ETV Bharat / state

सिमडेगा: हर्षोल्लास के साथ मनाया गया रक्षाबंधन का त्योहार - सिमडेगा में त्योहार का माहौल

सिमडेगा में सोमवार को हर्षोल्लास के साथ रक्षाबंधन का त्योहार मनाया गया. वहीं, राखी बेचने वाले दुकानदारों का कहना है कि यह कोरोना महामारी का दौर है, लेकिन इस महामारी के दौर में भी बहन का भाइयों के प्रति प्रेम और विश्वास कम नहीं हुआ है.

simdega news
रक्षाबंधन का बनाया गया त्यौहार
author img

By

Published : Aug 3, 2020, 3:47 PM IST

सिमडेगा: सावन की अंतिम सोमवारी को जहां लोगों ने बाबा भोलेनाथ की पूजा अर्चना की. वहीं, रक्षाबंधन का त्योहार जिले भर में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. भाई-बहन के प्रेम और स्नेह भरे त्योहार की रौनक जिले भर में देखने को मिली.

राखियों की खरीदी
जहां बहनें बीते कुछ दिनों से भाइयों के लिए राखियां खरीदते दिखी. वहीं, सोमवार सुबह भी राखियों की दुकानों में पर कुछ लड़कियों और महिलाओं की भीड़ देखी गई. रक्षाबंधन को लेकर बहनों ने सुबह नहा धोकर सर्वप्रथम महादेव की पूजा अर्चना की, जिसके पश्चात अपने भाइयों के हाथों में राखियां बांधी. हालांकि, इस बार कोरोना महामारी को लेकर कई भाई-बहन एक-दूसरे के पास नहीं जा सके.

अलग-अलग डिजाइनों की राखियां
बहन-भाई की मानें तो एक-दूसरे की सुरक्षा उनका सर्वप्रथम उद्देश्य है. इधर, रक्षाबंधन को लेकर शहर के दुकानों में अलग-अलग डिजाइनों की राखियां देखने को मिली, जिसमें 5 रुपये पीस से लेकर 200 रुपये तक की राखियों से दुकाने सजी रही.

इसे भी पढ़ें-सतर्कता: कोरोना वायरस का डर, बाजार में सोशल डिस्टेंस के साथ कर रहे खरीदारी

कम हुई राखियों की खरीदारी
वहीं, राखी बेचने वाले दुकानदार कहते हैं कि भले ही यह कोरोना महामारी का दौर है, लेकिन इस महामारी के दौर में भी बहन का भाइयों के प्रति प्रेम और विश्वास कम नहीं हुआ है. पूर्व के वर्षों के समान ही राखियों की बिक्री हुई, लेकिन इस बार अधिकांश लोग अपने घरों में ही रहे. इक्के-दुक्के लोगों ने घर से बाहर निकल कर राखियों की खरीदारी की.

सिमडेगा: सावन की अंतिम सोमवारी को जहां लोगों ने बाबा भोलेनाथ की पूजा अर्चना की. वहीं, रक्षाबंधन का त्योहार जिले भर में पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. भाई-बहन के प्रेम और स्नेह भरे त्योहार की रौनक जिले भर में देखने को मिली.

राखियों की खरीदी
जहां बहनें बीते कुछ दिनों से भाइयों के लिए राखियां खरीदते दिखी. वहीं, सोमवार सुबह भी राखियों की दुकानों में पर कुछ लड़कियों और महिलाओं की भीड़ देखी गई. रक्षाबंधन को लेकर बहनों ने सुबह नहा धोकर सर्वप्रथम महादेव की पूजा अर्चना की, जिसके पश्चात अपने भाइयों के हाथों में राखियां बांधी. हालांकि, इस बार कोरोना महामारी को लेकर कई भाई-बहन एक-दूसरे के पास नहीं जा सके.

अलग-अलग डिजाइनों की राखियां
बहन-भाई की मानें तो एक-दूसरे की सुरक्षा उनका सर्वप्रथम उद्देश्य है. इधर, रक्षाबंधन को लेकर शहर के दुकानों में अलग-अलग डिजाइनों की राखियां देखने को मिली, जिसमें 5 रुपये पीस से लेकर 200 रुपये तक की राखियों से दुकाने सजी रही.

इसे भी पढ़ें-सतर्कता: कोरोना वायरस का डर, बाजार में सोशल डिस्टेंस के साथ कर रहे खरीदारी

कम हुई राखियों की खरीदारी
वहीं, राखी बेचने वाले दुकानदार कहते हैं कि भले ही यह कोरोना महामारी का दौर है, लेकिन इस महामारी के दौर में भी बहन का भाइयों के प्रति प्रेम और विश्वास कम नहीं हुआ है. पूर्व के वर्षों के समान ही राखियों की बिक्री हुई, लेकिन इस बार अधिकांश लोग अपने घरों में ही रहे. इक्के-दुक्के लोगों ने घर से बाहर निकल कर राखियों की खरीदारी की.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.