चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम जिला के सारंडा जंगल में बसे भनगांव में जादू-टोना बताकर बुजुर्ग की हत्या के मामले में पुलिस ने 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. चारों युवकों ने मिलकर एक अधेड़ को लकड़ी के बोटा से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया था. हत्या करने के बाद अधेड़ के शव को चारों ने मिलकर उसके घर से कुछ दूरी में ले जाकर झाड़ियों में छिपा दिया था.
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गांव वालों से घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने घटनास्थल से शव बरामद करने के साथ ही चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है. किरीबुरू थाना प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि मृतक की पहचान भनगांव के नायक टोला निवासी बुधराम के रूप में हुई है. बुधराम की हत्या के आरोप में उसी गांव के दुर्गा समद उर्फ लिडू, सुकराम समद उर्फ हायबुरू, सुखराम चंपिया और जाटा चंपिया उर्फ शुभम उर्फ जुगेश को गिरफ्तार किया गया है.
पीट-पीटकर बुजुर्ग की हत्या
पुलिस जांच में यह बात सामने आयी है कि बुधराम चंपिया को गांव के ही दुर्गा समद, सुकराम समद, सुखराम चंपिया और जाटा चंपिया 2 साल पहले से ही मारने की योजना बना रहे थे. आरोपियों का कहना है कि बुधराम को जादू-टोना आता है. वो उनके परिवार के लोगों को मारकर खा जा रहा था. अगर इसको नहीं मारते तो ये बाकी लोगों को भी खा जाता.
गुरुवार की शाम में दुर्गा समद अकेले ही बुधराम के घर गया था. वहां कुछ-कुछ बात को लेकर दोनों में कहा सुनी हो गई. थोड़ी देर में दोनों आपस में झगड़ने लगे. उसी समय पहले से योजना बनाकर बैठे सुकराम, सुखराम और जाटा भी वहां पहुंच गये. इसके बाद चारों ने मिलकर बुधराम के साथ मारपीट शुरू कर दी. इस दौरान लकड़ी के बोटा से बुधराम को पीटने लगे और उसकी हत्या कर दी.
मामले की जांच में जुटी पुलिस
भनगांव में हुए इस हत्याकांड की जानकारी मिलने पर किरीबुरू पुलिस शुक्रवार की सुबह गांव पहुंची और चारों अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया. उनकी निशानदेही पर शव भी बरामद कर लिया गया. शाम होने के कारण पोस्टमार्टम के लिए शव को चाईबासा नहीं भेजा जा सका. वहीं पुलिस पूरे मामले की जांच में जुट गई है.