्वॉरेंटाइन सेंटर में रखे गए सभी मजदूरों को पौष्टिक आहार खिलाए. विशेष कर चाईबासा-चक्रधरपुर के क्वॉरेंटाइन सेंटर और शेल्टर में रखे गए मजदूर जिन्होंने अपनी क्वॉरेंटाइन अवधि समाप्त कर ली है. वैसे मजदूरों को भी पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाने अनुमंडल पदाधिकारियों को भी निर्देश दिए गए हैं.

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