चाईबासाः गुदड़ी प्रखंड बुरुगुलीकेरा गांव में हुई 7 लोगों की हत्या की जांच करने जा रहे भारतीय जनता पार्टी के 6 सदस्यीय टीम को घटनास्थल पर जाने से पहले ही कराईकेला में जिला प्रशासन ने रोक दिया. इस कारण जांच दल में शामिल सभी सांसद सड़क पर बैठ गए और घटनास्थल पर जाने की मांग करने लगे. जांच टीम में शामिल सांसदों के एनएच 75 पर बैठ जाने के कारण सड़क पूरी तरह से जाम है.
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भाजपा जांच दल की माने तो घटनास्थल में 144 धारा लगा दी गई है, क्योंकि सच्चाई को छिपाया जा सके. उनकी माने तो पत्थलगड़ी समर्थकों के द्वारा घटित इस मामले को पूरी तरह से छिपाया जा सके इसलिए जिला प्रशासन की ओर से उन्हें रोक दिया गया है. वहीं जिला के अधिकारी बार-बार सांसदों से कह रहे हैं कि वह चक्रधरपुर स्थित गेस्ट हाउस में चल कर बात करें. जबकि सांसद घटनास्थल पर जाने की बात पर अड़े हुए हैं. भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हत्या की जांच के लिए 6 सदस्यों की कमेटी तैयार की थी, जिसे घटनास्थल पर जाकर जांच करनी थी. जिसमें सांसद यशवंत सिंह भाबोर, राज्यसभा सांसद समीर उरांव, सांसद भारती पवार, गोमती साय, जॉन बारला, झारखंड सरकार में रहे पूर्व मंत्री नीलकंठ सिंह मुंडा शामिल हैं. इन सभी के साथ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुवा, पूर्व विधायक पुष्कर हेंब्रम, चुमनु उरांव भी शामिल हैं.
भारतीय जनता पार्टी की जांच टीम बुरूगुलीकेरा गांव जाने के क्रम में पुलिस वह जिला प्रशासन के पदाधिकारियों ने मुख्य सड़क को जाम कर उन्हें रोक दिया. जिसके बाद जांच टीम में शामिल सांसदों ने रोके जाने का कारण पूछने पर अधिकारियों ने बताया कि जिला उपायुक्त के ने धारा 144 क्षेत्र में लागू की है. जिसके बाद भाजपा की जांच टीम सड़क पर बैठ गई और रोके जाने का विरोध करने लगी. इस दौरान सांसदों ने हेमंत सोरेन और उनकी सरकार के विरोध में नारेबाजी भी की.