चाईबासा: पश्चिम सिंहभूम जिला अंतर्गत कुमारडुंगी प्रखंड के टांगर गांव में चट्टान के उपर रखे लगभग 110 क्विंटल धान जलकर राख हो गया. किसान ब्रजभूषण पूरती और भीमशेन बारीक ने बताया की चट्टान में लगभग 25 किसानों का धान रखा था, जो लगभग 8 सौ क्विंटल था, धान के एक किनारे से आग लग गई, जिससे भारी नुकसान हुआ.
ग्रामीणों ने बताया की दो दिन पहले धान के बगल में भूसा में आग लगाई गई थी, उसी से हवा के कारण धान में आग लग गई, जिस वक्त आग लगी उस समय कुछ लोग कुमारडुंगी बाजार तो कुछ लोग धान काटने खेत गए थे, आग लगने के दस मिनट बाद इसकी खबर गांव के ही एक किसान ने दी, खबर सुनकर खेतों और बाजारों से लोग दौड़कर धान रखे चट्टान के पास पहुंचे, जब तक वहां पहुंचते तब तक भीषण आग लग चुकी थी.
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किसान स्वाधीन नायक ने बताया की धान में लगी आग को फैलने से रोकने के लिए सबसे पहले बचे धान को अलग किया गया, उसके बाद पंप सेट के माध्यम से आग बुझाने का प्रयास किया गया, लेकिन तब तक सात लोगों का लगभग 110 क्विंटल धान जल कर राख हो चुका था, इसमें ब्रजमोहन पूरती का लगभग 22 क्विंटल धान जलकर राख हो गया. बाकी छह लोगों का भी धान जल गया. खबर की जानकारी मिलते ही कुमारडुंगी जिला परिषद शशी भुषण पिंगुवा और पंचायत समिति सदस्य घटनास्थल पर पहुंचे और किसानों को सरकार से क्षतिपूर्ति दिलाने का आश्वासन दिया. वहीं इस मामले की जानकारी कुमारडुंगी प्रखंड विकास पदाधिकारी और मझगांव के विधायक निरल पूरती को भी दी गई है. कुमारडुंगी के बीडीओ सुजाता कुजूर ने कहा कि यह दुखद घटना है, पीड़ित किसानों को विभाग के ओर से मुआवजा दिया जाएगा.