सिमडेगा: टोक्यो ओलंपिक 2020 (Tokyo Olympics 2020) में विभिन्न खेल स्पर्धाओं में मेडल की जंग जारी है. टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत की महिला हॉकी टीम भी मेडल के लिए चुनौती पेश कर रही है, जिसमें झारखंड की खिलाड़ी भी देश को गोल्ड दिलाने के लिए दम लगा रही हैं. लेकिन सिमडेगा प्रखंड के सुदूरवर्ती क्षेत्र में बसे बड़कीछापर गांव में सलीमा के परिजन और ग्रामीण टीवी और डीटीएच की व्यवस्था न होने से अपनी बेटी का खेल नहीं देख पा रहे थे. ईटीवी भारत ने इस मामले को प्रमुखता से उठाया तो सिमडेगा के डीसी ने टीवी और डीटीएच की व्यवस्था कराई, जिस पर ग्रामीणों ने हॉकी टीम का मैच देखा.
बता दें कि भारतीय महिला हॉकी टीम 32वें ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए टोक्यो में है, जिसमें सिमडेगा की बेटी सलीमा टेटे भी शामिल हैं. झारखंड की एक और बेटी निक्की प्रधान भी खेल रहीं हैं. लेकिन ओलंपिक के लिए टोक्यो गईं सलीमा का मैच उनके गांव वाले (सिमडेगा के बड़कीछापर के लोग) नहीं देख पा रहे थे. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता के साथ प्रकाशित किया था. जिसके बाद उपायुक्त सुशांत गौरव ने ईटीवी भारत के प्रति अपना आभार व्यक्त किया.
साथ ही जिला खेल पदाधिकारी तुषार राय को अविलंब सलीमा टेटे के घर जाकर एक टेलीविजन और डीटीएच कनेक्शन की व्यवस्था कराने का निर्देश दिया. ताकि सलीमा के माता पिता और परिजन आसानी से मैच देख सकें.
गांव वालों के साथ परिजनों ने देखा हॉकी मैच
उपायुक्त के निर्देश पर जिला खेल पदाधिकारी बीते दिन देर शाम बड़कीछापर गांव पहुंचे. यहां उन्होंने सारी व्यवस्था कराकर टेलीविजन को चालू करवाया. टीवी चालू होने पर परिजन सहित पूरे गांव वाले काफी खुश हुए. वहीं बुधवार सुबह भारतीय टीम में शामिल सलीमा का मैच उनके परिजनों ने गांव वालों के साथ देखा. बेटी को ओलंपिक में मैच खेलते हुए देख उनके माता-पिता, भाई और बहन सभी काफी खुश थे. सबकी दुआ और तमन्ना यही थी कि बिटिया देश को गोल्ड जिताए.
खुशी से छलके आंसू
देश के लिए बिटिया के खेलने के खास अहसास का भान परिजनों को है. गौरव के इस पल का साक्षी बनकर सलीमा को मैच में लाइव देखकर माता-पिता की आंखों में आंसू आ गए. परिजनों और गांव वालों के लिए यह दोगनी खुशी का मौका था. एक तो मैच खेलते हुए सलीमा को लाइव देखना, दूसरी इस पूरे गांव में एकमात्र टीवी का चालू हो जाना.