सिमेडगा: बेसराजारा गांव में मॉबलिंचिंग केस के मुख्य आरोपी और बॉम्लबकेरा का ग्राम प्रधान सुबन बुढ़ को गिरफ्तार कर लिया गया है. सुबन बुढ़ पर मॉब लिंचिंग में मारे गए संजू प्रधान की पत्नी ने संजू को जबरदस्ती घर से खींचकर ले जाने, बेरहमी से पिटाई करने और आग लगाकर हत्या का आरोप लगाया था. इस घटना के बाद राज्य की हेमंत सोरेन सरकार और जिले की पुलिस पर काफी दवाब था. जिसके बाद घटना के 4 दिन बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी सुबन बुढ़ को ठेठईटांगर थाना क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया है. जबकि दूसरे आरोपियों की तलाश के लिए छापेमारी की जा रही है.
कब हुई थी मॉब लिंचिंग
बता दें कि सिमडेगा बेसराजाड़ा गांव में मॉब लिंचिंग की ये घटना मंगलवार (4 जनवरी) को हुई थी. इस घटना में बीजेपी कार्यकर्ता संजू प्रधान को घर से जबरदस्ती निकालकर 5 सौ लोगों की भीड़ के सामने पहले बेरहमी से पिटाई की गई. फिर उसके बाद आग लगाकर उनकी हत्या कर दी गई थी. जिसके बाद संजू की पत्नी ने स्थानीय पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाए थे.
पुलिस पर संजू की पत्नी का आरोप
सिमडेगा मॉब लिंचिंग की चश्मदीद गवाह और मृतक की पत्नी सपना देवी ने सिमडेगा पुलिस पर गंभीर आरोप लगाये. सपना ने कहा कि घटना से 2 दिन पूर्व 2 किलोमीटर दूर बॉम्बलकेरा में ग्रामसभा की बैठक के पश्चात लोगों की भीड़ के साथ कुछ पुलिस वाले उसके घर के समीप पहुंचे थे. घटना के दौरान भी जब लोग उसके पति को जिंदा जला रहे थे. उस दौरान पुलिस वाले वीडियो बना रहे थे. सपना कहती है कि अब तो उन्हें पुलिस पर से भरोसा ही उठ गया है. जिसने लोगों के साथ मिलकर उसके पति को मरवाया है.
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खूब हो रही है सियासत
सिमडेगा मॉब लिंचिंग केस में सियासत भी जोरों पर है. पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने संजू प्रधान की हत्या के बाद उनकी पत्नी सपना देवी से मुलाकात की थी. इसके बाद रघुवर दास ने मॉब लिंचिंग एक्ट के तहत पीड़ित परिवार को 10 लाख रूपया मुआवजा देने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि यदि हेमंत सोरेन में थोड़ी भी संवेदनशीलता है तो वह एक मां और एक पत्नी के दर्द को समझेंगे. रघुवर दास ने इस घटना में सत्तारूढ़ दल का हाथ होने का आरोप लगाया और सीबीआई जांच की मांग की थी .