चाईबासा: पश्चिमी सिंभूम जिला के तीनों विभाग के संयुक्त मासिक समीक्षा बैठक हुई. जिसमें प्रखंड स्तरीय टास्क फोर्स के साथ टीकाकरण अभियान को लेकर चर्चा की गई. उन्होंने बताया कि जिला में संचालित कोविड-19 टीकाकरण अभियान के तहत 81% हेल्थ केयर वर्करों की ओर से टीका का दूसरा डोज भी लिया गया है और वैसे हेल्थ केयर वर्कर जो छूटे गए हैं, उन सभी को भी जल्द ही टीका का दूसरा डोज देने का निर्देश दिया गया है.
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उपायुक्त ने कि सही समय पर वैक्सीन लेने की अपील
उपायुक्त ने मीडिया के माध्यम से अपील करते हुए कहा कि जिला में जितने भी फ्रंटलाइन वर्कर, स्वास्थ्य विभाग के सहिया, आंगनवाड़ी सेविका और सहायिका हैं, जिन्होंने वैक्सीन का प्रथम डोज ले लिया है, अगर वो 28 दिनों की अवधि पार कर लिया है तो अपने नजदीकी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर जाकर वैक्सीन का दूसरा डोज भी लें. अगर टीका लेने में कोई कठिनाई सामने आ रही है तो आप अपने क्षेत्र के प्रखंड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी से संपर्क कर सकते हैं.
34 स्थानों पर किया जा रहा है टीका केंद्र संचालित
उपायुक्त ने बताया कि फ्रंटलाइन वर्कर के तहत पिछले माह में पुलिस विभाग के पदाधिकारियों और जवानों को भी टीका का प्रथम डोज दिया गया था. इस संबंध में जिले के पुलिस अधीक्षक अजय लिंडा से भी वार्ता हुई है. उनके ओर से भी सभी पदाधिकारी और जवान जिनकी 28 दिन की अवधि पूरी हो गई है, उन सभी को दूसरा डोज लेने के लिए निर्देशित किया गया है. उपायुक्त ने 60 वर्ष या इससे अधिक और 45 वर्ष से 59 वर्ष तक के गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्तियों से भी अपील की.
उन्होंने कहा कि जिला में कोविड-19 वैक्सीनेशन मुहिम को सफल बनाने के उद्देश्य से 34 स्थानों पर टीका केंद्र संचालित किया जा रहा है. जहां आप बिना निबंधन के भी उपस्थित होकर टीका ले सकते हैं और इसके लिए जिले में स्वास्थ्य विभाग के पास पर्याप्त मात्रा में कोविड-19 वैक्सीन उपलब्ध है. साथ ही बताया कि 45 वर्ष से 59 वर्ष तक के गंभीर बीमारी से ग्रसित व्यक्ति अपने पूर्व के जांच प्रतिवेदन के साथ स्वास्थ्य केंद्र पर उपस्थित होकर अपने टीकाकरण हेतु आवश्यक सर्टिफिकेट प्राप्त कर सकते हैं.
कुपोषण उपचार केंद्र के संचालन में बेहतर प्रदर्शन
उपायुक्त ने बताया कि जिला में कुपोषण उपचार केंद्र के संचालन में काफी बेहतर प्रदर्शन रहा है. अभी-भी जिला के कुपोषण उपचार केंद्र का वेड अधिभोग 155% है. उन्होंने कहा कि इसी अच्छे प्रदर्शन को बरकरार रखने और कुमारडुंगी के प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी को क्षेत्र में सामंजस्य स्थापित करते हुए ज्यादा से ज्यादा कुपोषित बच्चों को उपचार केंद्र में भर्ती करने का निर्देश दिया गया हैं. उन्होंने ये भी कहा कि विगत माह की तुलना में इस माह स्वास्थ्य विभाग की ओर से सभी मानकों के साथ-साथ एएनसी जांच और नियमित टीकाकरण में प्रगति देखने को मिला है. साथ ही जहां-जहां कमी पाया गया है विशेषकर चक्रधरपुर, मनोहरपुर प्रखंड के संबंधित प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी तथा बाल विकास और संरक्षण पदाधिकारी को कार्यों में प्रगति लाने का निर्देश दिया गया है.
ये रहे उपस्थित
पश्चिमी सिंहभूम जिला समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में जिला उपायुक्त अरवा राजकमल के अध्यक्षता स्वास्थ्य विभाग, समाज कल्याण और सामाजिक सुरक्षा विभाग की संयुक्त रुप से मासिक समीक्षा बैठक आयोजित की गई. इस दौरान उप विकास आयुक्त संदीप बक्शी, अपर उपायुक्त एजाज अनवर, सिविल सर्जन डॉ ओम प्रकाश गुप्ता, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी अनीषा कुजूर, अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुंदरमोहन सामड, जिला सर्विलांस पदाधिकारी डॉ. संजय कुजूर, सभी प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी, बाल विकास और संरक्षण पदाधिकारी सहित स्वास्थ्य विभाग के प्रखंड तकनीकी प्रबंधक बैठक में शामिल रहे.