ETV Bharat / state

बुरुगुलीकेरा गांव पहुंची राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू, कहा- दिल दहला देनेवाली थी घटना

झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू जिले के गुदड़ी थाना क्षेत्र के बुरुगुलीकेरा गांव पहुंची. जहां राज्‍यपाल ने नरसंहार में मारे गए लोगों के परिजनों की पीड़ा सुनी. उन्होंने कहा कि अलग राष्ट्र की मांग और भारत के संविधान के विरुद्ध युद्ध छेड़ रखने वाले एक समूह ने इस दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया है.

Draupadi Murmu, द्रौपदी मुर्मू
द्रौपदी मुर्मू, राज्यपाल
author img

By

Published : Feb 11, 2020, 7:21 PM IST

चाईबासा: झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू जिले के गुदड़ी थाना क्षेत्र के बुरुगुलीकेरा गांव पहुंची. जंहा राज्‍यपाल ने नरसंहार में मारे गए लोगों के परिजनों की पीड़ा सुनी और जिला प्रशासन को सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने का निर्देश दिया. इस दौैरान उन्होंने कहा कि ये घटना दिल को दहला देनेवाली घटना थी.

देखें पूरी खबर

हत्याकांड की राज्यपाल ने की निंदा
बता दें कि बुरुगुलीकेरा गांव में 19 जनवरी को पत्थलगड़ी समर्थकों ने विरोध करने वाले 7 ग्रामीणों की निर्मम हत्या कर दी थी. इसके साथ ही द्रौपदी मुर्मू ने सन 1967 में स्थापित स्कूलों का भी जायजा लिया. बच्चों से मुलाकात की. इसके साथ ही स्कूलों की पाठशाला को साफ रखने के आदेश भी दिया. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को जाना. इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पीड़ित परिवार से मुलाकात की उन्होंने कहा कि यह घटना दिल दहला देने वाला घटना है. उन्होंने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए जघन्य हत्याकांड की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि अलग राष्ट्र की मांग और भारत के संविधान के विरुद्ध युद्ध छेड़ रखने वाले एक समूह ने इस दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया है.

ये भी पढ़ें- 28 फरवरी से 28 मार्च तक होगा विधानसभा का बजट सत्र, असाध्य रोगों के लिए आय की सीमा बढ़ी

मृतकों की नहीं थी कोई गलती
राज्यपाल ने आगे कहा कि मृतकों की कोई गलती नहीं थी, वे लोग पत्थलगड़ी का समर्थन नहीं कर रहे थे. मृतक चाहते थे कि ग्रामीणों को सरकारी सुविधाएं मिले. पत्थलगड़ी समर्थकों ने सरकारी सुविधा लेने वाले ग्रामीणों की निर्मम हत्या करने के बाद गांव के पढ़े-लिखे युवाओं को मौत के घाट उतारने की धमकी दे रहे हैं. उस दौरान उन्होंने कहा कि भारत एक सर्कुलर देश है और हर किसी को अपना धार्मिक अधिकार है.

चाईबासा: झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू जिले के गुदड़ी थाना क्षेत्र के बुरुगुलीकेरा गांव पहुंची. जंहा राज्‍यपाल ने नरसंहार में मारे गए लोगों के परिजनों की पीड़ा सुनी और जिला प्रशासन को सभी आवश्यक सुविधाएं मुहैया कराने का निर्देश दिया. इस दौैरान उन्होंने कहा कि ये घटना दिल को दहला देनेवाली घटना थी.

देखें पूरी खबर

हत्याकांड की राज्यपाल ने की निंदा
बता दें कि बुरुगुलीकेरा गांव में 19 जनवरी को पत्थलगड़ी समर्थकों ने विरोध करने वाले 7 ग्रामीणों की निर्मम हत्या कर दी थी. इसके साथ ही द्रौपदी मुर्मू ने सन 1967 में स्थापित स्कूलों का भी जायजा लिया. बच्चों से मुलाकात की. इसके साथ ही स्कूलों की पाठशाला को साफ रखने के आदेश भी दिया. राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को जाना. इस दौरान पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पीड़ित परिवार से मुलाकात की उन्होंने कहा कि यह घटना दिल दहला देने वाला घटना है. उन्होंने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए जघन्य हत्याकांड की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि अलग राष्ट्र की मांग और भारत के संविधान के विरुद्ध युद्ध छेड़ रखने वाले एक समूह ने इस दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम दिया है.

