सिमडेगा: जिला मुख्यालय से 8 किलोमीटर स्थित ठेठईटांगर प्रखंड का जामबहार गांव, जिसने अंतरराष्ट्रीय फुटबॉल खिलाड़ी पूर्णिमा कुमारी, राष्ट्रीय हॉकी खिलाड़ी रोपनी कुमारी सहित कई प्रतिभावान खिलाड़ियों को दिया है. यहां आज भी 7-14 वर्ष के एक सौ से ज्यादा बच्चे पूर्णिमा और रोपनी कुमारी की तरह बनना चाहते हैं. लेकिन इन बच्चों के पास न कोई खेल का मैदान है और ना ही संसाधन.
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बच्चों की चाहत को प्रारूप देने और पढ़ाई के साथ खेल की दिशा में बेहतर बनाने के लिए इस ओर सरस्वती शिशु मंदिर और सिमडेगा हॉकी ने हाथ बढ़ाया. इनके संयुक्त प्रयास से स्थानीय युवक-युवतियों को साथ लेकर बाल संस्कार सह खेलकूद केंद्र की शुरुआत की गई है. इसके अंतर्गत यहां प्रतिदिन शाम के समय सामूहिक रूप से नि:शुल्क एक घंटा पढ़ाई कराई जाएगी और वहीं, सुबह के समय लगभग डेढ़ घंटे विभिन्न खेल का प्रशिक्षण दिया जाएगा.
बता दें कि स्थानीय हॉकी खिलाड़ी मनमेट कुमारी और फुटबॉल खिलाड़ी सुषमा कुमारी बच्चों को खेल की ट्रेनिंग देंगे. इस प्रशिक्षण केंद्र की शुरुआत सरस्वती शिशु मंदिर के प्रधानाचार्य राजेंद्र साहू, हॉकी महासचिव मनोज कोनबेगी, तीरंदाजी कोच राजू मांझी ने नारियल फोड़कर की.
दो दिनों की बहुत कोशिशों के बाद ग्रामीण की निजी जमीन को ही खिलाड़ियों ने श्रमदान कर मैदान का रूप दिया है. शुरू में सभी बच्चों को फिजिकल ट्रेनिंग दी जा रही है. आगामी रविवार तक सभी बच्चे बांस या जंगल की लकड़ी से स्टिक की व्यवस्था कर लेंगे, जिससे उन्हें हॉकी की ट्रेनिंग दी जाएगी. फिलहाल 105 बच्चे प्रशिक्षण ले रहे हैं. बच्चों के लिए केंद्र खोले जाने पर ग्रामीणों ने भी खुशी जाहिर की है. वहीं, सभी लोगों ने एक स्वर में सिमडेगा को खेल का नर्सरी बनाने की बात कही.