सिमडेगा: स्कूली बच्ची के अपहरण के छह दिन बीतने के बावजूद कोई जानकारी नहीं मिलने को लेकर आदिवासी समाज के लोग आक्रोशित हो गए. लोग इसके विरोध में सड़क पर उतर गए और सिमडेगा की मुख्य लाइफ लाइन एनएच 143 को नगर भवन के पास जाम कर दिया. लोगों ने पुलिस के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की. सभी लापता बच्ची का पता लगाने की मांग कर रहे थे.
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बता दें कि बीते चार अगस्त को सिमडेगा सामटोली में एक स्कूली छात्रा का अज्ञात लोगों द्वारा अपहरण कर लिया गया था. इस मामले को लेकर परिवार वालों ने सिमडेगा थाना में आवेदन देकर कार्रवाई की मांग की थी. बच्ची के अपहरण के छह दिन गुजरने के बाद भी बच्ची का कुछ पता नहीं चल पाया. जिसके विरोध में आदिवासी छात्र संघ और अनुसूचित जाति समुदाय के लोगों ने एनएच 143 को नगर भवन के पास जाम कर दिया.
मौके पर आदिवासी छात्र संघ के जिलाध्यक्ष रोशन डुंगडुंग ने कहा कि दिन प्रतिदिन सिमडेगा में आदिवासी बेटियों के साथ अत्याचार बढ़ रहा है. पिछले दिनों एक आदिवासी बेटी की हत्या की गई थी. वहीं एक आदिवासी बेटी की दूसरे लोगों द्वारा अपहरण किया जा रहा था, लेकिन उसने कूदकर अपनी जान बचाई थी. वहीं अब स्कूली छात्रा का अपहरण अज्ञात लोगों ने कर लिया. लेकिन अभी तक पुलिस प्रशासन उसका पता नहीं लगा सकी है. उन्होंने कहा कि अगर समय रहते बच्ची का पता नहीं लगाया गया तो आदिवासी छात्र संघ उग्र आंदोलन करने के बाध्य होगी.
बच्ची के गायब होने से लोग चिंतित: वहीं अनुसूचित समाज के राम नायक ने कहा कि हमारी समाज की बेटी चार तारीख से गायब है. लेकिन प्रशासन द्वारा अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई है. ऐसी स्थिति में सभी लोग चिंतित हैं कि आखिर बहन कहां गई. सिमडेगा प्रशासन से मांग करते हैं कि समय रहते बच्ची को सकुशल बरामद कर दिया जाए.
जाम की सूचना मिलने के बाद सीओ प्रताप मिंज, सर्किल इंस्पेक्टर रामानुज वर्मा ने जाम स्थल पर पहुंचकर आक्रोशित लोगों को समझाया. काफी मशक्कत के बाद डेढ़ घंटे बाद जाकर जाम खुलवाया गया. साथ ही प्रशासन ने आक्रोशित लोगों को आश्वस्त किया कि जल्द ही बच्ची को ढूंढ लिया जाएगा.