दुमका: जिले के नक्सल प्रभावित शिकारीपाड़ा थाना क्षेत्र में अवैध पत्थर उत्खनन जोरों पर जारी है. जिसका जीता जागता उदाहरण है कौडीगड़ गांव. जहां बीते दिन अवैध पत्थर खदान के चाल धंसने से दो मजदूर की मौत और एक मजदूर घायल हो गया था.
अवैध खनन
हालांकि, इस घटना के बाद जांच शुरू हो गई है. कुछ पत्थर खदान सरकारी प्रक्रिया को पूरा करके सरकार को राजस्व देकर उद्योग की तरह चलाए जा रहे हैं. लेकिन खनन विभाग की अनदेखी के कारण काफी संख्या में पत्थर खदान अवैध रुप से चलाया जा रहा है.
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जांच करने पहुंचे खनन पदाधिकारी
दो मजदूरों की मौत के बाद दुमका जिला खनन पदाधिकारी दिलीप तांती कौडिगड़ खदान हादसे की जांच करने पहुंचे और खुद के बचाव में या अपनी जिम्मेदारी से बचने के लिए वन क्षेत्र में अवैध खनन का हवाला देकर चलते बने.