चाईबासा: झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू जिले के गुदड़ी थाना क्षेत्र के बुरुगुलीकेरा गांव पहुंची. जंहा राज्यपाल ने नरसंहार में मारे गए लोगों के परिजनों की पीड़ा सुनी और जिला प्रशासन को सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने का निर्देश दिया. इस दौैरान उन्होंने कहा कि ये घटना दिल को दहला देनेवाली घटना थी.
हत्याकांड की राज्यपाल ने की निंदा
बता दें कि बुरुगुलीकेरा गांव में 19 जनवरी को पत्थलगड़ी समर्थकों ने विरोध करने वाले 7 ग्रामीणों की निर्मम हत्या कर दी थी. इसके साथ ही द्रौपदी मुर्मू ने सन 1967 में स्थापित स्कूलों का भी जायजा लिया. बच्चों से मुलाकात की. इसके साथ ही स्कूलों की पाठशाला को साफ रखने के आदेश भी दिया. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को जाना. इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पीड़ित परिवार से मुलाकात की उन्होंने कहा कि यह घटना दिल दहला देने वाला घटना है. उन्होंने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए जघन्य हत्याकांड की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि अलग राष्ट्र की मांग और भारत के संविधान के विरुद्ध युद्ध छेड़ रखने वाले एक समूह ने इस दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया है.
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मृतकों की नहीं थी कोई गलती
राज्यपाल ने आगे कहा कि मृतकों की कोई गलती नहीं थी, वे लोग पत्थलगड़ी का समर्थन नहीं कर रहे थे. मृतक चाहते थे कि ग्रामीणों को सरकारी सुविधाएं मिले. पत्थलगड़ी समर्थकों ने सरकारी सुविधा लेने वाले ग्रामीणों की निर्मम हत्या करने के बाद गांव के पढ़े-लिखे युवाओं को मौत के घाट उतारने की धमकी दे रहे हैं. उस दौरान उन्होंने कहा कि भारत एक सर्कुलर देश है और हर किसी को अपना धार्मिक अधिकार है.