चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला मुख्यालय शहर चाईबासा के गांधी मैदान में प्रखंड स्वास्थ्य मेला का शुभारंभ स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता के हाथों हुआ. इसमें जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल, सिविल सर्जन डॉ साहिर पाल समेत स्वास्थ्य विभाग के कई पदाधिकारी मौजूद रहे. इस दौरान सबसे पहले गणमान्य लोगों को पौधा और शॉल भेंट कर उनका स्वागत किया, इसके भगवान बिरसा मुंडा की तस्वीर पर माल्यार्पण किया. इसके बाद मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री ने दीप जलाकर प्रखंड स्वास्थ्य मेला का उद्घाटन किया.
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झारखंड राज्य में 25 से 29 मार्च तक सभी प्रखंडों में प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया जा रहा है. जिसमें सभी प्रकार के गैर संचारी और संचारी रोगों का स्वास्थ्य शिविर के माध्यम से जांच और उचित इलाज किया जा रहा है. पश्चिमी सिंहभूम में शनिवार को उद्घाटन के दिन सदर चाईबासा, झींकपानी, जगन्नाथपुर और गोईलकेरा प्रखंड में स्वास्थ्य मेला का आयोजन किया गया.
इस समारोह में स्वास्थ्य मंत्री ने इलाके की 45 सहिया को गोल्ड, सिल्वर और ब्रांज ट्रॉफी और मेडल देकर उनको सम्मानित किया. इसके साथ ही कुपोषण उपचार केंद्र में इलाज करा रहे बच्चों के बीच कपड़े, टीवी, मरीज के बीच पोषाहार किट, 6 दिव्यांग जनों के बीच ट्राईसाइकिल, व्हीलचेयर और सुनने वाली मशीन का भी वितरण किया. इसके अलावा 129 रक्तदान शिविर के आयोजन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले समाजसेवी रितेश मुंद्रा को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया.
प्रखंड स्वास्थ्य मेला के मंच से स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के नेतृत्व में सरकार समाज के अंतिम पायदान पर खड़े लोगों तक स्वास्थ्य की सुविधा देने के लिए लगातार कोशिश कर रही है. प्रखंड स्तरीय स्वास्थ्य मेला का आयोजन उन महत्वाकांक्षी योजनाओं की पहल का बस एक माध्यम है. उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार की ओर से सर्वजन पेंशन योजना से राज्य के सभी वर्गों के अहर्ताधारी लाभुकों को सामाजिक सुरक्षा पेंशन से जोड़ा जा रहा है. स्वास्थ्य मंत्री ने स्वास्थ्य के क्षेत्र में अपनी सेवा दे रहे मेडिकल स्टाफ, सहियाओं, एमपीडब्ल्यू को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि आप सभी लोगों के उत्कृष्ट सेवा भाव से ही कोविड19 के दौरान सरकार आम लोगों को स्वास्थ्य सुविधाएं देने में सफलता हासिल की. स्वास्थ्य मंत्री ने आम लोगों से कोरोना संक्रमण से भी सतर्क रहने का अपील की.
इस समारोह में पश्चिमी सिंहभूम डीसी ने विगत एक वर्ष में स्वास्थ्य सेवा तहत संपादित कार्यों से संबंधित बातों को रखा. डीसी ने बताया गया कि जिला में जननी सुरक्षा योजना कार्यक्रम के तहत 86 फीसदी गर्भवती महिलाओं को प्रसव पूर्व जांच की सेवा उपलब्ध करवाई गई. साथ ही 80 प्रतिशत गर्भवती महिलाओं का संस्थागत प्रसव और शेष सभी का स्किल वर्थ अटेंडेंट की मौजूदगी में करवाया गया. उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय टीकाकरण कार्यक्रम तहत लक्ष्य के विरुद्ध 82 फीसदी टीकाकरण पूर्ण किया गया. परिवार कल्याण कार्यक्रम के तहत 16 फीसदी पुरुषों की नसबंदी और 18 प्रतिशत महिलाओं का बंध्याकरण और 69 फीसदी महिलाओं को कॉपर-टी की सेवा उपलब्ध करवाई गयी.
इसके अलावा उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय टीबी उन्मूलन कार्यक्रम में जिला में 3 हजार 478 टीबी मरीजों को चिन्हित कर 2 हजार 858 मरीजों का इलाज किया गया. राष्ट्रीय कुष्ठ उन्मूलन कार्यक्रम के तहत 219 मरीजों की पहचान कर 170 का इलाज हुआ. मुख्यमंत्री गंभीर बीमारी योजना में 57 मरीजों के इलाज के लिए एक करोड़ 91 लाख रुपए लाभुकों के बीच दी गई. चाईबासा सदर अस्पताल में संचालित एसएनसीयू में 615 बच्चों का उचित इलाज हुआ. इसके अलावा जिला निधि से प्रशासन द्वारा कक्ष में 10 बेड की बढ़ोतरी की गई.