सिमडेगा: जिला में कुरडेग प्रखंड के विभिन्न गांवों में पीडीएस दुकानदारों के खिलाफ निर्धारित राशन से कम राशन देने का मामला आए दिन सामने आ रहा है. वैसे यह मामला सिमडेगा जिला के लिए कोई नई बात नहीं है. विभिन्न प्रखंडों में भी तौल मशीन पर बाट और पत्थर रखकर पर्ची देकर कम राशन दिए जाने का मामला सामने आया (irregularities in ration distribution) है.
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शनिवार को कुटमाकच्छार में डीलर द्वारा प्रति कार्डधारी को 2 किलोग्राम राशन की कटौती करने के विरोध में कार्डधारियों ने राशन दुकान के बाहर कुटमाकच्छार मुख्य पथ को जाम कर (PDS dealers taking irregularities) दिया. इस मामले पर मुखिया रजनी कुजूर ने बताया कि कार्डधारियों के अनुसार प्रति कार्ड 2 किलोग्राम राशन की कटौती करने के विरोध में सड़क जाम किया गया. मामले की सूचना मिलते ही अंचल अधिकारी कृष्ण मुरारी तिर्की मौके पर पहुंचे. जिसके बाद उन्होंने कार्डधारियों से बात कर जाम हटावाया और राशन भी पूरा-पूरा बिना कटौती के दिया गया. वहीं शांति व्यवस्था के मद्देनजर पुलिस प्रशासन भी मौजूद रही.
सिर्फ यहीं नहीं दर्रीडीह गांव में संचालित पीडीएस दुकानदार भी राशन के बदले लोहे का बाट और पत्थर वेट मशीन में वजन कर पर्ची निकाल रहा था. इसमें भी लाभुकों के बीच असंतोष है जबकि सरकार द्वारा वेट मशीन को बायोमेट्रिक्स मशीन से कनेक्ट कर दिया गया है. जिससे लाभुकों को कम राशन मिलने की गुंजाइश नहीं रहे. फिर भी दुकानदार राशन कटौती का तरीका ढूंढकर गरीबों का राशन निगल रहे हैं.
राशन दुकान में वितरण के लिए अंचलधिकारी और पुलिस प्रशासन को जाकर लाभुकों के बीच राशन बंटवाना अच्छी बात है. शांति व्यवस्था के लिए पुलिस प्रशासन की मौजूदगी राशन कार्डधारियों के लिए शुभ संकेत है. जिससे कार्डधारियों को पूरा राशन मिल सके. लेकिन सरकारी तंत्र और व्यवस्था पर सवालिया निशान भी है. क्योंकि आखिर इतनी सख्ती के बावजूद पीडीएस डीलर्स द्वारा कम राशन लेने का मामला थमने का नाम नहीं हो रहा (PDS dealers taking irregularities) है.