चाईबासा: झारखंड प्रदेश कांग्रेस कृषि विरोधी कानूनों के खिलाफ और पिछले वर्षों में पेट्रोल-डीजल की कीमतों में बेतहाशा वृद्धि को लेकर 15 जनवरी को राजधानी में किसान विरोधी दिवस मनाने के साथ ही राजभवन का घेराव करेगी. बुधवार को कांग्रेस भवन चाईबासा में प्रेस वार्ता कर यह जानकारी दी गई.
किसानों का आंदोलन
इस दौरान जिला कांग्रेस के प्रवक्ता जितेंद्र नाथ ओझा ने कहा कि देश के 62 करोड़ किसान निरंकुश मोदी सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ लड़ रहे हैं. कृषक जीवन और आजीविका के लिए किसान दिल्ली की सीमाओं पर आंदोलन कर रहे हैं. उत्तर भारत में शीतलहर, बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि के कारण कई किसानों ने अपनी जिंदगी खो दी है.
पेट्रोल-डीजल की कीमत में बेतहाशा वृद्धि
कार्यकारी जिलाध्यक्ष रंजन बोयपाई ने कहा कि पिछले वर्षों में पेट्रोल-डीजल की कीमत में बेतहाशा वृद्धि किसानों और आम लोगों के दुखों पर नमक छिड़कने का काम कर रही है. पिछले 6 वर्षों में (मई 2015) मोदी सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.20 प्रति लीटर से वर्तमान में 32.98 प्रति लीटर की बढ़ोत्तरी यानि लगभग 250 प्रतिशत की बेतहाशा वृद्धि की. वहीं डीजल पर प्रति लीटर 3.46 की दर से बढ़ता हुआ उत्पाद शुल्क प्रति लीटर तेल की कीमत 28.37 रुपये की वृद्धि यानि 820 प्रतिशत की वृद्धि हुई है.
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15 जनवरी को राजभवन का घेराव
कार्यकारी जिला अध्यक्ष अंबर रायचौधरी ने कहा कि उनकी पार्टी की ओर से 15 जनवरी को किसान अधिकार दिवस के तहत व्यापक विरोध प्रदर्शन किया जाएगा. जिला कांग्रेस कमेटी, पश्चिम सिंहभूम के पदाधिकारी, वरीय कांग्रेस प्रकोष्ठ विभाग संगठन के चेयरमैन, अध्यक्षगण 15 जनवरी को राजधानी के राजभवन का घेराव कर किसान विरोधी दिवस और पेट्रोल-डीजल की बेतहाशा कीमतों में वृद्धि को लेकर विरोध किया जाएगा. जिसमें मुख्य रूप से झारखंड राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा, सिंहभूम की सांसद गीता कोड़ा और जगरनाथपुर के विधायक सोनाराम सिंकु शामिल रहेंगे. इस दौरान सांसद प्रतिनिधि त्रिशानु राय, नगर अध्यक्ष मुकेश कुमार आदि लोग उपस्थित थे.