सिमडेगा: पिछले दिनों दिल्ली जाकर ट्रैफिकिंग का शिकार होने से बची लड़की का नामांकन सिमडेगा के कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में कराया गया. वहीं, बच्चों के बीच खुद को पाकर जिमितामनी बहुत खुश हुई और मन लगाकर पढ़ाई करने की बात कही.
बता दें कि सिमडेगा की नाबालिग लड़की के दिल्ली जाने की बात सुनकर थाना प्रभारी, स्कूली शिक्षक और राज्य साधनसेवी स्मिथ सोनी ने जिमितामणि लुगुन के घर जाकर जिमितामणि और उसके परिजनों को समझाया था. सभी ने संयुक्त रूप से पहल करते हुए बच्ची के नामांकन हेतू कस्तूरबा प्रशासन और शिक्षा विभाग के पदाधिकारियों से संपर्क किया.
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वहीं, सभी ने आर्थिक सहयोग कर बच्ची का नामांकन कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में करवाया. इस दौरान कस्तूरबा की वार्डन रीना साहू ने बच्ची को नामांकन उपरांत पुस्तक आदि देकर स्वागत किया. बच्चों के बीच अपने को पाकर जिमितामनी बहुत खुश हुई और मन लगाकर पढ़ाई करने की बात कही. इधर, इंस्पेक्टर आलोक सिंह, शिक्षक धीरज साहू और साधनसेवी स्मिथ कुमार सोनी के प्रयास की लोगों ने तारीफ की.
सिमडेगा में ट्रैफिकिंग का शिकार होने से बची जिमितामणि का नामांकन कस्तूरबा गांधी आवासीय विद्यालय में कराया गया. इस दौरान कस्तूरबा की वार्डन रीना साहू ने बच्ची को पुस्तक देकर स्वागत किया. बच्चों के बीच अपने को पाकर जिमितामनी बहुत खुश हुई और मन लगाकर पढ़ाई करने की बात कही.