चाईबासा: पश्चिमी सिंहभूम के मुख्यालय चाईबासा में गुजरात से 108 प्रवासी श्रमिक पहुंचे हैं. जहां इन सभी श्रमिकों को जिला प्रशासन की ओर से टाटा कॉलेज स्थित बहुउद्देशीय सभागार में रहने, खाने पीने और छोटे बच्चों के लिए दूध की व्यवस्था करवाई गई है.
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प्रवासी श्रमिकों के पहुंचने की सूचना के बाद जिला उपायुक्त अनन्य मित्तल ने प्रवासी श्रमिकों से बातचीत की. सभी को वर्तमान में झारखंड सरकार की ओर से निर्गत निर्देश से भी अवगत करवाया गया. प्रवासी श्रमिकों से बातचीत करने के बाद उपायुक्त की ओर से बताया गया कि यह सभी लोग गुजरात की बस से चाईबासा पहुंचे हैं.
इनमें शामिल एक श्रमिक की ओर से पिछले दिनों जिला कंट्रोल रूम में संपर्क करते हुए, सूचना दी गई थी कि इन सभी को दुदाई, उत्तरप्रदेश में रोका गया तथा वापस अपने जिले में पहुंचने के लिए प्रशासन से मदद मांगी गई थी. उन्होंने बताया कि मांग पर विचार करते हुए, अपर उपायुक्त और जिला परिवहन पदाधिकारी को प्रवासी श्रमिकों को सहयोग करने के लिए निर्देशित किया गया था. उसके बाद जिला प्रशासन के सहयोग के बाद सभी 108 श्रमिक जिला मुख्यालय पहुंच चुके हैं.
किया जाएगा आइसोलेट
उपायुक्त ने बताया कि मुख्यालय शहर अंतर्गत टाटा कॉलेज के सभागार में सभी श्रमिकों के साथ-साथ छोटे बच्चों के भोजन की व्यवस्था भी की गई है. इन सभी लोगों का डाटाबेस तैयार किया गया है, जिसमें ज्ञात हुआ कि कुल 108 श्रमिक में 2 श्रमिक झारखंड राज्य के अन्य जिलों के और 12 श्रमिक पड़ोसी राज्य ओडिशा के हैं.
उन्होंने बताया कि जिला अंतर्गत प्रवासी श्रमिकों को जिला परिवहन पदाधिकारी की देखरेख में प्रखंडवार विभक्त करते हुए वाहन के माध्यम से संबंधित प्रखंडों में भेजते हुए वर्तमान में सरकार की ओर जारी निर्देश के आलोक में सभी का कोविड-19 जांच करते हुए आइसोलेट किया जाएगा. इस दौरान कैंप में अपर उपायुक्त एजाज अनवर, जिला परिवहन पदाधिकारी अजय कुमार तिर्की, नजारत प्रभारी जयंत रंजन, मुफ्फसिल थाना प्रभारी पवन चंद्र पाठक उपस्थित रहे.