चाईबासाः झारखंड में डायन बिसाही का मामला थम नहीं रहा है. ग्रामीण इलाकों में महिलाएं आज भी इसका शिकार हो रही हैं. डायन के शक में या जादू टोना करने के आरोप में उनको मौत के घाट उतारा जा रहा है. लेकिन आलम ऐसा है कि गांव के डर और लोक लाज के कारण कई ऐसे मामले सामने नहीं आते या फिर उनके परिजनों को समाज के सामने आने में काफी वक्त लग जाता है. कुछ ऐसा ही मामला पश्चिमी सिंहभूम जिला के टोंटो थाना के बाईहातू गांव का है.
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गांव के ओझा शारदा सिंकू ने मेरे घर में पूजा किया था और उसी ने बताया तुम्हारी मां डायन है, उसने ही मेरी पत्नी को खाया है, उसको जंगल पहाड़ में मत खोजो, हम लोगों ने उसे पत्थर से कुचलकर मार दिया है. ये इकबाले जुर्म है आरोपी लादूरा बहन्दा का. जिसने डायन कहकर गांव की एक 55 साल की महिला की बड़ी ही बेरहमी से हत्या कर दी थी. इस मामले में 4 महीने बाद प्राथमिकी दर्ज होने के बाद पुलिस ने मामले में कार्रवाई करते हुए आरोपी लादूरा बहन्दा को गिरफ्तार कर पूछताछ की और उसे जेल भेजा है.
क्या है पूरा मामलाः पश्चिमी सिंहभूम में डायन बिसाही का मामला और डायन का आरोप लगाकर महिला की हत्या के मामले अक्सर सामने आते रहते हैं. ये घटना 7 नवंबर 2022 की है. जिला के टोंटो थाना क्षेत्र के बाईहातू गांव में डायन का आरोप लगाकर एक महिला को पूरे गांव में घुमाया गया, उसे प्रताड़ित और जलील किया गया. इसके बाद आरोपियों का मन इतने से भी नहीं भरा तो उन तीन लोगों ने मिलकर पत्थर से कूचकर महिला की हत्या कर दी. इतना ही नहीं हत्यारों ने गांव वालों को सरेआम धमकी भी दी थी कि अगर किसी ने सिर उठाने या शिकायत करने की जुर्रत की तो उसका अंजाम भी ऐसा ही होगा. लेकिन पीड़ित परिजनों ने चार महीने के बाद आरोपियों के खिलाफ हत्या की नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई. जिसमें पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए एक आरोपी लादूरा बहन्दा को सलाखों के पीछे भेज दिया.