चाईबासा: सुरक्षाबलों ने फिर एक बार माओवादियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. जिला पुलिस ने भाकपा माओवादियों के कैंप को ध्वस्त कर दिया है. इस दैरान पुलिस जवानों ने भारी मात्रा में सामान भी बरामद किया है. एसपी आशुतोष शेखर ने घटना की पुष्टि की है. एसपी को माओवादी सदस्यों के भ्रमणशील होने की गुप्त सूचना मिली थी.
यह भी पढ़ें: नक्सलियों के नाम पर लेवी वसूलने आए तीन अपराधियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार, भेजे गए जेल
एसपी आशुतोष शेखर ने जानकारी देते हुए बताया कि उन्हें गुप्त सूचना मिली थी कि भाकपा माओवादी के चमन उर्फ लंबू, अमित मुंडा, प्रभात मुंडा और सालुका कायम अपने दस्ते के साथ चाईबासा, खूंटी और सरायकेला जिला के सीमावर्ती क्षेत्र में भ्रमणशील हैं. इस सूचना के बाद एसपी ने इनके खिलाफ कार्रवाई के लिए एक टीम गठित की. इस टीम में चाईबासा पुलिस कोबरा, झारखंड जगुआर और सीआरपीएफ जवानों की एक संयुक्त टीम बनाई गई. जिसके बाद टीम लगातार अभियान चला रही है.
एसपी ने बताया कि 26 अगस्त 2023 से कराईकेला थाना क्षेत्र के वनग्राम नवादा, उलीबेरा, सारूगोड़ा और गितिउली के सीमावर्ती जंगल क्षेत्रों में ये संयुक्त अभियान संचालित किया जा रहा है.
अभियान के दौरान रविवार 27 अगस्त 2023 को लगभग 10.15 बजे सुबह में कराईकेला थाना क्षेत्र के वनग्राम, उलीबेरा और गितिउली जंगल के पास पहाड़ी और जंगली क्षेत्रों में प्रतिबंधित नक्सली संगठन भाकपा (माओवादी) के द्वारा उस क्षेत्र में बनाया हुआ कैंप मिला. जिसे सुरक्षाबलों ने ध्वस्त कर दिया.
बता दें कि भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता मिसिर बेसरा, रमेश उर्फ अनल, अजय महतो, अनमोल, मोछु, चमन, कांडे, सागेन अंगरिया, अश्विन अपने दस्ता सदस्यों के साथ कोल्हान क्षेत्र में किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की फिराक में घूम रहे थे. जिसे लेकर बीते 11 जनवरी से सर्च अभियान चलाया जा रहा है.