ये भी पढ़ें- 28 फरवरी से 28 मार्च तक होगा विधानसभा का बजट सत्र, असाध्य रोगों के लिए आय की सीमा बढ़ी

मृतकों की नहीं थी कोई गलती
राज्यपाल ने आगे कहा कि मृतकों की कोई गलती नहीं थी, वे लोग पत्थलगड़ी का समर्थन नहीं कर रहे थे. मृतक चाहते थे कि ग्रामीणों को सरकारी सुविधाएं मिले. पत्थलगड़ी समर्थकों ने सरकारी सुविधा लेने वाले ग्रामीणों की निर्मम हत्या करने के बाद गांव के पढ़े-लिखे युवाओं को मौत के घाट उतारने की धमकी दे रहे हैं. उस दौरान उन्होंने कहा कि भारत एक सर्कुलर देश है और हर किसी को अपना धार्मिक अधिकार है.

Intro:चाईबासा। झारखंड की राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू जिले के गुदड़ी थाना क्षेत्र के बुरुगुलीकेरा गांव पहुंची, जंहा राज्‍यपाल ने नरसंहार में मारे गए लोगों के परिजनों की पीड़ा सुनी और जिला प्रशासन को सभी आवश्यक सुविधाओं को मुहैया करवाने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिया।

बता दें कि बुरुगुलीकेरा गांव में 19 जनवरी को पत्थलगड़ी समर्थकों ने विरोध करने वाले 7 ग्रामीणों की निर्मम हत्या कर दी थी। साथ ही साथ द्रौपदी मुर्मू ने सन 1967 में स्थापित स्कूलों का भी जायजा लिया और बच्चों से मुलाकात की। साथ ही स्कुलों की पाक शाला को साफ रखने के आदेश भी दिया।Body: राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने पीड़ित परिवारों से मुलाकात कर उनकी समस्याओं को जाना। पत्रकारों से बातचीत करते हुए राज्यपाल द्रौपदी मुर्मू ने कहा कि पीड़ित परिवार से मुलाकात की उन्होंने कहा कि यह घटना दिल दहला देने वाला घटना है। उन्होंने पीड़ित परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए जघन्य हत्याकांड की कड़ी निंदा की। उन्होंने कहा कि अलग राष्ट्र की मांग एवं भारत के संविधान के विरुद्ध युद्ध छेड़ रखने वाले एक समूह के द्वारा इस निरशंश एवं दिल को दहला देने वाली घटना क्रम को अंजाम दिया गया है।
उन्होंने कहा कि मृतकों की कोई गलती नहीं थी। उनकी बस गलती इतनी थी कि वे लोग पत्थलगड़ी का समर्थन नहीं कर रहे थे। मृतक चाहते थे कि ग्रामीणों को सरकारी सुविधाएं मिले।
[2/11, 5:14 PM] Devendra Singh, EtvBharat: पत्थलगड़ी समर्थकों के द्वारा सरकारी सुविधा लेने वाले ग्रामीणों की निर्मम हत्या करने के बाद भी। गांव में बचे हुए पढ़े-लिखे युवाओं को। मौत के घाट उतारने की धमकी दे रहे हैं। जो सरकार और जिला प्रशासन के लिए चिंता का विषय बन गई है जिसे जागरुक कर लोगों को विकास की मुख्यधारा में लाने की जरूरत है। ताकि क्षेत्र में अमन-चैन का वातावरण बने और झारखंड विकास की प्रगति की ओर बढ़ चले।
[2/11, 5:20 PM] Devendra Singh, EtvBharat: भारत एक सर्कुलर देश है और हर किसी को अपना धर्म लेने का अधिकार है परंतु इस घटना को अंजाम देने वाले लोगों का कहना है कि ना वे लोग हो समाज के हैं ना ही मुंडा हैं वे लोग खुद को। कुछ और ही धर्म क मानते हैं इसलिए उन लोगों के नाम के आगे ऐसी शब्द लिखा करते हैं जिनका मतलब एंट क्राइस्ट है। यह लोग किसी और के मार्गदर्शन पर इस तरह की घटना को अंजाम दे रहे हैं। लेकिन किस के इशारे पर यह घटनाएं हो रही हैं इसकी जानकारी नहीं है। यह बातें आने वाले दिनों में सरकार के द्वारा जांच की जा रही रिपोर्ट के आने के बाद ही खुलासा हो सकेगा। लेकिन गरीबों को इस तरह से परेशान करना। किसी भी सूरत में सही नहीं है।Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.