पश्चिम सिंहभूम: चाईबासा में एक बार फिर ईटीवी भारत की खबर का असर देखने को मिला है. जिले में लगातार दुर्घटनाओं के आंकड़ों में वृद्धि होते जा रही है. जिले में हर रोज दो से तीन लोगों की मौत सड़क दुर्घटना में होती है, जिस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसके बाद प्रशासन ने पहल की है.
पश्चिम सिंहभूम जिले के दुर्घटनाओं की आंकड़ों के मुताबिक वर्ष-2018 में 312 युवाओं की मौत सड़क दुर्घटना में हो गई है, जबकि वर्ष- 2019 के आंकड़ों के अनुसार 1 अगस्त तक 86 लोगों की मौत सड़क दुर्घटना में हो चुकी है. 21 अगस्त को ईटीवी भारत ने चाईबासा की मुख्य सड़कों पर भारी वाहनों के खड़े किए जाने को लेकर ईटीवी भारत ने प्रमुखता से प्रकाशित किया था, जिसे सदर अनुमंडल पदाधिकारी सह जिला परिवहन पदाधिकारी परितोष ठाकुर ने गंभीरता से लेते हुए सड़क दुर्घटना को कम करने को लेकर से बचने के लिए नई पहल की है.
इसे भी पढ़ें:- चाईबासाः लचर ट्रैफिक व्यवस्था से परेशानी, मौत के साये में जीते हैं लोग
परिवहन पदाधिकारी परितोष ठाकुर ने जानकारी दी कि चाईबासा से हाटगम्हरिया जाने वाले स्थानीय निवासियों को नए रास्ते से जाना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि जगह-जगह सड़कों पर वाहनों के लगाने पर प्रतिबंध लगाई जाएगी, साथ ही सड़क दुर्घटना में होने वाले मौत के लिए रैयत जमीन पर वाहनों का पड़ाव बनाया जाएगा. सड़कों पर खड़ी गाड़ियों के लिए न्यूनतम शुल्क 30 रुपए लागू किए गए हैं.
जिले में प्रति दिन सड़क दुर्घटना में मरने वाले लोगों की संख्या चौकाने वाला है, अगर जिला प्रशासन की प्रमुखता से पहल करती है, तो जिले की हजारों लोगों की जिंदगियां बच सकती है, साथ ही दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी.