ETV Bharat / state

सारंडा जंगल में वन विभाग की छापेमारी, 5 लाख रुपए की लकड़ी जब्त - चाईबासा में वन विभाग ने 5 लाख रुपए की लकड़ी जब्त किया

चाईबासा के सारंडा से में लकड़ी माफियों के खिलाफ वन विभाग ने कार्रवाई करते हुए छापेमारी की. इस दौरान वन विभाग ने करीब 5 लाख रुपए की कीमत के अगरबत्ती बनाने वाली लकड़ी जब्त की.

सारंडा जंगल में वन विभाग की छापेमारी
सारंडा जंगल में वन विभाग की छापेमारी
author img

By

Published : Oct 18, 2020, 6:09 PM IST

चाईबासा: सारंडा से वन विभाग की टीम को बड़ी सफलता मिली है. वन विभाग के कर्मचारियों को सारंडा के रोवाम में गश्त लगाने के क्रम में एक कैंपर से अगरबत्ती बनाने वाली लकड़ियां जब्त की है. जब्त की गई अगरबत्ती बनाने वाली लकड़ी की कीमत लगभग 5 लाख रुपये आंकी गई है.

छापेमारी अभियान जारी

गुआ वन विभाग की टीम रोजाना की तरह रोवाम क्षेत्र में गश्त लगा रही थी. इसी दौरान रोवाम जंगल के रास्ते एक कैंपर गाड़ी को आते देखा, वन विभाग की टीम ने जब उस कैंपर गाड़ी को रुकवाने का प्रयास किया, तो उसमें सवार तीन लोग गाड़ी छोड़कर भाग खड़े हुए. वन विभाग की टीम ने जांच की, तो उसमें बोरियों में भरकर अगरबत्ती बनाने वाली लकड़ी लादा पाया, जिसके बाद लकड़ी से लदे कैंपर को गुआ वन विभाग कार्यालय लाया गया और लकड़ी तस्करी के बारे में छानबीन शुरू की.

क्या है वन विभाग पदाधिकारी का कहना

वन विभाग पदाधिकारी कमलेश्वर प्रसाद सिन्हा ने बताया कि लकड़ी तस्करी करने वाले लोग रोवाम के जंगलों में गरीब आदिवासियों से 20 रुपये किलो के हिसाब से अगरबत्ती बनाने वाली लकड़ी को खरीदते हैं और लकड़ी तस्करी करने वाले लोग उसे गाड़ियों में भर-भर कर रोवाम के रास्ते मनोहरपुर होते हुए, ओडिसा के बिसरा में लकड़ी को ऊंचे कीमतों में बेच दिया करते हैं. कैंपर से लायी गयी अगरबत्ती बनाने वाली लकड़ी की कीमत लगभग 5 लाख रुपये आंकी गई है. उन्होंने बताया कि लकड़ी तस्करी करने वाले माफियाओं के खिलाफ वन विभाग छापामारी अभियान चला रही है और बहुत ही जल्द लकड़ी माफिया पकड़े जाएंगे.

चाईबासा: सारंडा से वन विभाग की टीम को बड़ी सफलता मिली है. वन विभाग के कर्मचारियों को सारंडा के रोवाम में गश्त लगाने के क्रम में एक कैंपर से अगरबत्ती बनाने वाली लकड़ियां जब्त की है. जब्त की गई अगरबत्ती बनाने वाली लकड़ी की कीमत लगभग 5 लाख रुपये आंकी गई है.

छापेमारी अभियान जारी

गुआ वन विभाग की टीम रोजाना की तरह रोवाम क्षेत्र में गश्त लगा रही थी. इसी दौरान रोवाम जंगल के रास्ते एक कैंपर गाड़ी को आते देखा, वन विभाग की टीम ने जब उस कैंपर गाड़ी को रुकवाने का प्रयास किया, तो उसमें सवार तीन लोग गाड़ी छोड़कर भाग खड़े हुए. वन विभाग की टीम ने जांच की, तो उसमें बोरियों में भरकर अगरबत्ती बनाने वाली लकड़ी लादा पाया, जिसके बाद लकड़ी से लदे कैंपर को गुआ वन विभाग कार्यालय लाया गया और लकड़ी तस्करी के बारे में छानबीन शुरू की.

क्या है वन विभाग पदाधिकारी का कहना

वन विभाग पदाधिकारी कमलेश्वर प्रसाद सिन्हा ने बताया कि लकड़ी तस्करी करने वाले लोग रोवाम के जंगलों में गरीब आदिवासियों से 20 रुपये किलो के हिसाब से अगरबत्ती बनाने वाली लकड़ी को खरीदते हैं और लकड़ी तस्करी करने वाले लोग उसे गाड़ियों में भर-भर कर रोवाम के रास्ते मनोहरपुर होते हुए, ओडिसा के बिसरा में लकड़ी को ऊंचे कीमतों में बेच दिया करते हैं. कैंपर से लायी गयी अगरबत्ती बनाने वाली लकड़ी की कीमत लगभग 5 लाख रुपये आंकी गई है. उन्होंने बताया कि लकड़ी तस्करी करने वाले माफियाओं के खिलाफ वन विभाग छापामारी अभियान चला रही है और बहुत ही जल्द लकड़ी माफिया पकड़े जाएंगे.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.