चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिले के जगन्नाथपुर प्रखंड((Jagannathpur Block chaibasa ) के पट्टाजैंत गांव में आदिवासी युवक युवती के प्रेम विवाह किए जाने के बाद ग्रामसभा ने बुलाकर दोनों को समाज से बहिष्कृत कर दिया. बीजेपी प्रखंड अध्यक्ष सह पट्टाजैंत गांव के मुखिया राई भूमिज ने बीते 26 जून को अपनी प्रेमिका नेहा पुरती से विवाह किया था. इसके बाद से आसपास के गांव के लोग उससे नाराज थे.
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राई भूमिज और नेहा पूर्ति दोनों आदिवासी हैं. दूसरी ओर बिरादरी, गोत्र और सामाजिक विषमता को लेकर आलोचना की जा रही है. इस विवाह को लेकर पट्टाजैंत के ग्रामीण मुंडा हरीश चंद्र पिंगुवा की अध्यक्षता में ग्रामसभा आयोजित की गयी. प्रखंड प्रमुख लक्ष्मी सवैयां और मानकी-मुंडा के साथ 100 से अधिक ग्रामीण शामिल हुए. नव विवाहित जोड़े के ग्राम सभा में उपस्थित नहीं होने पर ग्रामीणों ने दोनों का सामाजिक बहिष्कार करने का फैसला लिया. ग्रामसभा में उनके अलग-अलग समुदाय के होने पर नाराजगी दिखी. सामाजिक रूप से जन्म- मृत्यु, शादी-विवाह और काम- धाम आदि में इनका सामाजिक बहिष्कार किया जायेगा.
बेवजह विवाद किया जा रहा : राई भूमिज
वहीं, मुखिया राई भूमिज ने कहा कि गरीब का बेटा तरक्की करे ये प्रखंड प्रमुख लक्ष्मी सावैयां को हजम नहीं हो रहा है. उनकी ख्याति से परेशान प्रमुख और उनके पति सुरेंद्र पुरती उनके खिलाफ षड्यंत्र कर रहे हैं. वे और उनकी पत्नी ने आपसी रजामंदी से शादी की है. वे दोनों आदिवासी हैं. उनकी पत्नी शिक्षित होने के साथ बालिग भी है. उनके सास- ससुर को कोई आपत्ति नहीं है. बेवजह विवाद खड़ा किया जा रहा है. ग्रामसभा में उन्हें या उनकी पत्नी को नहीं बुलाया गया. ग्रामीणों को बहला फुसलाकर हस्ताक्षर कराया गया है.
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सोशल मीडिया पर अनाप-सनाप पोस्ट करना गलत : नेहा
वहीं, मुखिया की पत्नी नेहा पुरती ने कहा कि उन्होंने सोच विचार कर अपना जीवनसाथी चुना है. लोग सोशल मीडिया पर उनके और उनके परिवार के बारे में अनाप शनाप पोस्ट कर रहे हैं. यह निजता का हनन है. वे महिला उत्पीड़न का शिकार हो रही हैं.
सामाजिक बुराई के खिलाफ हूं: प्रखंड प्रमुख
मामले पर प्रखंड प्रमुख लक्ष्मी सवैयां ने कहा कि मुखिया या उसकी पत्नी से कोई विवाद नहीं है. सामाजिक बुराई के खिलाफ वे ग्रामीणों का साथ दे रही हैं. सब कुछ ग्रामसभा से हो रहा है. ग्रामसभा ही लोकतंत्र की रीढ़ है.