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चाईबासा में डीसी अरवा राजकमल ने की लोगों से अपील, कहा- कोरोना को लेकर अफवाहों पर ध्यान नहीं दें

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Published : Jul 6, 2020, 9:23 PM IST

चाईबासा में कोरोना संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में बढ़ोतरी होने के बाद बाजारों में तरह तरह की अफवाहें फैल रही हैं. जिसे लेकर जिला उपायुक्त अरवा राजकमल ने जिलावासियों से अपील की है कि जिले के लोग अफवाहों से बचें और अफवाह नही फैलाएं.

DC appealed to ignore rumours about corona in Chaibasa
चाईबासा में डीसी अरवा राजकमल ने की लोगों से अपील

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अरवा राजकमल के द्वारा सभी जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा गया कि आप सभी को अफवाहों से बचना है. प्रत्येक दिन बुलेटिन के माध्यम से जिले में कितने वायरस संक्रमण के मामले आए हैं, उसकी सूचना सभी को दी जा रही है. अफवाहों पर ध्यान देने से दैनिक जीवन में काफी प्रभाव पड़ सकता है. इसलिए समस्त जिलेवासियों को अवगत करवाया जा रहा है कि कोई भी कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति जो कांटेक्ट ट्रेसिंग के दौरान ज्ञात में आए हैं वह कोई भी व्यक्ति लोगों के बीच में नहीं है.

उपायुक्त के द्वारा जानकारी दी गई कि जैसे ही जांच के दौरान व्यक्ति के संक्रमित होने की सूचना प्राप्त होती है तो तत्काल उन्हें कोविड-19 समर्पित अस्पताल में भर्ती करवाया जाता है. इसलिए कृपया यदि किसी व्यक्ति को वायरस के लक्षण और खांसी, सर्दी, बुखार से पीड़ित देखते हैं तो ऐसे व्यक्तियों को छोड़कर अन्य सामान्य व्यक्तियों के संबंध में अगर कोई अफवाह फैलाते हैं तो उस पर गंभीर कार्रवाई हो सकती है. वहीं, संबंधित व्यक्ति के द्वारा भी अफवाह फैलाने वाले तत्व पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. उपायुक्त के द्वारा बताया गया कि पश्चिमी सिंहभूम जिले में वर्तमान समय में 11 संक्रमित व्यक्ति इलाजरत हैं और जिस कर्मी से संपर्क होने के कारण संक्रमण का मामला सामने आया है. उनका कांटेक्ट ट्रेसिंग का कार्य 5 दिनों तक किया हुआ है. करीब 40 से 50 सीधे संपर्क का पता चला है और प्रत्यक्ष संपर्क के साथ-साथ अप्रत्यक्ष संपर्क को चिन्हित करते हुए अभी तक कुल 150 व्यक्तियों से अधिक की जांच की गई है.

ये भी पढ़ें: झारखंडः कोरोना बाद होगा नई पीसीसी का गठन, प्रदेश प्रवक्ता ने दिए संकेत

जिनमें सिर्फ 11 व्यक्तियों की ही जांच रिपोर्ट सकारात्मक आई है. इनमें से किसी को भी वायरस संक्रमण का कोई भी लक्षण मौजूद नहीं है और ऐसी परिस्थिति में संक्रमण के ज्यादा फैलने की भी संभावना नहीं रहती है. केवल संक्रमण के लक्षण से ग्रसित व्यक्तियों से ही वायरस संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है. उपायुक्त के द्वारा जानकारी दी गई कि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि बिना लक्षण वाले पीड़ित व्यक्ति संक्रमण नहीं फैला सकते हैं. इसीलिए उनके रहने का जो स्थान है या उनके परिवार के सदस्य या उनके नजदीकी घर है या फिर जो क्षेत्र पीड़ित व्यक्ति के रहने वाले क्षेत्र के आसपास पड़ता है. वैसे पूरे क्षेत्र को प्रतिबंधित क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया जाता है. उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है. अगर आप मास्क नहीं पहन रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. साफ-सुथरे वातावरण में नहीं रहते हैं तो आपका वायरस के संक्रमण से बचना काफी मुश्किल होगा.

चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला उपायुक्त अरवा राजकमल के द्वारा सभी जिलेवासियों से अपील करते हुए कहा गया कि आप सभी को अफवाहों से बचना है. प्रत्येक दिन बुलेटिन के माध्यम से जिले में कितने वायरस संक्रमण के मामले आए हैं, उसकी सूचना सभी को दी जा रही है. अफवाहों पर ध्यान देने से दैनिक जीवन में काफी प्रभाव पड़ सकता है. इसलिए समस्त जिलेवासियों को अवगत करवाया जा रहा है कि कोई भी कोरोना वायरस संक्रमित व्यक्ति जो कांटेक्ट ट्रेसिंग के दौरान ज्ञात में आए हैं वह कोई भी व्यक्ति लोगों के बीच में नहीं है.

उपायुक्त के द्वारा जानकारी दी गई कि जैसे ही जांच के दौरान व्यक्ति के संक्रमित होने की सूचना प्राप्त होती है तो तत्काल उन्हें कोविड-19 समर्पित अस्पताल में भर्ती करवाया जाता है. इसलिए कृपया यदि किसी व्यक्ति को वायरस के लक्षण और खांसी, सर्दी, बुखार से पीड़ित देखते हैं तो ऐसे व्यक्तियों को छोड़कर अन्य सामान्य व्यक्तियों के संबंध में अगर कोई अफवाह फैलाते हैं तो उस पर गंभीर कार्रवाई हो सकती है. वहीं, संबंधित व्यक्ति के द्वारा भी अफवाह फैलाने वाले तत्व पर कानूनी कार्रवाई की जा सकती है. उपायुक्त के द्वारा बताया गया कि पश्चिमी सिंहभूम जिले में वर्तमान समय में 11 संक्रमित व्यक्ति इलाजरत हैं और जिस कर्मी से संपर्क होने के कारण संक्रमण का मामला सामने आया है. उनका कांटेक्ट ट्रेसिंग का कार्य 5 दिनों तक किया हुआ है. करीब 40 से 50 सीधे संपर्क का पता चला है और प्रत्यक्ष संपर्क के साथ-साथ अप्रत्यक्ष संपर्क को चिन्हित करते हुए अभी तक कुल 150 व्यक्तियों से अधिक की जांच की गई है.

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जिनमें सिर्फ 11 व्यक्तियों की ही जांच रिपोर्ट सकारात्मक आई है. इनमें से किसी को भी वायरस संक्रमण का कोई भी लक्षण मौजूद नहीं है और ऐसी परिस्थिति में संक्रमण के ज्यादा फैलने की भी संभावना नहीं रहती है. केवल संक्रमण के लक्षण से ग्रसित व्यक्तियों से ही वायरस संक्रमण का खतरा ज्यादा रहता है. उपायुक्त के द्वारा जानकारी दी गई कि इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता है कि बिना लक्षण वाले पीड़ित व्यक्ति संक्रमण नहीं फैला सकते हैं. इसीलिए उनके रहने का जो स्थान है या उनके परिवार के सदस्य या उनके नजदीकी घर है या फिर जो क्षेत्र पीड़ित व्यक्ति के रहने वाले क्षेत्र के आसपास पड़ता है. वैसे पूरे क्षेत्र को प्रतिबंधित क्षेत्र के रूप में चिन्हित किया जाता है. उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति को घबराने की कोई आवश्यकता नहीं है. अगर आप मास्क नहीं पहन रहे हैं और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं. साफ-सुथरे वातावरण में नहीं रहते हैं तो आपका वायरस के संक्रमण से बचना काफी मुश्किल होगा.

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