सिमडेगाः जिले में 7 फरवरी की रात फायरिंग में एक व्यक्ति के घायल होने की वारदात का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया. पुलिस का दावा है कि घायल चंदन प्रसुन्न ने पुलिस को झूठी कहानी सुनाई थी. वह फायरिंग में नहीं, बल्कि दोस्त के हाथ से चली पिस्तौल से घायल हुआ था. बाद में उसने इस मामले में अंकित मिंज के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज करा दी. इस मामले में पुलिस ने एक अभियुक्त को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस आरोपी का आपराधिक रिकॉर्ड भी खंगाल रही है.
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एसपी शम्स तबरेज ने बताया कि 7 फरवरी की रात चंदन प्रसुन्न नाम के युवक ने रिपोर्ट लिखाई थी कि उस पर अंकित मिंज ने गोली चलाई, जिसमें वह घायल हो गया. घटना के बाद पुलिस ने मामले की छानबीन शुरू की. पुलिस अधीक्षक डॉ. शम्स तबरेज ने बताया कि घटना की रात चंदन प्रसुन्न अपने दोस्त मनीष सिंह के साथ कुंजनगर स्थित किराये के मकान में बैठकर शराब पी रहा था. इसी कमरे में अमरजीत सिंह नाम का युवक भी था. इस बीच मनीष सिंह अपने अवैध पिस्तौल की सफाई करने लगा. इस बीच एकाएक गोली चल गई, जो चंदन प्रसुन्न के पैर में जा लगी. इसके बाद मनीष सिंह ने कुंजननगर निवासी रामजी यादव और अमरजीत सिंह की मदद से अवैध पिस्तौल और एक जिंदा गोली को छठ तालाब के समीप स्थित चाहरदीवारी के अंदर झाड़ी में छिपा दिया. इधर वादी के बयान में विरोधाभास पाए जाने पर थानाप्रभारी दयानंद कुमार ने जांच का दायरा बढ़ाया. बाद में हकीकत सामने आ गई. इस मामले में पुलिस ने एक अभियुक्त अमरजीत सिंह को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं अन्य आरोपी अभी फरार हैं. साथ ही एक देसी पिस्तौल, एक जिंदा कारतूस बरामद कर लिया गया है. पुलिस गिरफ्तार आरोपी का आपराधिक इतिहास खंगाल रही है.